ट्रेंड माइक्रो ने 40.9 अरब साइबर खतरों को किया ब्‍लाक, रैंसमवेयर जोखिम के लिहाज से दूसरे स्‍थान पर भारत

ट्रेंड माइक्रो ने साल की पहली छमाही के दौरान अपने कस्‍टमर के लिए बेहद नुकसानदायक लगभग 40.9 अरब ईमेल खतरनाक फाइलों और URL को ब्‍लाक करने का काम किया है। फर्म ने भारत में कुल 111028 ईमेल स्पैम यूआरएल और मैलवेयर को ब्‍लाक किए हैं।

By Krishna Bihari SinghEdited By: Publish:Wed, 27 Oct 2021 06:37 PM (IST) Updated:Wed, 27 Oct 2021 07:29 PM (IST)
ट्रेंड माइक्रो ने 40.9 अरब साइबर खतरों को किया ब्‍लाक, रैंसमवेयर जोखिम के लिहाज से दूसरे स्‍थान पर भारत
ट्रेंड माइक्रो ने साल 2021 की पहली छमाही में अपने ग्राहकों की सुरक्षा के लिए बड़े कदम उठाए हैं।

बेंगलुरू, आइएएनएस। वैश्विक साइबर सुरक्षा फर्म ट्रेंड माइक्रो (Trend Micro) ने साल 2021 की पहली छमाही में अपने ग्राहकों की सुरक्षा के लिए बड़े कदम उठाए हैं। ट्रेंड माइक्रो ने साल की पहली छमाही के दौरान अपने कस्‍टमर के लिए बेहद नुकसानदायक लगभग 40.9 अरब ईमेल, खतरनाक फाइलों और URL को ब्‍लाक करने का काम किया है। कंपनी ने बुधवार को अपने आधिकारिक बयान में बताया कि उसने भारत में साइबर सुरक्षा के लिहाज से खतरनाक 1,11,028 ईमेल स्पैम, यूआरएल और मैलवेयर को ब्‍लाक किया है।

समाचार एजेंसी आइएएनएस ने अपनी रिपोर्ट में कंपनी के हवाले से बताया है कि इस साल पहली छमाही के दौरान रैंसमवेयर वैश्विक स्तर पर सबसे बड़ा खतरा बना रहा। भारत में रैंसमवेयर का खतरा 12.98 फीसद रहा जो चीन के बाद एशिया में दूसरा बड़ा आंकड़ा था। रिपोर्ट के मुताबिक वैश्विक रैंसमवेयर जोखिम वाली सूची में भारत दूसरे स्‍थान पर रहा। फर्म ने जांच में पाया कि साइबर अपराधियों ने लक्षित नेटवर्क तक पहुंच हासिल करने, यूजर्स का डेटा चुराने और एन्क्रिप्ट करने के लिए उन्नत लगातार खतरे वाले उपकरणों और तकनीकों का इस्तेमाल किया।

भारत और सार्क देशों में ट्रेंड माइक्रो के मैनेजर विजेंद्र कटियार कहते हैं कि साइबर जोखिम को प्रभावी ढंग से कम करने की दिशा में पहला कदम खतरे के परिदृश्य, जटिलता और विशिष्टताओं को समझना है। रिपोर्ट बताती है कि हाल के महीनों में रैंसमवेयर वायरस WannaCry और वेब शेल्स क्रिप्टोकुरेंसी माइनर्स के लिए सबसे मुफीसद मैलवेयर बन गए हैं। वैश्विक स्तर पर यदि बात करें तो साल 2021 की पहली छमाही में रैंसमवेयर हमलों में 1,318 फीसद बढ़ोतरी के साथ बैंकिंग उद्योग असमान रूप से प्रभावित हुआ था।

हाल ही में आई समाचार एजेंसी आइएएनएस की रिपोर्ट के मुताबिक साइबर अटैक को लेकर संवेदनशील देशों की लिस्ट में भारत का नाम प्रमुखता से शामिल है। गूगल (Google) की एक रिपोर्ट के मुताबिक भारत रैंसमवेयर (Ransomware) से सर्वाधिक प्रभावित देशों में छठे स्थान पर है। मालूम हो कि यह रिपोर्ट 140 देशों में आठ करोड़ से ज्यादा रैंसमवेयर के मामलों के विश्लेषण के आधार पर तैयार की गई थी। बता दें कि रैंसमवेयर उन साइबर हमलों को कहा जाता है जिनमें हैकर किसी के कंप्यूटर पर कब्जा कर बदले में उनसे वसूली करते हैं। 

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