निर्णायक मुकाम की ओर कोरोना के खिलाफ लड़ाई, देश में अब तक 44 करोड़ से अधिक टीके की खुराक दी गई
केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्रालय ने सोमवार को बताया कि भारत ने टीकाकरण कवरेज में 44 करोड़ (441057103) डोज लगाए जाने का आंकड़ा पार कर लिया है। कोरोना महामारी के खिलाफ जारी टीकाकरण अभियान में यह एक मील का पत्थर है।
नई दिल्ली, एजेंसियां। कोरोना के खिलाफ लड़ाई अब गति पकड़ने लगी है। केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्रालय ने सोमवार को बताया कि भारत ने टीकाकरण कवरेज में 44 करोड़ (44,10,57,103) डोज लगाए जाने का आंकड़ा पार कर लिया है। कोरोना महामारी के खिलाफ जारी टीकाकरण अभियान में यह एक मील का पत्थर है। मंत्रालय ने कहा कि एक अन्य महत्वपूर्ण उपलब्धि में महाराष्ट्र ने सोमवार को एक करोड़ से अधिक लोगों को कोविड-19 वैक्सीन की दोनों डोज लगाने वाला पहला राज्य बन गया है।
केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्रालय ने कहा कि शाम सात बजे की रिपोर्ट के अनुसार देश में सोमवार को कोविड रोधी टीके की 57,48,692 खुराक दी गई। 18 से 44 साल के लोगों को 7,20,900 टीके पहली खुराक के रूप में जबकि 3,49,496 टीके दूसरी खुराक के रूप में लगाए गए। देश भर में टीकाकरण अभियान के तीसरे चरण की शुरुआत के बाद से 18 से 44 साल की उम्र के कुल 14,19,55,995 लोगों को उनकी पहली खुराक जबकि 65,72,678 लोगों को दूसरी खुराक लगाई जा चुकी है।
समाचार एजेंसी पीटीआइ की रिपोर्ट के मुताबिक गुजरात, मध्य प्रदेश, महाराष्ट्र, राजस्थान और उत्तर प्रदेश ने 18 से 44 साल की उम्र के लोगों को कोविड-19 टीके की एक करोड़ से अधिक खुराक दी हैं। वहीं आंध्र प्रदेश, असम, छत्तीसगढ़, दिल्ली, हरियाणा, झारखंड, केरल, तेलंगाना, हिमाचल प्रदेश, ओडिशा, पंजाब, उत्तराखंड और पश्चिम बंगाल ने 18 से 44 वर्ष की उम्र के 10 लाख से अधिक लोगों को कोविड-19 रोधी वैक्सीन की पहली खुराक दी है।
वहीं केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्रालय की तरफ से सोमवार सुबह आठ बजे अपडेट किए गए आंकड़ों के मुताबिक बीते 24 घंटे के दौरान देश भर में 40 हजार से कम नए मामले मिले हैं, जिनमें से अकेले केरल से ही साढ़े 17 हजार मामले हैं। वहीं मृतकों की संख्या पांच सौ से कम दर्ज की गई। स्वास्थ्य मंत्रालय की मानें तो केंद्र की तरफ से राज्यों और केंद्र शासित प्रदेशों को कोरोना रोधी वैक्सीन की कुल 45.37 करोड़ डोज उपलब्ध कराई जा चुकी हैं। इसके अलावा जल्द ही इन्हें 59.39 लाख डोज और मिल जाएंगी। मंत्रालय के मुताबिक राज्यों, केंद्र शासित प्रदेशों और निजी अस्पतालों के पास अभी 3.09 करोड़ डोज बची हुई हैं।