दुश्मन के ड्रोन अभियानों से निपटने के लिए शोध में ज्यादा निवेश हो, डीएफआइ ने जताई जरूरत

ड्रोन फेडरेशन आफ इंडिया (DFI) के एक वरिष्ठ अधिकारी ने मंगलवार को कहा कि भारत को ड्रोन रोधी शोध प्रौद्योगिकी और दुश्मन ड्रोन अभियानों के संचालन की वजह से बढ़ती चिंताओं के निराकरण के लिए इस दिशा में ज्यादा निवेश करने की जरूरत है।

By TaniskEdited By: Publish:Tue, 29 Jun 2021 07:23 AM (IST) Updated:Tue, 29 Jun 2021 07:23 AM (IST)
दुश्मन के ड्रोन अभियानों से निपटने के लिए शोध में ज्यादा निवेश हो, डीएफआइ ने जताई जरूरत
भारत को ड्रोन रोधी शोध और प्रौद्योगिकी पर ध्यान देने की जरूरत।

नई दिल्ली, प्रेट्र। ड्रोन फेडरेशन आफ इंडिया (DFI) के एक वरिष्ठ अधिकारी ने मंगलवार को कहा कि भारत को ड्रोन रोधी शोध, प्रौद्योगिकी और दुश्मन ड्रोन अभियानों के संचालन की वजह से बढ़ती चिंताओं के निराकरण के लिए इस दिशा में ज्यादा निवेश करने की जरूरत है। उनका यह बयान जम्मू के वायुसेना केंद्र पर ड्रोन द्वारा दो बम गिराए जाने की घटना के बाद आया है। इस हमले में वायुसेना के दो कर्मी घायल हो गए थे। वहीं जम्मू के रत्नुचक-कालूचक सैन्य इलाकों में दो ड्रोन मंडराते देख सतर्क सुरक्षा बलों ने सोमवार को उन पर गोली चलाई।

डीएफआइ के निदेशक-साझेदारी स्मित शाह ने कहा कि दुश्मन ड्रोन से होने वाली सुरक्षा चिंताओं का समाधान किसी भी सख्त नियम से नहीं हो सकता। उन्होंने कहा, 'कोई व्यक्ति अगर देश के किसी हिस्से में ड्रोन बनाना और उड़ाना चाहे तो उसके पास ऐसा करने की भौतिक क्षमता है। इस चुनौती (शत्रु ड्रोन की) से निपटने के लिए हमें ड्रोन रोधी अनुसंधान और प्रौद्योगिकी में और निवेश करने तथा इस क्षेत्र में क्षमता बढ़ाने की जरूरत है।'

शाह ने कहा कि भारत में कुछ कंपनियां खुद अनुसंधान कर रही हैं और कुछ कंपनियां विदेशी कंपनियों के साथ मिलकर इस दिशा में काम कर रही हैं, लेकिन इस क्षेत्र में और ध्यान केंद्रित किए जाने की जरूरत है। ड्रोन रोधी प्रौद्योगिकी में रडार, रेडियो-आवृत्ति उपकरणों, इलेक्ट्रो-आप्टिकल विधियों, ध्वनिक तंत्र या संयुक्त संवेदक तकनीक का इस्तेमाल होता है।

शाह ने कहा कि देश के मौजूदा कानूनों को प्राथमिक रूप से यह सुनिश्चित करना चाहिए कि नुकसान पहुंचाने या तबाही मचा सकने के लिए इस्तेमाल होने वाले पदार्थ का समुचित तौर पर पता लगाया जा सके और यह उन लोगों के हाथ न लगे जिनके लिए यह नहीं है। बता दें कि डीएफआइ एक औद्योगिक निकाय है जिसमें एस्टीरिया ऐरोस्पेस, क्विडिच इनोवेशन लैब, आटोमाइक्रोयूएएस, आरव अनमैंड सिस्टम्स और इंड्रोन्स जैसी कंपनियां सदस्य हैं।

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