IMA Scam Case: कर्नाटक के पूर्व मंत्री और कांग्रेस नेता के आवास पर ED ने मारा छापा

कर्नाटक के पूर्व मंत्री और कांग्रेस नेता रोशन बेग के आवास पर आज प्रवर्तन निदेशालय ने आइ मॉनीटरिंग एडवाइजरी स्कैम मामले में छापेमारी की। बता दें कि आइएमए घोटाला में पूर्व विधायक रोशन बेग को केंद्रीय जांच ब्यूरो सीबीआइ (CBI) ने 23 नवंबर 2020 को गिरफ्तार किया था।

By Pooja SinghEdited By: Publish:Thu, 05 Aug 2021 11:11 AM (IST) Updated:Thu, 05 Aug 2021 11:11 AM (IST)
IMA Scam Case: कर्नाटक के पूर्व मंत्री और कांग्रेस नेता के आवास पर ED ने मारा छापा
IMA Scam Case: कर्नाटक के पूर्व मंत्री और कांग्रेस नेता के आवास पर ED ने मारा छापा

बेंगलुरु, एएनआइ। कर्नाटक के पूर्व मंत्री और कांग्रेस नेता रोशन बेग (Roshan Baig) के आवास पर आज प्रवर्तन निदेशालय (ED) ने आइ मॉनीटरिंग एडवाइजरी स्कैम (Monetary Advisory investment scam) मामले में छापेमारी की। बता दें कि आइएमए घोटाला में पूर्व विधायक रोशन बेग को सीबीआइ (CBI) ने 23 नवंबर 2020 को गिरफ्तार किया था। इस पहले इस मामले सीबीआइ भी रोशन बेग के आवास पर छापा मार चुकी है।

Bengaluru: Enforcement Directorate (ED) conducts raid at the residence of former Karnataka Minister & Congress leader Roshan Baig, in connection with I-Monetary Advisory investment scam

Visuals from the spot. pic.twitter.com/uxJjaK1f01

— ANI (@ANI) August 5, 2021

मामले की जांच के दौरान रोशन बेग की बिगड़ी थी सेहत

बता दें मामले की जांच के दौरान रोशन बेग को सीने में दर्द और बेचैनी की शिकायत के बाद अस्पताल में भर्ती भी किया गया था। जयदेव अस्पताल में कि तरफ से बताया गया था कि बैग की एंजियोग्राफी की गई थी। इस  दौरान अस्पताल से डिस्चार्ज होने के बाद पूर्व मंत्री को वापस सीबीआइ की कस्टडी में भेज दिया गया था।

जानें क्या है पूरा मामला

गौरतलब है कि आइएमए का यह घोटाला साल 2018 में सामने आया था, जिसमें कंपनी ज्यादा ब्याज का लालच देकर मासिक योजना, शिक्षा योजना, विवाह योजना जैसी विभिन्न पोंजी योजनाओं के लिए गैरकानूनी तरीके से लोगों से धन इकट्ठा करती थी, लेकिन जब रिटर्न देने का समय आया तो मंसूर खान दुबई फरार हो गया था। उसे पिछले साल 19 जुलाई को प्रत्यर्पित कर भारत लाया गया और गिरफ्तार कर लिया गया।

मुख्य आरोपी मंसूर खान ने रोशन बेग पर लगाया था आरोप

बता दें कि इससे पहले साल 2019 में इस मामले की जांच कर रही विशेष जांच टीम ने मामले में रोशन बेग को शामिल करने के बाद हिरासत में लिया था। मुख्य आरोपी मोहम्मद मंसूर खान और आइएमए के मालिक ने एक वीडियो में आरोप लगाया था कि रोशन बेग ने उससे पैसे निकाले थे।

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