यूनीफाइड हेल्थ इंटरफेस के कंसल्टेशन पेपर पर विचार आमंत्रित

एनएचए ने बताया कि यूएचआइ के जरिये एनडीएचएम का मकसद देश में डिजिटल स्वास्थ्य सेवाओं के तौर-तरीकों में बदलाव लाना है। वर्तमान में डिजिटल स्वास्थ्य सेवाएं हासिल करने और प्रदान करने के लिए मरीजों और स्वास्थ्य सेवा प्रदाताओं को एक ही एप्लीकेशन पर होना जरूरी है।

By Nitin AroraEdited By: Publish:Sat, 24 Jul 2021 06:46 PM (IST) Updated:Sat, 24 Jul 2021 06:46 PM (IST)
यूनीफाइड हेल्थ इंटरफेस के कंसल्टेशन पेपर पर विचार आमंत्रित
यूनीफाइड हेल्थ इंटरफेस के कंसल्टेशन पेपर पर विचार आमंत्रित

नई दिल्ली, प्रेट्र। आने वाले समय में नेशनल डिजिटल हेल्थ मिशन (एनडीएचएम) की शुरुआत के मद्देनजर एक कंसल्टेशन पेपर जारी किया गया है जिसमें यूनीफाइड हेल्थ इंटरफेस (यूएचआइ) के प्रस्तावित डिजाइन, दायरे और भूमिका का विवरण उपलब्ध कराया गया है। इस पर लोगों से विचार आमंत्रित किए गए हैं।

शनिवार को जारी एक बयान के मुताबिक, एनडीएचएम के डिजाइन और शुरुआत की जिम्मेदारी नेशनल हेल्थ अथारिटी (एनएचए) को दी गई है। बयान के अनुसार लोगों से विचार इसलिए आमंत्रित किए गए हैं ताकि यूएचआइ का डिजाइन और विकास सहयोग और परामर्श के जरिये सुनिश्चित हो सके।

एनएचए ने बताया कि यूएचआइ के जरिये एनडीएचएम का मकसद देश में डिजिटल स्वास्थ्य सेवाओं के तौर-तरीकों में बदलाव लाना है। वर्तमान में डिजिटल स्वास्थ्य सेवाएं हासिल करने और प्रदान करने के लिए मरीजों और स्वास्थ्य सेवा प्रदाताओं को एक ही एप्लीकेशन पर होना जरूरी है।

एनएचए के अनुसार, परिकल्पना यह है कि यूएचआइ द्वारा बनाया गया ओपन नेटवर्क मरीजों और स्वास्थ्य सेवा प्रदाताओं के लिए डिजिटल बुनियादी ढांचे के रूप में काम करेगा ताकि विभिन्न एप्लीकेशनों से कई तरह की डिजिटल हेल्थ सेवाओं की खोज, बुकिंग, भुगतान और पूर्ति हो सके। इन सेवाओं में टेलीकंसल्टेशन और फार्मेसी व अस्पतालों की खोज शामिल हैैं, लेकिन ये इतने तक ही सीमित नहीं होंगी। समय के साथ बाजार के वातावरण के साथ सेवाओं का विकास होगा। यूएचआइ को यूपीआइ (यूनीफाइड पेमेंट्स इंटरफेस) ईकोसिस्टम की तरह डिजाइन किया गया है। बता दें कि एनडीएचएम का पायलट प्रोजेक्ट अगस्त, 2020 में छह केंद्र शासित प्रदेशों में लांच किया गया था।

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