पांच सालों से रायपुर एयरपोर्ट पर खड़ा बांग्लादेशी विमान होगा जब्त, वसूला जाएगा 1.5 करोड़ रुपये का पार्किंग चार्ज

छत्तीसगढ़ की राजधानी रायपुर के स्वामी विवेकानंद हवाई अड्डे (Raipur Airport) पर यह हवाई जहाज सात अगस्त 2015 से खड़ा है। इसपर पार्किग और अन्य तकनीकी शुल्कों के रूप में कुल 1.5 करोड़ रपये का बकाया हो चुका है।

By Manish PandeyEdited By: Publish:Mon, 19 Apr 2021 08:38 AM (IST) Updated:Mon, 19 Apr 2021 08:38 AM (IST)
पांच सालों से रायपुर एयरपोर्ट पर खड़ा बांग्लादेशी विमान होगा जब्त, वसूला जाएगा 1.5 करोड़ रुपये का पार्किंग चार्ज
एयरपोर्ट आथिरिटी आफ इंडिया ने 15 दिनों का एकबार फिर अंतिम मौका दिया है।

रायपुर, जेएनएन। एयरपोर्ट आथरिटी आफ इंडिया (भारतीय विमानपत्तन प्राधिकरण, एएआइ) ने स्वामी विवेकानंद हवाई हवाई अड्डे पर पिछले पांच वर्षो से खड़े बांग्लादेशी विमान की जब्ती की प्रक्रिया शुरू कर दी है। इसके जरिए होने वाली आय से जहाज की पार्किग के लगभग 1.5 करोड़ रपये बकाये की भरपाई की जाएगी। छत्तीसगढ़ की राजधानी रायपुर के स्वामी विवेकानंद हवाई अड्डे पर यह हवाई जहाज सात अगस्त 2015 से खड़ा है। इसपर पार्किग और अन्य तकनीकी शुल्कों के रूप में कुल 1.5 करोड़ रपये का बकाया हो चुका है।

रायपुर हवाई अड्डे के डायरेक्टर राकेश सहाय ने बताया कि यूनाइटेड एयरवेज को बकाया भुगतान के लिए 15 दिनों का अंतिम मौका देते हुए विमान ले जाने का अवसर दिया गया है। बकाया भुगतान करने में कंपनी के विफल रहने पर मामला एएआइ के कानून विभाग को अग्रसारित कर दिया जाएगा। सहाय ने बताया कि 173 यात्रियों के साथ ढाका से मस्कट जाने के दौरान एमडी-83 विमान के इंजन में आग लग गई थी और आपात स्थिति में उसे रायपुर हवाई अड्डे पर उतारा गया था। उसी समय से विमान हवाई अड्डे पर रखा है तथा बांग्लादेश की कंपनी की तरफ से विमान वापस ले जाने की दिशा में कोई ठोस पहल नहीं हुई है।

सहाय ने बताया कि यूनाइटेड एयरवेज के साथ लगातार संवाद हो रहा है तथा कंपनी ने पिछले वर्ष बकाया भुगतान के लिए नौ महीने का समय मांगा था। उक्त समय भी शुक्रवार को पूरा हो चुका है तथा कंपनी की तरफ से अभी तक न तो पैसे का भुगतान हुआ है और न ही कोई भरोसा दिया गया है। कंपनी ने विमान बेचकर बकाया भुगतान करने की बात कही थी परंतु उस दिशा में भी कोई कदम नहीं उठाया गया है। कोरोना काल को देखते हुए यूनाइटेड एयरवेज को मेल संवाद के जरिए और 15 दिनों का मौका दिया गया है ताकि सभी बकाया का भुगतान सके। उसके बाद विमान को नीलाम करने की प्रक्रिया शुरू कर दी जाएगी।

दो देशों का मामला होने के कारण यह मुद्दा विदेश मंत्रालय के समक्ष भी उठाया जा चुका है। एएआइ के वरिष्ठ अधिकारी ने बताया कि दिल्ली में बांग्लादेश उच्चायोग को भी इस संबंध में सूचित किया जा चुका है। सहाय ने बताया कि 36 हजार फीट की ऊंचाई पर उड़ रहे विमान को रायपुर हवाई अड्डे पर उतारना आसान काम नहीं था। विमान के पायलट द्वारा इंजन में आग लगने की सूचना दिए जाने के बाद कोलकाता एयरपोर्ट से भी संपर्क साधते हुए लैंडिंग कराई गई।

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