India China Border News: एलएसी पर झड़प रोकने के लिए सिक्किम में भारत और चीनी सेना के बीच हाटलाइन स्थापित
सिक्किम में वास्तविक नियंत्रण रेखा पर किसी तरह की झड़प से बचने के लिए रविवार को उत्तरी सिक्किम के कोंगरा ला में भारतीय सेना और तिब्बत स्वायत्त क्षेत्र के खंबा दजोंग में चीन की पीपुल्स लिबरेशन आर्मी (पीएलए) के बीच हाटलाइन स्थापित की गई।
नई दिल्ली, एएनआइ। सिक्किम में वास्तविक नियंत्रण रेखा पर किसी तरह की झड़प से बचने और विश्वास और सौहार्दपूर्ण संबंधों की भावना को आगे बढ़ाने के लिए दोनों देशों की तरफ से अहम पहल हुई है। रविवार को उत्तरी सिक्किम के कोंगरा ला में भारतीय सेना और तिब्बत स्वायत्त क्षेत्र के खंबा दजोंग में चीन की पीपुल्स लिबरेशन आर्मी (पीएलए) के बीच हाटलाइन स्थापित की गई।
पूर्वी लद्दाख, सिक्किम और अरुणाचल प्रदेश में दोनों सेनाओं के बीच दो-दो हाटलाइन
भारतीय सेना की तरफ से जारी बयान में कहा गया है कि संयोग से रविवार यानी एक अगस्त को पीएलए दिवस भी था। दोनों देशों के बीच यह छठी हाटलाइन है। इसके साथ ही पूर्वी लद्दाख, सिक्किम और अरुणाचल प्रदेश में दोनों सेनाओं के बीच दो-दो हाटलाइन हो गई हैं। सेना ने कहा, 'दोनों देशों के सशस्त्र बलों के पास कमांडरों स्तर पर संचार के लिए सुस्थापित तंत्र हैं। विभिन्न सेक्टरों में स्थापित ये हाटलाइन संवाद को मजबूत करने और सीमाओं पर शांति और सौहार्द बनाए रखने में अहम योगदान करती हैं।' सेना के मुताबिक हाटलाइन के उद्घाटन में दोनों तरफ की सेनाओं के कमांडर मौजूद रहे और हाटलाइन के माध्यम से दोस्ती और सद्भाव के संदेश का अदान-प्रदान किया गया।
नाकू ला में दोनों तरफ के सैनिकों के बीच हुई थी झड़प
समाचार एजेंसी आइएएनएस के मुताबिक, यह हाटलाइन इस लिहाज से अहम है क्योंकि इसी साल 20 जनवरी को उत्तरी सिक्किम के नाकू ला में दोनों तरफ के सैनिकों के बीच झड़प हुई थी। चीनी सैनिक भारतीय सीमा में घुसने की कोशिश कर रहे थे, जिन्हें भारतीय जवानों ने रोक दिया। इस झड़प में कई सैनिक घायल हुए थे।
चीनी सैनिकों का रवैया रहता है आक्रामक
दरअसल, अरुणाचल प्रदेश से लेकर पूर्वी लद्दाख तक चीन से लगती वास्तविक नियंत्रण रेखा पर हाल के दिनों में बेहद तनाव की स्थिति पैदा हो गई है। चीनी सैनिकों का रवैया आक्रामक रहता है, लेकिन भारतीय सैनिकों की सतर्कता से उनकी एक नहीं चलती और अक्सर झड़पें होती रहती हैं।
एक दिन पहले ही सैन्य कमांडर स्तर की हुई थी बातचीत
पूर्वी लद्दाख में टकराव के सभी बिंदुओं से सैनिकों को हटाने को लेकर शनिवार को ही दोनों देशों के बीच सैन्य कमांडर स्तर की बातचीत हुई थी। करीब नौ घंटे तक चली इस बातचीत में भारत ने साफ कह दिया था कि देपसांग, गोगरा और हाटस्पि्रंग से चीन अपने सैनिकों को तुरंत वापस बुलाए और सैन्य साजो सामान हटाए।