India-China Ladakh Meeting: लद्दाख में गतिरोध को लेकर भारत-चीन सैन्य कमांडरों की बैठक खत्‍म

India-China Ladakh Meeting भारत और चीन के सैन्य कमांडरों के बीच वास्तविक नियंत्रण रेखा (LAC) के चीनी पक्ष में मोल्डो में फिलहाल बैठक खत्‍म हो गई है।

By Shashank PandeyEdited By: Publish:Sat, 06 Jun 2020 07:35 AM (IST) Updated:Sat, 06 Jun 2020 05:01 PM (IST)
India-China Ladakh Meeting: लद्दाख में गतिरोध को लेकर भारत-चीन सैन्य कमांडरों की बैठक खत्‍म
India-China Ladakh Meeting: लद्दाख में गतिरोध को लेकर भारत-चीन सैन्य कमांडरों की बैठक खत्‍म

नई दिल्ली, एएनआइ। India-China Ladakh Meeting,  भारत और चीनी सेनाओं ने शनिवार को पूर्वी लद्दाख में महीने भर से चल रहे सीमा गतिरोध को सुलझाने के अपने पहले बड़े प्रयास में लेफ्टिनेंट जनरल स्तर की वार्ता आयोजित की। पूर्वी लद्दाख में वास्तविक नियंत्रण रेखा (LAC) के चीनी पक्ष पर मोल्डो में बॉर्डर पर्सनेल मीटिंग प्वॉइंट में यह बैठक हुई। भारत और चीन के सैन्य कमांडरों के बीच वास्तविक नियंत्रण रेखा (LAC) के चीनी पक्ष में मोल्डो में फिलहाल बैठक चल रही है। दोनों देशों के बीच पूर्वी लद्दाख में LAC पर गतिरोध पर चर्चा के लिए यह बैठक खत्‍म हो गई है। 

इससे पहले इस अहम बैठक के बीच भारत की ओर से एक बड़ा बयान सामने आया। चीन के साथ गतिरोध पर सेना ने बयान जारी करते हुए कहा कि लद्दाख में गतिरोध को सुलझाने के लिए चीन के साथ सैन्य और कूटनीतिक स्तर पर बातचीत चल रही है। 

भारतीय सेना ने शनिवार को कहा कि भारत और चीन के अधिकारियों ने भारत-चीन सीमा क्षेत्र में मौजूदा तनाव की स्थिति को दूर करने के लिए सैन्य और कूटनीतिक चैनलों के माध्यम से बातचीत जारी रहेगी। पूर्वी लद्दाख में वर्तमान सीमा गतिरोध को हल करने के लिए दोनों पक्षों के बीच एक उच्च स्तरीय सैन्य वार्ता के बीच सेना का यह बयान आया।

इससे पहले दोनों देशों ने शुक्रवार को एक कूटनीतिक वार्ता की, जिसके दौरान उन्होंने एक-दूसरे की संवेदनशीलता और चिंताओं का सम्मान करते हुए शांतिपूर्ण चर्चा के माध्यम से अपने मतभेद को दूर करने की सलाह दी। इस वार्ता के दौरान दोनों पक्ष 2018 में चीनी के वुहान में एक अनौपचारिक शिखर सम्मेलन में प्रधान मंत्री नरेंद्र मोदी और चीनी राष्ट्रपति शी जिनपिंग द्वारा लिए गए निर्णयों के संदर्भ में, दोनों देशों के नेतृत्व द्वारा प्रदान किए गए मार्गदर्शन के अनुसार मतभेदों को सुलझाने के लिए सहमत हुए।

भारतीय सेना की ओर से जारी एक बयान में कहा गया कि भारत और चीनी अधिकारी भारत-चीन सीमा क्षेत्रों में मौजूदा स्थिति को दूर करने के लिए स्थापित सैन्य और कूटनीतिक चैनलों के माध्यम से बातचीत कर रहे हैं।

इससे पहले समाचार एजेंसी एएनआइ ने सूत्रों के हवाले से जानकारी दी कि भारत और चीन के सैन्य कमांडरों के बीच बैठक सुबह 11 से 11:30 बजे के बीच होगी।सेना ने बताया कि पहले यह बैठक सुबह लगभग 9 बजे शुरू होने वाली थी।

इससे पहले आर्मी के सूत्रों ने जानकारी दी थी कि भारत और चीन के अधिकारियों के बीच आज सुबह बड़ी बैठक होने जा रही है। पूर्वी लद्दाख में LAC के साथ चल रहे विवाद पर चर्चा करने के लिए वास्तविक नियंत्रण रेखा (LAC) के चीनी क्षेत्र मोल्डो में आज भारत और चीन के सैन्य कमांडरों की बैठक होगी। इस बैठक में भारत और चीन के बीच लद्दाख में एक महीने से जारी गतिरोध को खत्म करने की कवायद की जाएगी।

लेफ्टिनेंट जनरल स्तर की वार्ता

इस बैठक में भारतीय सेना का प्रतिनिधित्व 14वीं कॉर्प के कमांडर लेफ्टिनेंट जनरल हरिंदर सिंह(Lieutenant Gen Harinder Singh) कर रहे हैं। चीनी सेना की ओर से मेजर जनरल लियू लिन (Maj Gen Liu Lin) ने इस बैठक में भाग लिया। मेजर जनरल लियू लिन चीनी पीपुल्स लिबरेशन आर्मी (People’s Liberation Army) के दक्षिण झिंजियांग सैन्य क्षेत्र के कमांडर हैं।

यहां हो रही बैठक

यह बैठक वास्तविक नियंत्रण रेखा(LAC) के पास लद्दाख के चुशूल के सामने चीनी क्षेत्र मोल्डो में आयोजित हो रही है। मोल्डो टकराव की जगह से 20 किलोमीटर की दूरी पर स्थित है।

कौन हैं हरिंदर सिंह ?

लेफ्टिनेंट जनरल हरिंदर सिंह लेह स्थित 14वीं कॉर्प्स के कमांडर हैं जो चीनी अधिकारियों के साथ बातचीत में भारतीय सेना का प्रतिनिधित्व करेंगे। 'फायर एंड फ्यूरी कॉर्प्स' के उपनाम वाली 14वीं कॉर्प्स भारतीय सेना की उधमपुर स्थित उत्तरी कमान का हिस्सा है। यह कमान सबसे जोखिम भरी चुनौतियों का सामना करती है। लेफ्टिनेंट जनरल हरिंदर सिंह आतंकवाद रोधी विशेषज्ञ कमांडर मानें जाते हैं। उन्‍होंने पिछले साल अक्टूबर में 14वीं कॉर्प्स की कमान संभाली थी। उन्होंने भारतीय सेना में कई महत्वपूर्ण पदों पर काम किया है।

कई राउंड की बातचीत में हल नहीं हुआ मसला

पूर्वी लद्दाख में जारी गतिरोध को लेकर अभी तक दोनों सेनाओं के बीच 10 राउंड तक की बातचीत हो चुकी है। 2 जून को भी दोनों सेनाओं के अधिकारियों के बीच इस मसले पर बातचीत हुई थी लेकिन अभी तक किसी भी बातचीत का कोई खास नतीजा सामने नहीं आया है।

हालांकि, इस बीच उस क्षेत्र में दोनों सेनाएं कुछ दूर तक पीछे जरूर हटी हैं। अभी भी टकराव की नौबत खत्‍म नहीं हुई है। चीन ने तिब्बत में सैन्य अभ्यास कर अपनी सेना के पांच हजार जवानों को उत्‍तरी लद्दाख सेक्‍टर में तैनात कर दिया है। इसके जवाब में भारतीय सेना ने भी तैनाती बढ़ाई है।

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