10-12 वर्षो में शीर्ष तीन नौसैनिक शक्तियों में होगा भारत : राजनाथ सिंह

रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह ने कहा कारवार नौसैनिक अड्डे को एशिया का सबसे बड़ा नौसैनिक अड्डा होना चाहिए। जरूरत पड़ने पर इसके लिए बजट आवंटन बढ़ाने का किया जाएगा प्रयास। रक्षा मंत्री ने कहा कि इस नौसैनिक अड्डे का भविष्य बहुत उज्ज्वल है।

By Nitin AroraEdited By: Publish:Fri, 25 Jun 2021 02:04 AM (IST) Updated:Fri, 25 Jun 2021 02:04 AM (IST)
10-12 वर्षो में शीर्ष तीन नौसैनिक शक्तियों में होगा भारत : राजनाथ सिंह
10-12 वर्षो में शीर्ष तीन नौसैनिक शक्तियों में होगा भारत : राजनाथ सिंह

कारवार (कर्नाटक), प्रेट्र। रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह ने गुरुवार को कहा कि प्रोजेक्ट सीबर्ड के तहत यहां विकसित किए जा रहे नौसैनिक अड्डे को एशिया का सबसे बड़ा नौसैनिक अड्डा होना चाहिए। यदि जरूरत पड़ी तो इसके लिए वे बजट आवंटन बढ़ाने का प्रयास करेंगे। उन्होंने यह भी कहा कि भारत का लक्ष्य अगले 10-12 वर्षो में दुनिया की शीर्ष तीन नौसैनिक शक्तियों में स्थान बनाना है।

राजनाथ ने कहा, प्रोजेक्ट सीबर्ड को देखने और समझने से पहले मेरे मन में इसको लेकर एक उत्सुकता थी। कारवार को नजदीक से देखकर मुझे काफी खुशी हो रही है और इस नौसैनिक अड्डे को लेकर मेरे आत्मविश्वास का स्तर बहुत बढ़ गया है।

नौसैनिक अधिकारियों और नाविकों को संबोधित करते हुए रक्षा मंत्री ने कहा, इस परियोजना के पूरा होने से न सिर्फ भारत की रक्षा तैयारी मजबूत होगी, बल्कि इससे कारोबार, अर्थव्यवस्था और भारत की ओर से दी जाने वाली मानवीय मदद के काम में भी गति आएगी।

राजनाथ ने कहा, ऐसा कहा जा रहा है कि यह भारत का सबसे बड़ा नौसैनिक अड्डा होगा। लेकिन हमारी इच्छा है कि यह एशिया का सबसे बड़ा नौसैनिक अड्डा हो। यदि इसके लिए जरूरत पड़ी तो हम बजट आवंटन बढ़ाने का प्रयास करेंगे। नौसेना प्रमुख एडमिरल करमबीर सिंह के साथ राजनाथ ने परियोजना क्षेत्र का हवाई सर्वेक्षण भी किया। रक्षा मंत्री ने कहा कि इस नौसैनिक अड्डे का भविष्य बहुत उज्ज्वल है और इसका सारा श्रेय अधिकारियों और नाविकों को जाता है।

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