काबुल में भारतीय के अपहरण मामले से जुड़े लोगों के संपर्क में है सरकार

काबुल में पिछले दो दशक से कारोबार कर रहे अपहृत बंसारी लाल अरेन्देह भारत के फरीदाबाद के मूल निवासी है। मामले में विदेश मंत्रालय के प्रवक्ता अरिंदम बागची ने कहा हमने उन खबरों को देखा है कि स्थानीय अधिकारी इस मामले की जांच कर रहे हैं।

By Monika MinalEdited By: Publish:Fri, 17 Sep 2021 12:53 AM (IST) Updated:Fri, 17 Sep 2021 12:53 AM (IST)
काबुल में भारतीय के अपहरण मामले से जुड़े लोगों के संपर्क में है सरकार
काबुल में भारतीय के अपहरण मामले से जुड़े लोगों के संपर्क में है सरकार

नई दिल्ली, प्रेट्र। अफगानिस्तान (Afghanistan) की राजधानी काबुल से एक भारतीय नागरिक के अपहरण की खबरों पर विदेश मंत्रालय (External Affairs Ministry) ने गुरुवार को कहा कि सरकार सभी संबंधित लोगों के संपर्क में है। खबरों के मुताबिक बंसारी लाल अरेन्देह (Bansari Lal Arendeh) का मंगलवार को बंदूक के बल पर अपहरण कर लिया गया था। बंसारी लाल वहां करीब दो दशकों से कारेाबार कर रहा था। हालांकि उसके भारतीय नागरिक होने पर संदेह है और इस बात की भी जांच की जा रही है कि वह भारतीय है या अफगान नागरिक। 

इंडियन वर्ल्ड फोरम के अध्यक्ष पुनीत सिंह चंढोक ने बताया कि 14 सितंबर, मंगलवार को बंदूक की नोक पर 50 वर्षीय अरेन्देह का अपहरण कर लिया गया।

Alarming to learn about gunpoint abduction of Bansri Lal Arendeh, 50 Yr Old #Afghan #hindu Indian Citizen in #Kabul yesterday morning.I request @narendramodi ji @DrSJaishankar ji @AmitShah ji @MEAIndia to intervene and assist the family at the highest level and rescue him.

— Puneet Singh Chandhok (@PSCINDIAN) September 15, 2021

मामले में जांच जारी- अरिंदम बागची

विदेश मंत्रालय के प्रवक्ता अरिंदम बागची (Arindam Bagchi) ने कहा, 'हमने उन खबरों को देखा है कि स्थानीय अधिकारी इस मामले की जांच कर रहे हैं। हम स्थिति पर निगाह बनाए रखेंगे।' जब उनसे पूछा गया कि क्या बंसारी लाल भारतीय नागरिक है? बागची ने कहा, 'मुझे बताया गया है कि वह भारतीय नागरिक है, लेकिन हम इसकी भी जांच कर रहे हैं।' दरअसल, इस बात को लेकर भ्रम था कि बंसारी लाल भारतीय नागरिक है या अफगान हिंदू।

फरीदाबाद का मूल निवासी है बंसारी का परिवार

खबरों के मुताबिक, बंसारी का परिवार फरीदाबाद में रहता है और वह पिछले दो दशकों से काबुल में कारोबार कर रहा है। एक अन्य सवाल के जवाब में बागची ने कहा कि जब तक काबुल एयरपोर्ट पर संचालन बहाल नहीं होता, तब तक बाकी भारतीयों को वापस लाने के बारे में बता पाना कठिन है। उन्होंने कहा कि अफगानिस्तान से ज्यादातर भारतीयों को निकाल लिया गया है, लेकिन कुछ अभी भी वहां हैं और सरकार उनके संपर्क में है।

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