गलवन के नायकों की स्मृति में सेना ने VIDEO जारी किया, वीरगति को प्राप्त हुए सैनिकों के शौर्य और साहस को दिखाया गया
पूर्वी लद्दाख में चीनी सैनिकों के साथ गलवन घाटी में हुए संघर्ष में वीरगति को प्राप्त भारतीय सैनिकों को श्रद्धांजलि देने के लिए सेना ने मंगलवार को एक वीडियो गीत जारी किया। गलवन घाटी में हुए संघर्ष को मंगलवार को एक साल पूरा हो गया।
नई दिल्ली, प्रेट्र। पूर्वी लद्दाख में चीनी सैनिकों के साथ गलवन घाटी में हुए संघर्ष में वीरगति को प्राप्त भारतीय सैनिकों को श्रद्धांजलि देने के लिए सेना ने मंगलवार को एक वीडियो गीत जारी किया। गलवन घाटी में हुए संघर्ष को मंगलवार को एक साल पूरा हो गया। मशहूर गायक हरिहरन द्वारा गाए गए गीत 'गलवन के वीर' में गलवन घाटी की रक्षा करते हुए वीरगति को प्राप्त हुए भारतीय सैनिकों के शौर्य और साहस को रेखांकित किया गया है।
पांच मिनट के वीडियो में बर्फ से ढकी पर्वत चोटियों पर तैनात भारत के वीर सैनिकों की 24 घंटे पहरेदारी, उनके प्रशिक्षण और किसी भी खतरे से निपटने के लिए उनकी अभियानगत तैयारियों की झलक दिखाई गई है। सेना ने इस अवसर पर कहा कि राष्ट्र की स्मृतियों में सैनिकों का सर्वोच्च बलिदान हमेशा बना रहेगा।
— ADG PI - INDIAN ARMY (@adgpi) June 15, 2021
पिछले साल 15 जून को गलवन घाटी में चीनी सैनिकों के साथ हुई झड़प
पिछले साल 15 जून को गलवन घाटी में चीनी सैनिकों के साथ हुई झड़प में 20 भारतीय सैनिकों ने अपना सर्वोच्च बलिदान दिया था। चीन इस झड़प में मारे गए अपने सैनिकों की संख्या छिपाता रहा और फरवरी में उसने आधिकारिक रूप से कहा कि उसके पांच सैनिक मारे गए थे। हालांकि, माना यह जाता है कि झड़प में इससे कहीं अधिक चीनी सैनिक हताहत हुए।
गलवन के वीरों की बहादुरी राष्ट्र की स्मृति में सदैव अंकित रहेगी : सेना
सेना प्रमुख जनरल एमएम नरवणे ने पूर्वी लद्दाख की गलवन घाटी में 'अप्रत्याशित' चीनी आक्रामकता का सामना करते हुए देश की क्षेत्रीय अखंडता की खातिर एक साल पहले अपने प्राण न्योछावर कर देने वाले 20 जवानों की बहादुरी की मंगलवार को प्रशंसा की। सेना ने घातक झड़पों की पहली बरसी पर कहा कि जवानों का अत्यधिक ऊंचाई वाले 'सबसे कठिन' इलाके में दुश्मन से लड़ते हुए दिया गया यह सर्वोच्च बलिदान राष्ट्र की स्मृति में 'सदैव अंकित' रहेगा। सेना ने बयान जारी कर कहा, 'देश उन वीर सैनिकों का हमेशा आभारी रहेगा, जिन्होंने राष्ट्र की सेवा के लिए सर्वोच्च बलिदान दिया।' सेना ने ट्वीट किया कि जनरल एमएम नरवणे और भारतीय सेना के सभी रैंक के अधिकारियों ने देश की क्षेत्रीय अखंडता और संप्रभुता की रक्षा करते हुए लद्दाख की गलवन घाटी में सर्वोच्च बलिदान देने वाले बहादुरों को श्रद्धांजलि दी है। उनकी वीरता राष्ट्र की स्मृति में 'सदैव अंकित' रहेगी।