COVID-19: पीएम की अपील पर जब बच्‍चों ने भी जलाई उम्‍मीद की लौ तो एकजुट हुआ देश

COVID-19 के खिलाफ शुरू हुई भारत की जंग में फिर देशवासियों ने एकजुटता का परिचय देते हुए पीएम मोदी की अपील को हाथोंहाथ लिया।

By Kamal VermaEdited By: Publish:Mon, 06 Apr 2020 10:12 AM (IST) Updated:Mon, 06 Apr 2020 05:58 PM (IST)
COVID-19: पीएम की अपील पर जब बच्‍चों ने भी जलाई उम्‍मीद की लौ तो एकजुट हुआ देश
COVID-19: पीएम की अपील पर जब बच्‍चों ने भी जलाई उम्‍मीद की लौ तो एकजुट हुआ देश

नई दिल्‍ली। कोरोना वायरस को हराने की जंग में सभी देशवासियों ने एक बार फिर से एकजुट होकर इस जंग में जीतने का शंखनाद किया। रविवार 5 मार्च की रात 9 बजे जब पूरे देश में लाइट बंद हुई तो एक के बाद एक जलते दीप की जगमगाहट से पूरा देश रोशन हो गया। ये नजारा दिवाली से भी कहीं अधिक सुंदर था। इस मुहिम में सबसे अच्‍छी बात ये रही कि इसमें धर्म से उठकर लोगों ने हिस्‍सा लिया। बच्‍चों से लेकर बड़े-बूढ़े भी इस जंग का हिस्‍सा बने। ये सम्‍मान था उन लोगों के प्रति जो इस जंग में फ्रंट लाइन पर खड़े हैं। इनमें डॉक्‍टर, नर्स और अस्‍पताल के दूसरे स्‍टाफ के अलावा वो लोग भी शामिल हैं जो हमारी जरूरतों को पूरा करने के लिए और हमारी साफ-सफाई की परवाह करते हुए आज भी अपने काम को अंजाम दे रहे हैं।

आपको बता दें कि पीएम मोदी की तरफ से की गई ये तीसरी अपील थी। पहली अपील में उन्‍होंने जनता कर्फ्यू के दौरान शाम 5 बजे लोगों से थालियां, तालियां, घंटियां बजाने की अपील की की। इसमें पीएम मोदी की मां समेत सभी देशवासियों बढ़चढ़कर हिस्‍सा लिया था और कुछ समय के लिए आकाश में तालियों और थालियों के बजने की आवाज गूंज गई थी। पीएम मोदी की तरफ से की गई दूसरी अपील लॉकडाउन में घरों के आगे बनी लक्ष्‍मण रेखा को पार न करना था। इसका भी लोगों ने पालन किया और केवल बहुत जरूरत के समय ही दहलीज को पार किया।

तीसरी अपील में पीएम मोदी ने 5 मार्च की रात को अपने घरों के बाहर बालकनी में दीप या मोमबत्‍ती जलाने की अपील की थी। उन्‍होंने देशवासियों को आह्वान किया था कि ये अंधियारा छंटेगा और उजाला भी आएगा, इसके लिए दीप जलाकर सभी देशवासी इस लड़ाई में एक बार फिर एकजुटता का परिचय दें। रात 9 बजे जैसा उन्‍होंने कहा था ठीक वैसा ही हुआ, लाइटें बंद कर दी गईं। दीप की रोशनी से हर घर जगमगा उठा। कहीं कहीं पर मंत्रोच्‍चार के साथ-साथ घंटियों और शंखनाद की भी आवाजें सुनाई दीं। कई जगहों पर भारत माता की जय के नारे भी लगाए गए। इसमें एक बड़ी खास बात ये भी रही कि देशवासियों ने पीएम मोदी की बात मानकर जो घरों की लाइटें बंद की उसकी वजह से महज नौ मिनट में लाखों यूनिट बिजली भी बच गई।

we are with you in fight against covid-19 @narendramodi , @PMOIndia pic.twitter.com/1BEIx84qmh— Kamal Kant Verma (@KamalKantVerma1) April 6, 2020

पीएम मोदी ने ट्वीट कर देशवासियों की इस एकजुटता के लिए उन्‍हें बधाई भी दी। उनकी इस मुहिम में राष्‍ट्रपति और उनका परिवार भी दिखाई दिया। इसके अलावा पक्ष हो या विपक्ष सभी ने इसमें हिस्‍सा लिया। आपको यहां पर ये भी बता दें कि रविवार को वामन द्वादशी भी थी। इसी दिन भगवान विष्‍णु ने वामनदेव के रूप में राजा बलि के पास गए थे और उनसे तीन पग भूमि मांगी थी। राजा बलि के गुरू इस बात को जान गए थे कि उनके यहां पर आने वाला कोई साधारण ऋषि मुनि नहीं बल्कि भगवान विष्‍णु हैं।

उन्‍होंने राजा बलि को चेताया भी कि वो मुनि की बात को नकार दें और उन्‍हें कोई भिक्षा देने का वचन न दें। लेकिन राजा बलि दानवीर थे और अपने द्वार पर आने वालों को निराश नहीं करते थे। उन्‍होंने भगवान वामन देव को भिक्षा देने का वचन दिया। परिणामस्‍वरूप भगवान वामन ने पहले पग में धरती तो दूसरे में आकाश को नाप दिया था। तीसरा पग रखने के लिए जब कोई स्‍थान नहीं बचा तो राजा बलि ने अपना मस्‍तक उनके चरणों में रख दिया। इससे प्रसन्‍न होकर वामन देव ने उन्‍हें पाताल का राजा बना दिया था।

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