असम में दुष्कर्म के अलग-अलग मामलों में एक मस्जिद के इमाम और मंदिर का पुजारी गिरफ्तार
असम में दुष्कर्म के अलग-अलग मामलों में एक मस्जिद के इमाम व मंदिर के पुजारी को गिरफ्तार किया गया है। पुलिस ने शनिवार को बताया कि छह साल की बच्ची से दुष्कर्म के आरोप में होजाई जिले की एक मस्जिद के इमाम को गिरफ्तार किया गया है।
दिफू, प्रेट्र। असम में दुष्कर्म के अलग-अलग मामलों में एक मस्जिद के इमाम व मंदिर के पुजारी को गिरफ्तार किया गया है। पुलिस ने शनिवार को बताया कि छह साल की बच्ची से दुष्कर्म के आरोप में होजाई जिले की एक मस्जिद के इमाम को गिरफ्तार किया गया है। मासूम जब घर पर अकेली थी तब इमाम ने वारदात को अंजाम दिया था। शनिवार को अदालत ने उसे न्यायिक हिरासत में भेज दिया।
उधर, कार्बी आंगलोंग जिले में 15 साल की एक किशोरी से दुष्कर्म के आरोप में पुजारी को गिरफ्तार किया गया है। पुलिस ने बताया कि किशोरी के गांव में इंटरनेट सेवा खराब थी, इसलिए वह पुजारी के घर पर आनलाइन परीक्षा देने के लिए रुकी थी।
आरोप है कि पुजारी ने 22 जुलाई को किशोरी से दुष्कर्म किया। पुजारी ने उसे अपने घर में जबरन बंद कर लिया था, लेकिन किशोरी किसी प्रकार भागने में कामयाब रही। पीडि़ता के स्वजन ने एक महिला संगठन से संपर्क किया, जिसकी शिकायत पर पुजारी को शनिवार को गिरफ्तार कर लिया गया।
उधर, भारत-बांग्लादेश सीमा पर स्थित असम के कछार जिले के एक गांव में कोविड-19 ड्यूटी पर पहुंची उपायुक्त से प्रेरित होकर महिलाओं ने पहले स्वयं सहायता समूह (एसएचजी) का गठन किया है। यह समूह सरकार की लोक कल्याणकारी योजनाओं का लाभ दिलाने में कड़ी का काम करेगा।
शनिवार को जारी आधिकारिक बयान के अनुसार, उपायुक्त कीर्ति जल्ली 11 जून को कोविड जांच व टीकाकरण के प्रति लोगों में जागरूकता पैदा करने के लिए काटिगोरा ब्लाक के तुकेरग्राम गांव पहुंची थीं। इस दौरान उन्होंने महसूस किया था कि इलाके की महिलाएं विकास के प्रति उत्साहित तो हैं, लेकिन कोई संगठन नहीं है जो उनकी मदद कर सके।
उन्होंने महिलाओं को एसएचजी गठित करने को कहा, ताकि उन्हें असम राज्य ग्रामीण आजीविका मिशन के अंतर्गत लाया जा सके और उन्हें कनकलता महिला सबलीकरण योजना जैसी अन्य योजनाओं का लाभ दिलाया जा सके। महिलाओं ने गुरुवार को पल्ली उन्नयन स्वयंसहायता समूह के नाम से पहले एसएचजी का गठन किया। उपायुक्त कीर्ति ने इस पर खुशी जताते हुए कहा कि अल्पसंख्यक बहुल इस गांव की महिलाओं को अब सरकारी योजनाओं की मदद मिल सकेगी।