मप्र में भी कोरोना के कारण बेसहारा हुए बच्चों को हर महीने पांच हजार रुपये पेंशन देगी सरकार

कोरोना संक्रमण की वजह से काल के गाल में समा चुके लोगों के अनाथ बच्चों का पालन- पोषण मध्य प्रदेश सरकार करेगी। मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने ऐसे बच्चों को हर महीने पांच हजार रुपये पेंशन देने और पात्रता न होते हुए भी निशुल्क राशन देने की घोषणा की है।

By Arun Kumar SinghEdited By: Publish:Thu, 13 May 2021 09:27 PM (IST) Updated:Thu, 13 May 2021 09:27 PM (IST)
मप्र में भी कोरोना के कारण बेसहारा हुए बच्चों को हर महीने पांच हजार रुपये पेंशन देगी सरकार
मध्य प्रदेश के मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान

भोपाल, राज्य ब्यूरो। कोरोना संक्रमण की वजह से काल के गाल में समा चुके लोगों के अनाथ बच्चों का पालन- पोषण मध्य प्रदेश सरकार करेगी। मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने ऐसे बच्चों को हर महीने पांच हजार रुपये पेंशन देने और पात्रता न होते हुए भी निशुल्क राशन देने की घोषणा की है। वहीं जिन घरों में कोरोना से कमाने वाले की मौत हो चुकी है और महिलाएं कोई रोजगार शुरू करना चाहती हैं, उनको सरकार अपनी गारंटी पर बगैर ब्याज के बैंकों से कर्ज दिलाएगी। उच्च पदस्थ अधिकारियों के मुताबिक पेंशन की पात्रता केवल गैर आयकरदाताओं को ही होगी। इसका लाभ उन बुजुर्गो को भी मिलेगा, जिनके बुढ़ापे का सहारा कोराना ने छीन लिया है।

पात्रता न होते हुए भी ऐसे परिवारों को दिया जाएगा निशुल्क राशन

कोरोना से सवा साल में मध्य प्रदेश में अभी तक साढ़े छह हजार से अधिक लोगों ने अपनी जान गंवाई है। इनमें से कई परिवारों में कमाकर घर चलाने वालों की मौत हो गई है, तो कई घरों के बच्चे अनाथ हो गए हैं। मुख्यमंत्री ने गुरुवार को इस सहायता की घोषणा करते हुए कहा कि ऐसे परिवारों को हम बेसहारा नहीं छोड़ सकते हैं। इन परिवारों को घबराने की जरूरत नहीं है। इनका सहारा हम हैं, मध्य प्रदेश सरकार है।

उन्होंने कहा कि कोरोना संक्रमण की वजह से कई परिवारों के मुखिया और कमाने वाले अन्य सदस्यों की मृत्यु हो गई है। ऐसे में बच्चे अनाथ हो गए हैं और उनके सामने रोजी-रोटी का संकट खड़ा हो गया है। ऐसे बच्चों को सरकार पांच हजार रुपये महीना पेंशन और निशुल्क राशन देगी। मुख्यमंत्री ने कहा कि ऐसे बच्चों की निशुल्क शिक्षा का भी प्रबंध सरकार करेगी। 

किसी को भूखा नहीं सोने देंगे : डॉ. मिश्रा

प्रदेश के गृहमंत्री डॉ. नरोत्तम मिश्रा ने कहा कि हम संकल्पित हैं कि मध्य प्रदेश के किसी भी व्यक्ति को भूखा नहीं सोने देंगे। डॉ. मिश्रा ने बताया कि ब्लैक फंगस से पीडि़त मरीजों का भी सरकार निशुल्क इलाज कराएगी। इसके इलाज के लिए प्रदेश में केंद्र बनाए जाएंगे। 

मध्य प्रदेश दूसरा राज्य

कोरोना के कारण बेसहारा हुए बच्चों को सहारा देने का निर्णय करने वाला मध्य प्रदेश दूसरा राज्य है। इससे पहले जम्मू- कश्मीर ने भी ऐसा निर्णय लिया है। जम्म-कश्मीर ने ऐसे परिवार के बुजुर्गो को विशेष पेंशन और बच्चों को विशेष छात्रवृत्ति देने की घोषणा की है।

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