दक्षिण अफ्रीकी वैरिएंट पर सरकार की पैनी नजर, विदेशी यात्रियों पर बढ़ाया पाबंदियों का दायरा, भारतीय विशेषज्ञों ने दी यह सलाह
केंद्र सरकार ने कोरोना के नए वैरिएंट को लेकर राज्यों से खास सतर्कता बरतने के निर्देश दिए हैं। भारतीय SARS-CoV-2 जीनोमिक्स कंसोर्टियम B.1.1.1.529 नाम के COVID-19 के नए वैरिएंट पर बारीकी से नजर रख रहा है। पढ़ें यह रिपोर्ट...
नई दिल्ली, जेएनएन/एजेंसियां। दक्षिण अफ्रीका में सामने आए कोरोना के नए वैरिएंट को लेकर सरकार पूरी तरह से सर्तक हो गई है और राज्यों को इस पर नजर रखने के लिए निर्देश भी जारी कर दिए हैं। भारतीय SARS-CoV-2 जीनोमिक्स कंसोर्टियम B.1.1.1.529 नाम के COVID-19 के नए वैरिएंट पर बारीकी से नजर रख रहा है। राहत की बात यह है कि इस वैरिएंट का देश में अभी तक पता नहीं चला है। वहीं विशेषज्ञों का कहना है कि नया वैरिएंट अधिक संक्रामक है। ऐसे में सभी वयस्कों का टीकाकरण बेहद जरूरी हो गया है।
विदेशी यात्रियों पर बढ़ा पबंदियों का दायरा
इस बीच केंद्रीय स्वास्थ्य एवं परिवार कल्याण मंत्रालय उन देशों की सूची में हांगकांग और इजरायल को भी जोड़ दिया है जहां से यात्रियों को भारत आने पर कोविड जांच समेत अतिरिक्त सतर्कता नियमों का पालन करना होगा। इन देशों में ब्रिटेन समेत यूरोपीय देश, दक्षिण अफ्रीका, ब्राजील, बांग्लादेश, बोत्सवाना, चीन, मारिशस, न्यूजीलैंड, जिम्बाम्बे, सिंगापुर, हांगकांग और इजरायल शामिल हैं।
Ministry of Health and Family Welfare adds Hong Kong and Israel to the list of countries from where travellers would need to follow additional measures on arrival in India, including post-arrival testing. #COVID19 pic.twitter.com/pPPuOlHqdV
— ANI (@ANI) November 26, 2021
केंद्र सरकार सतर्क, राज्यों को दिए ये निर्देश
केंद्र सरकार सभी राज्यों से कहा है कि दक्षिण अफ्रीका, हांगकांग और बोत्सवाना से आने वाले सभी अंतरराष्ट्रीय यात्रियों की कड़ी स्क्रीनिंग और जांच की जाए। केंद्रीय स्वास्थ्य सचिव राजेश भूषण ने सभी राज्यों को लिखे पत्र में कहा है कि संक्रमित पाए जाने वाले यात्रियों के नमूने को तुरंत संबंधित जीनोम सिक्वेंसिंग प्रयोगशालाओं को भेजे जाने जाहिए।
सबका टीकाकरण जरूरी
वहीं एम्स दिल्ली में कोविड टास्क फोर्स के चेयरपर्सन डा. नवीत विग का कहना है कि कोरोना के इस वेरिएंट को ज्यादा संक्रामक माना जा रहा है। यह इम्यूनिटी को मात देने में भी सक्षम बताया जा रहा है। उन्होंने कहा- हमें यह समझना होगा कि नए वेरिएंट आते रहेंगे। ऐसे में सभी लोगों को वैक्सीन लगाई जानी बेहद जरूरी है। नवीत ने बूस्टर डोज की जरूरत बताते हुए कहा कि यदि संक्रमण बढ़ता है तो आयु समूहों और अलग-अलग तरह के रोगियों के आधार पर बूस्टर डोज की जरूरत होगी।
Delhi | Booster doses will be required & immediate studies are needed, based on age groups & different patients. In Israel, vaccine effectiveness after the booster dose rose from 40% to 93%: Dr Naveet Wig, Chairperson of the Covid Task Force in AIIMS Delhi pic.twitter.com/r3itvbLWdj— ANI (@ANI) November 26, 2021
इसलिए पहले ही सजग हो गई है सरकार
स्वास्थ्य मंत्रालय के एक वरिष्ठ अधिकारी ने कहा कि दूसरी लहर के बाद से ही भारत में तीसरी लहर की आशंका जताई जाने लगी थी। भारतीय चिकित्सा अनुसंधान परिषद (आइसीएमआर) ने भी नए वैरिएंट की स्थिति में नवंबर से जनवरी के बीच तीसरी लहर के शुरू होने की बात कही थी। परंतु, देश में अभी तक एक भी अत्यधिक संक्रामक वैरिएंट सामने नहीं आया है। दक्षिणी अफ्रीकी नए वैरिएंट के ज्यादा संक्रामक होने की बात कही जा रही है। इसीलिए सतर्कता बरतते हुए इस पर नजर रखने के लिए निर्देश जारी कर दिए गए हैं।
ज्यादा घातक हो सकता है नया वैरिएंट
अधिकारी के अनुसार नया वैरिएंट ज्यादा संक्रामक हो सकता है और इसके कारण नए मरीजों की संख्या में बेहाताशा बढ़ोतरी भी हो सकती है, लेकिन इसके ज्यादा घातक होने की संभावना नहीं है। कई देशों में नए वैरिएंट के कारण मामलों में बढ़ोतरी देखी जा रही है, इसके बावजूद इससे होने वाली मौतों और गंभीर रूप से बीमार संक्रमितों की संख्या पहले की तुलना में काफी कम है।
थम नहीं रहा मौतों का सिलसिला
अधिकारी ने कहा कि मौजूदा समय में विश्व भर में सक्रिय मामलों की संख्या लगभग दो करोड़ है। यह किसी एक समय में संक्रमितों की सबसे अधिक संख्या है, लेकिन संक्रमण से होने वाली मौतों की संख्या लगभग सात हजार के आसपास बनी हुई है। इस साल जनवरी में जब सक्रिय मामलों की संख्या 1.84 करोड़ थी तब प्रतिदिन 17 हजार से अधिक मौतें हो रही थीं। भारत में दूसरी लहर के दौरान पूरी दुनिया में सक्रिय मामलों की संख्या 1.79 करोड़ तक पहुंच गई थी, लेकिन तब एक दिन में होने वाली मौतों की संख्या 15 हजार तक थी।
मृत्युदर भी 20 प्रतिशत से घटकर 1.6 फीसद रह गई
इसी तरह पूरी दुनिया में गंभीर हालात वाले मरीजों की संख्या जनवरी में एक लाख 13 हजार और मई में एक लाख 11 हजार तक पहुंच गई थी, जो इस समय लगभग 82 हजार है। पिछले मई-जून में जब कोरोना के कारण पूरी दुनिया में हाहाकार मचा था, तब इसके चलते मृत्यु दर 20 प्रतिशत से अधिक थी, लेकिन अब यह गिरकर 1.16 प्रतिशत रह गई है।
टीकाकरण के चलते कम मामले और मौतें
अधिकारी ने कहा कि बढ़ते संक्रमण के बावजूद गंभीर मरीजों और मरने वालों की कम संख्या बड़े पैमाने पर टीकाकरण की सफलता को दिखाता है। उन्होंने कहा कि भारत में भी करीब 78 करोड़ लोगों को एक डोज और 43 करोड़ को दोनों डोज लगाई जा चुकी है। आइसीएमआर के अध्ययन में टीके की एक डोज भी 97 फीसद मौतों को रोकने में प्रभावी पाई गई है।
सहमा शेयर बाजार
उधर कोरोना के नए वैरिएंट के कारण उभर रहे नए खतरे की आशंका में शुक्रवार को घरेलू निवेशकों ने शेयर बाजार में ताबड़तोड़ बिकवाली की जिससे प्रमुख सूचकांक औंधे मुंह गिर गए। दिन के कारोबार में बीएसई का 30-शेयरों वाला प्रमुख सूचकांक सेंसेक्स 1,687.94 अंकों यानी 2.87 प्रतिशत की बड़ी गिरावट के साथ 57,107.15 पर स्थिर हुआ। नेशनल स्टाक एक्सचेंज (एनएसई) का 50-शेयरों वाला प्रमुख सूचकांक निफ्टी भी 509.80 अंक यानी 2.91 प्रतिशत गिरकर 16,026.45 पर बंद हुआ।
देश में कोरोना की स्थिति
24 घंटे में नए मामले 10,549
कुल सक्रिय मामले 1,10,133
24 घंटे में टीकाकरण 83.61 लाख
कुल टीकाकरण 120.89 करोड़
देश में नए मामले 10 हजार के पार
वहीं दूसरी ओर देश में कोरोना संक्रमण के नए मामले फिर 10 हजार को पार कर गए हैं। पिछले तीन-चार दिनों से संक्रमण के नए मामले 10 हजार से कम मिल रहे थे। सक्रिय मामलों में भी मामूली वृद्धि हुई है, और वर्तमान में सक्रिय माले बढ़कर 1.10 लाख से ज्यादा हो गए हैं जो कुल मामलों का 0.32 प्रतिशत है। हालांकि केरल को छोड़कर पूरे देश में हालात नियंत्रण में हैं।
शुक्रवार सुबह 08:00 बजे तक कोरोना की स्थिति
नए मामले 10,549
कुल मामले 3,45,55,431
सक्रिय मामले 1,10,133
मौतें (24 घंटे में) 488
कुल मौतें 4,67,468
ठीक होने की दर 98.33 प्रतिशत
मृत्यु दर 1.35 प्रतिशत
पाजिटिविटी दर 0.89 प्रतिशत
सा.पाजिटिविटी दर 0.89 प्रतिशत
देश में 488 लोगों की मौत
केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्रालय की तरफ से शुक्रवार सुबह आठ बजे अपडेट किए गए आंकड़ों के मुताबिक पिछले 24 घंटे में देश में 488 लोगों की जान भी गई है। इनमें से अकेले केरल से 384 मौतें हैं। केरल में पहले हुई मौतों को नए आंकड़ों के साथ जोड़कर जारी किया जा रहा है इसलिए आंकड़े बढ़े नजर आ रहे हैं वैसे प्रतिदिन होने वाली मौतों की संख्या वहां भी कम ही है।
देश में अब तक 120.89 करोड़ टीके लगाए गए
कोविन पोर्टल के शाम छह बजे के आंकड़ों के मुताबिक देश में कोरोना रोधी वैक्सीन की अब तक 120.89 करोड़ डोज लगाई जा चुकी हैं। अब तक 77.89 करोड़ लोगों को पहली डोज दी जा चुकी हैं जिनमें से 42.90 करोड़ लोगों को दूसरी डोज भी दी जा चुकी है यानी उनका पूर्ण टीकाकरण हो गया है।
महाराष्ट्र ने की मृतकों के स्वजन को 50 हजार रुपये देने की घोषणा
महाराष्ट्र सरकार ने कोरोना संक्रमण के चलते अपनी जान गंवाने वाले लोगों के स्वजन या निकटतम रिश्तेदारों को 50 हजार रुपये आर्थिक सहायता देने की घोषणा की है। स्वास्थ्य मंत्रालय के मुताबिक राज्य में अब तक इस महामारी की वजह से 1,40,857 लोगों की मौत हुई है। शुक्रवार को राज्य में सक्रिय मामलों की संख्या 12,852 थी।