भारत-पाकिस्तान के बीच संघर्ष विराम समझौते के बावजूद सैनिकों की तैनाती में कमी नहीं होगी : सेना

भारत और पाकिस्तान के बीच संघर्ष विराम समझौते की घोषणा के बाद भारतीय सैन्य अधिकारियों ने गुरुवार को कहा कि आतंकवाद और घुसपैठ से लड़ने के लिए पाकिस्तान सीमा पर सैनिकों की तैनाती या सैन्य अभियानों में कमी नहीं की जाएगी।

By Krishna Bihari SinghEdited By: Publish:Thu, 25 Feb 2021 11:23 PM (IST) Updated:Fri, 26 Feb 2021 07:39 AM (IST)
भारत-पाकिस्तान के बीच संघर्ष विराम समझौते के बावजूद सैनिकों की तैनाती में कमी नहीं होगी : सेना
सेना ने कहा है कि पाकिस्तान सीमा पर सैनिकों की तैनाती या सैन्य अभियानों में कमी नहीं की जाएगी।

नई दिल्ली, पीटीआइ। भारत और पाकिस्तान के बीच संघर्ष विराम समझौते की घोषणा के बाद भारतीय सैन्य अधिकारियों ने गुरुवार को कहा कि आतंकवाद और घुसपैठ से लड़ने के लिए पाकिस्तान सीमा पर सैनिकों की तैनाती या सैन्य अभियानों में कमी नहीं की जाएगी।

अधिकारियों ने कहा कि संघर्ष विराम का यह मतलब नहीं है कि आतंकवाद के खिलाफ सेना का अभियान थम जाएगा। सतर्कता में किसी भी प्रकार की कमी नहीं की जाएगी। उन्होंने कहा कि वे संघर्ष विराम समझौते को लेकर आशावादी हैं, लेकिन पूरी तरह सावधानी बरतेंगे। इस समझौते से दोनों तरफ के नागरिकों को राहत मिलेगी।

पूर्वी लद्दाख में वास्तविक नियंत्रण रेखा (एलएसी) के पास सैनिकों की तैनाती जारी रहने के बीच सूत्रों ने बताया कि नियंत्रण रेखा (एलओसी) और पश्चिमी मोर्चे को लेकर हुए फैसले का असर उत्तरी सीमा की स्थिति पर नहीं पड़ेगा। एक अधिकारी ने कहा, 'हमारा घुसपैठ रोधी ग्रिड मजबूत बना रहेगा। हम घुसपैठ रोधी और आतंकवाद रोधी अभियान जारी रखेंगे। खतरे को कम करने के लिए सभी विकल्प खुले रहेंगे।'

अधिकारियों के मुताबिक पिछले कुछ वर्षो में एलओसी पर सेना का आतंक रोधी ग्रिड मजबूत हुआ है और एलओसी के जरिये आतंकियों की घुसपैठ मुश्किल होती गई है। एक अधिकारी ने कहा, 'क्षेत्र के फायदे के लिए शांति और स्थिरता को लेकर अपने प्रयास में हम आतंकवाद रोधी और घुसपैठ रोधी अभियानों में कोई कमी नहीं लाएंगे।' साथ ही कहा कि सैन्य बलों को अभियान को लेकर पूरी आजादी मिलती रहेगी।

अधिकारी ने कहा, 'भारतीय सेना आतंकवाद से लड़ने के लिए प्रतिबद्ध है। आतंकवाद के कृत्य को बर्दाश्त नहीं किया जाएगा और किसी भी दुस्साहस का मुंहतोड़ जवाब दिया जाएगा।' 

मालूम हो कि भारत और पाकिस्तान नियंत्रण रेखा (एलओसी) समेत सीमा के दूसरे सेक्टरों पर लंबे समय से जारी संघर्ष विराम उल्लंघन का दौर रोकने पर सहमत हो गए हैं। अरसे बाद दोनों देशों के सैन्य अभियान महानिदेशकों (डीजीएमओ) की आपसी बातचीत में सीमा पर संघर्ष विराम उल्लंघन रोकने पर यह सहमति बनी है।

इसके मद्देनजर भारत और पाकिस्तान दोनों ने गुरुवार को संयुक्त बयान जारी कर संघर्ष विराम समझौतों का कड़ाई से पालन करने की बात कही। ताजा सहमति 24-25 फरवरी की मध्यरात्रि से लागू हो गई है। अमेरिका ने दोनों देशों की ओर से इस संयुक्त बयान का स्वागत किया है।

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