जुलाई के अंत तक राफेल की दूसरी स्क्वाड्रन शुरू होने की संभावना, पूर्वी सीमा क्षेत्र की करेगी निगरानी

फ्रांस निर्मित पांच राफेल लड़ाकू विमानों को पिछले साल 10 सितंबर को अंबाला में हुए एक समारोह में वायु सेना में औपचारिक रूप से शामिल किया गया था। बाद में विमानों की और खेप भी भारत पहुंची थी।

By Neel RajputEdited By: Publish:Wed, 14 Jul 2021 02:57 AM (IST) Updated:Wed, 14 Jul 2021 02:57 AM (IST)
जुलाई के अंत तक राफेल की दूसरी स्क्वाड्रन शुरू होने की संभावना, पूर्वी सीमा क्षेत्र की करेगी निगरानी
इसे बंगाल के हाशिमारा वायु सेना अड्डे पर तैनात किया जाएगा

नई दिल्ली, प्रेट्र। भारतीय वायु सेना (आइएएफ) के जुलाई के अंत तक राफेल लड़ाकू विमान की दूसरी स्क्वाड्रन का संचालन करने की संभावना है। इसे बंगाल के हाशिमारा वायु सेना अड्डे पर तैनात किया जाएगा।

राफेल विमानों की पहली स्क्वाड्रन हरियाणा के अंबाला वायु सेना स्टेशन पर तैनात है। पांच राफेल लड़ाकू विमानों की पहली खेप 29 जुलाई, 2020 को भारत पहुंची थी। इससे लगभग चार साल पहले भारत ने करीब 59,000 करोड़ रुपये की लागत से 36 विमानों की खरीद के लिए फ्रांस के साथ एक अंतर-सरकारी समझौते पर हस्ताक्षर किया था। वर्तमान में वायु सेना के पास लगभग 25 राफेल विमान हैं और शेष विमान 2022 तक आने की उम्मीद है।

अधिकारियों ने बताया कि पहली स्क्वाड्रन पाकिस्तान से लगती पश्चिमी सीमा और उत्तरी सीमा की निगरानी करेगी। दूसरी स्क्वाड्रन भारत के पूर्वी सीमा क्षेत्र की निगरानी करेगी।

फ्रांस निर्मित पांच राफेल लड़ाकू विमानों को पिछले साल 10 सितंबर को अंबाला में हुए एक समारोह में वायु सेना में औपचारिक रूप से शामिल किया गया था। बाद में विमानों की और खेप भी भारत पहुंची थी।

वायुसेना के अधिकारियों ने कहा कि राफेल की दूसरी स्क्वाड्रन को जुलाई के अंत तक हाशिमारा में संचालित किया जाएगा। एक स्क्वाड्रन में लगभग 18 विमान होते हैं।

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