देश का पहला रोबोट पुलिस अधिकारी ड्यूटी पर तैनात, ये हैं इसमें खूबियां

केरल के मुख्यमंत्री पी विजयन ने देश के पहले रोबोट पुलिसकर्मी का अनावरण किया। इस रोबो ने उन्हें सैल्यूट कर अपनी मुस्तैदी का परिचय दिया।

By Sanjay PokhriyalEdited By: Publish:Thu, 21 Feb 2019 10:06 AM (IST) Updated:Thu, 21 Feb 2019 10:08 AM (IST)
देश का पहला रोबोट पुलिस अधिकारी ड्यूटी पर तैनात, ये हैं इसमें खूबियां
देश का पहला रोबोट पुलिस अधिकारी ड्यूटी पर तैनात, ये हैं इसमें खूबियां

नई दिल्ली [जागरण स्पेशल]। सब इंस्पेक्टर केपी-बोट! किसी पुलिस अधिकारी का यह नाम आपको अनोखा लग रहा होगा। बात भी अनोखी है। केपी-बोट किसी इंसानी पुलिसकर्मी का नाम नहीं है। यह एक मानव जैसा (ह्युमनॉयड) रोबोट है। दरअसल देश में पहली बार पुलिस में रोबोट का इस्तेमाल किया गया है। ये पहल केरल पुलिस ने की है। दुबई और चीन भी इस तरह के रोबोट पुलिस की टीम में शामिल कर चुके हैं। केरल के मुख्यमंत्री पी विजयन ने मंगलवार को देश के पहले रोबोट पुलिसकर्मी का अनावरण किया। इस रोबो ने उन्हें सैल्यूट कर अपनी मुस्तैदी का परिचय दिया।

मानव की तरह करेगा काम
केरल पुलिस के एडीजीपी मनोज अब्राहम के अनुसार इस रोबोट का इस्तेमाल मुख्यालय में उपलब्ध सेवाओं की जानकारी देने में होगा। यह यहां आने वाले आगंतुकों की शिकायतों का रिकॉर्ड रखेगा। जिसे कभी भी देखा जा सकेगा।

विस्फोटकों की करेगा पहचान
तेजी से बढ़ती आतंकी गतिविधियों से हर साल बड़ी संख्या में जानमान का नुकसान होता है। विस्फोटकों की समय पर पहचान होने पर जान और माल का नुकसान बचाया जा सकता है। भविष्य में केपी-बोट को विस्फोटकों की पहचान करने में सक्षम रोबोट के तौर पर भी विकसित करने की योजना है।

बढ़ते कदम...
केपी-बोट को कोच्चि स्थित स्टार्टअप वेंचर एसीमोव रोबोटिक्स प्राइवेट लिमिटेड और साइबरडोम ने डिजायन किया है। साइबरडोम केरल पुलिस का एक तकनीकी अनुसंधान और विकास केंद्र है। ये सफल निर्माण आधुनिक भारत के तकनीकी उन्नति के नए मायने गढ़ रहा है। उम्मीद की जा रही है कि आने वाले समय में अन्य प्रदेशों में भी इस तरह के रोबोट को पुलिस टीम में भर्ती किया जा सकेगा।

रोबोकॉप था पहला पुलिस अधिकारी
दुबई पुलिस में 22 मई 2017 को दुनिया के पहले रोबोट पुलिस अफसर की नियुक्ति हुई थी। इसका नाम रोबोकॉप था। यह लोगों से बातचीत करने, छह भाषाएं बोलने, लोगों के प्रश्नों के उत्तर देने और उन्हें सैल्यूट करने में सक्षम था। केपी-बोट को दुनिया का चौथा रोबोट पुलिसकर्मी बताया जा रहा है।

सीएम को सैल्यूट
केपी-बोट को केरल पुलिस मुख्यालय त्रिवेंद्रम में लोगों की सहायता का काम मिला है। यह यहां आने वाले लोगों को रिसीव करेगा। उन्हें परिचय पत्र जारी करेगा। उन्हें संबंधित जगह जाने को रास्ता बताएगा। इस रोबोट ने मुख्यमंत्री विजयन को सैल्यूट किया।

बढ़ता दखल
तकनीक और अनुसंधान क्षेत्र में लगातार बढ़ोत्तरी होने से दुनियाभर के दफ्तरों में भी रोबोट का दखल तेजी से बढ़ रहा है। 2015 में प्रति दस हजार कर्मचारियों पर काम कर रहे औद्योगिक रोबोट का वैश्विक औसत 66 था। 2016 में ये आंकड़ा बढ़कर 74 हो गया।

ट्रैफिक की कमान भी रोबोट के हाथ
इससे पहले महाराष्ट्र के पुणे शहर से रोडिओ नामक रोबोट को बतौर ट्रैफिक पुलिस तैनात किया जा चुका है। ये रोबोट यातायात पुलिसकर्मी के रूप में कार्य करता है और यात्रियों को यातायात नियमों और अपराधों के बारे में चेतावनी देने में सक्षम है। इसमें 16-इंच का एलईडी डिस्प्ले लगा हुआ है, जो ट्रैफिक नियमों और अन्य महत्वपूर्ण संदेशों का एक टिकर दिखाता है। जैसे कि हेलमेट पहनें, सिग्नल को क्रॉस न करने और अन्य नियम। रोडिओ के हाथों को वाहनों को जाने और रोकने के संकेत दिखाने के लिए बनाया गया है। इसे एसपी रोबोटिक्स मेकर लैब के डेवलपर्स ने तैयार किया है।

10 हजार कर्मियों पर तीन रोबोट
इंटरनेशनल फेडरेशन ऑफ रोबोटिक्स ने हाल ही में विभिन्न देशों में रोबोट के इस्तेमाल को लेकर सूची जारी की थी। सूची में दक्षिण कोरिया शीर्ष पर है जहां प्रति 10 हजार कर्मचारियों पर 631 रोबोट काम कर रहे हैं। यूरोप में प्रति दस हजार पर 99 रोबोट का आंकड़ा है। भारत सूची में 15वें पायदान पर है, जहां दस हजार कर्मियों पर तीन रोबोट का इस्तेमाल किया जा रहा है।

अन्य देशों में रोबोट ट्रैफिक पुलिस

डेमोक्रेटिक रिपब्लिक ऑफ कांगो : यहां की सड़कों पर यातायात नियमों देखने के लिए कैमरों और लाइटों से लैस पांच चंकी, आर्म-वेविंग रोबोट स्थापित किए गए हैं। सौर ऊर्जा से चलने वाले एल्युमीनियम से निर्मित है और काफी विशाल हैं।

दुबई: सुरक्षा व्यवस्था बनाए रखने के लिए यहां दुनिया के पहले रोबोट पुलिस को तैनात किया गया है। इस रोबोट पुलिस को मॉल्स और पर्यटन स्थलों पर तैनात किया गया है।

अमेरिका: यहां के कैलिफोर्निया शहर में मौजूद स्टैनफोर्ड शॉपिंग सेंटर के बाहर सुरक्षा गार्ड के रूप में अंडे के आकार का रोबोट खड़ा रहता है।

चीन और जापान: तकनीक के मामले में अग्रणी इन दोनों देशों के कई शहरों में रोबोट पुलिस मौजूद है।

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