कोरोना संक्रमित गर्भवती महिलाओं को खतरा ज्‍यादा, आइसीएमआर ने किया आगाह, जानें क्‍या कहा

कोरोना वायरस (SARS-CoV-2) उच्च अनुपात में गर्भवती महिलाओं को संक्रमित कर सकता है। भारतीय चिकित्सा अनुसंधान परिषद (ICMR) ने अपने अध्ययन में पाया है कि कोरोना संक्रमित महिलाओं को तत्काल चिकित्सा की आवश्यकता होती है। पढ़ें यह रिपोर्ट...

By Krishna Bihari SinghEdited By: Publish:Thu, 16 Sep 2021 05:15 PM (IST) Updated:Fri, 17 Sep 2021 12:41 AM (IST)
कोरोना संक्रमित गर्भवती महिलाओं को खतरा ज्‍यादा, आइसीएमआर ने किया आगाह, जानें क्‍या कहा
कोरोना वायरस (SARS-CoV-2) उच्च अनुपात में गर्भवती महिलाओं को संक्रमित कर सकता है।

नई दिल्‍ली, एएनआइ। कोरोना वायरस (SARS-CoV-2) उच्च अनुपात में गर्भवती महिलाओं को संक्रमित कर सकता है। भारतीय चिकित्सा अनुसंधान परिषद (ICMR) ने अपने अध्ययन में पाया है कि कोरोना संक्रमित महिलाओं को तत्काल चिकित्सा की आवश्यकता होती है। समाचार एजेंसी एएनआइ के मुताबिक यह गर्भवती महिलाओं में गंभीर कोविड-19 संक्रमण के प्रतिकूल परिणामों पर ICMR द्वारा जारी किया गया पहला अध्ययन था। ICMR ने महाराष्ट्र में गर्भवती महिलाओं पर सरकारी संस्थानों और अस्पतालों के सहयोग से यह अध्ययन किया।

ये आंकड़े PregCovid रजिस्ट्री पर आधारित हैं जो महाराष्ट्र के 19 मेडिकल कॉलेजों से कोविड-19 संक्रमित गर्भवती पर रियल टाइम जानकारी एकत्र करता है। अध्‍ययन में महामारी की पहली लहर (मार्च 2020-जनवरी 2021) के दौरान एकत्र किए गए 4,203 गर्भवती महिलाओं के डेटा का विश्लेषण किया गया। इनमें पाया गया कि 3,213 महिलाओं ने जीवित बच्‍चे को जन्म दिया जबकि 77 को गर्भपात का सामना करना पड़ा। 834 ऐसे केस थे जिनमें डिलिवरी ही नहीं हो पाई। मृत बच्‍चे के जन्म समेत भ्रूण हानि का अनुपात छह फीसद था।

अध्‍ययन में पाया गया कि 534 महिलाएं यानी 13 फीसद सिम्‍टोमैटिक थीं जिनमें से 382 (72 फीसद) को हल्की, 112 (21 फीसद) को मध्यम जबकि 40 (7.5 फीसद) को गंभीर कोविड-19 बीमारी थी। सबसे आम जटिलता जो देखी गई उनमें समय से पहले प्रसव के 528 मामले (16.3 फीसद) थे। यही नहीं गर्भावस्था में उच्च रक्तचाप से ग्रस्त विकार के 328 केस (10.1 फीसद) पाए गए। आइसीएमआर ने पाया कि कुल 158 यानी 3.8 फीसद गर्भवती और प्रसवोत्तर महिलाओं को गहन देखभाल (intensive care) की आवश्यकता थी। इनमें 96 फीसद कोविड की जटिलताओं के कारण थीं।

अध्ययन के मुताबिक पुणे और मराठवाड़ा में सबसे ज्यादा मौतें हुई हैं। कोविड-19 संक्रमित गर्भवती महिलाओं में मृत्यु दर 0.8 फीसद (34/4203) थी। आइसीएमआर ने अपने बयान में कहा है कि हमारे विश्लेषण से पता चलता है कि कोरोना गर्भवती महिलाओं के उच्च अनुपात को संक्रमित कर सकता है। सिम्‍टोमैटिक स्थिति में एक बड़ा अनुपात मध्यम से गंभीर बीमारियों को जन्‍म दे सकता है। इसलिए कोरोना संक्रमित गर्भवती महिलाओं को स्वास्थ्य सेवा प्रणाली से तत्काल चिकित्सा परामर्श लेने की जरूरत है। 

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