देश के चुनिंदा 10 थानों में किस-किस ने बनाई अपनी जगह, जानिए, क्या था चुनाव का आधार

देश के aसभी राज्यों व केंद्र शासित प्रदेशों के 15579 थानों में से शीर्ष के 10 थानों का चयन किया गया।

By Bhupendra SinghEdited By: Publish:Fri, 06 Dec 2019 09:45 PM (IST) Updated:Fri, 06 Dec 2019 09:45 PM (IST)
देश के चुनिंदा 10 थानों में किस-किस ने बनाई अपनी जगह, जानिए, क्या था चुनाव का आधार
देश के चुनिंदा 10 थानों में किस-किस ने बनाई अपनी जगह, जानिए, क्या था चुनाव का आधार

जागरण ब्यूरो, नई दिल्ली। देश के टॉप 10 थानों में उत्तरप्रदेश, बिहार, पंजाब, हरियाणा, झारखंड और पश्चिम बंगाल का एक भी थाना जगह बनाने में सफल नहीं हुआ है। शुक्रवार को जारी टॉप 10 थानों की सूची में राजधानी दिल्ली के सिर्फ एक थाना द्वारका स्थित हरिदास नगर को जगह मिली है। सर्वोच्च स्थान पाने वाले अधिकांश थानों के छोटे और ग्रामीण पृष्ठभूमि की ओर संकेत देते हुए गृहमंत्री अमित शाह ने कहा कि यह अपराध को रोकने और देश की सेवा में पुलिसकर्मियों की गंभीरता और समर्पण को दिखाता है।

पूरे देश में टॉप पर है अंडमान निकोबार का अबेरदीन थाना

संपत्ति विवाद, महिलाओं और कमजोर वर्गो के जुड़े अपराधों की जांच और निपटारे के साथ-साथ आम लोगों के प्रति संवेदनशीलता को लेकर अंडमान निकोबार के अबेरदीन थाना पूरे देश में पहले स्थान पर रहा। वहीं गुजरात का माहीसागर जिले का बालासिनोर थाना दूसरे स्थान पर रहा। हिंदी भाषी राज्यों में मध्यप्रदेश का एजेके बुरहानपुर तीसरे, दिल्ली का बाबा हरिदास नगर छठे और राजस्थान के झालावाड़ जिले का बकानी थाना सातवें स्थान पर रहा।

टॉप 10 थानों में दर्शाता है पुलिसकर्मियों के समर्पण का परिणाम- शाह

अमित शाह ने कहा कि टॉप 10 थानों में अधिकांशत: ग्रामीण पृष्टभूमि और छोटे थानों के आने से साफ है कि जनता को उत्कृष्ट सेवा देने के लिए सिर्फ संसाधन ही काफी नहीं है। बल्कि यह पुलिसकर्मियों के समर्पण का परिणाम है।

देश के 15,579 थानों में से शीर्ष के 10 थानों का चयन

दरअसल प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने 2015 में राज्यों के पुलिस महानिदेशकों के वार्षिक सम्मेलन के दौरान थानों की रैकिंग की जरूरत बताई थी। गृहमंत्रालय के एक वरिष्ठ अधिकारी ने कहा कि सभी राज्यों व केंद्र शासित प्रदेशों के 15,579 थानों में से शीर्ष के 10 थानों का चयन किया गया। इसके लिए पहले चरण में उन राज्यों से तीन-तीन थानों को चुना गया, जिसमें 750 से अधिक थाने हैं। इसके अलावा दिल्ली समेत बाकि बचे राज्यों से दो-दो और केंद्र शासित प्रदेशों से एक-एक थाने चुने गए।

लोगों की फीडबैक भी बना आधार

संपत्ति के साथ-साथ महिला और कमजोर वर्ग के खिलाफ अपराधों की जांच के आधार पर इनमें से 80 थानों का चयन किया गया। अंतिम चरण में अन्य मानकों के साथ-साथ आम लोगों के फीडबैक को भी स्थान दिया गया। जिसके आधार पर टॉप 10 थानों का चयन किया गया। 

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