आइसीएमआर के डीजी बोले, कहना मुश्किल है कि कोरोना की दूसरी लहर दिखेगी या नहीं
आईसीएमआर के प्रमुख डॉ. बलराम भार्गव ने कहा है कि यह भविष्यवाणी करना मुश्किल है कि भारत में कोरोना संक्रमण की दूसरी लहर दिखाई देगी या नहीं...
नई दिल्ली, एएनआई। आईसीएमआर प्रमुख डॉ. बलराम भार्गव (Dr Balram Bhargava) ने कहा है कि यह भविष्यवाणी करना मुश्किल है कि भारत में कोरोना संक्रमण की दूसरी लहर दिखाई देगी या नहीं। हालांकि उन्होंने इस बात की ओर इशारा किया देश की विभिन्न भौगोलिक स्थितियों के चलते अलग-अलग समय पर संक्रमण की छोटी लहरें नजर आ सकती हैं। समाचार एजेंसी से विशेष साक्षात्कार में प्रो. भार्गव ने कहा कि हालात तेजी से बदल रहे हैं। दुनिया भर के विभिन्न भौगोलिक क्षेत्रों में संक्रमण और मृत्यु दर में काफी भिन्नताएं हैं।
प्रो. भार्गव ने कहा कि सार्स कोव-2 (SARS-CoV-2) एक वायरस है जिसके बारे में अभी भी बहुत कुछ जानना बाकी है। हमने विभिन्न भौगोलिक क्षेत्रों में संक्रमण और मृत्यु दर में भी काफी भिन्नताएं देखी हैं। ऐसे में यह अनुमान लगाना मुश्किल है कि भारत संक्रमण की दूसरी लहर नजर आएगी या नहीं। विशिष्ट राज्यों में रोग के फैलने की दर में व्यापक भिन्नता है इसलिए इसे एक खांचे में फिट नहीं किया जा सकता है। उन्होंने कहा कि कोरोना की चुनौती से निपटने के लिए सभी नागरिकों की पूर्ण भागीदारी जरूरी है।
आईसीएमआर प्रमुख ने कहा कि देश में विभिन्न भौगोलिक परिस्थितियों के चलते कोरोना की अलग-अलग लहरे होंगी। हम इसकी निगरानी करना जारी रखेंगे। मौजूदा वक्त में यह जरूरी है कि लोग सामाजिक दूरी, मास्क का इस्तेमाल जैसे निवारक उपायों का पालन करें। यह पूछे जाने पर कि आईसीएमआर इस वायरस को लेकर भविष्य के खतरे से कैसे निपटेगा। भार्गव ने कहा कि आईसीएमआर पहले ही 10 दक्षिण पूर्व एशियाई देशों के साथ सहयोगात्मक अनुसंधान के लिए साझा मंच तैयार कर चुका है।
डॉ. भार्गव ने कहा कि आइसीएमआर जनवरी, 2020 से इस बीमारी की निगरानी कर रहा है और इसकी लैब 'नेशनल इंस्टीट्यूट ऑफ वायरोलॉजी' दुनिया की उन चुनिंदा पहली प्रयोगशालाओं में शुमार है जिसने वायरस को पूरी तरह आइसोलेट किया ताकि इसके गुणधर्म को जाना जा सके और इसके संभावित इलाज का पता लगाने के लिए बुनियादी काम किया जा सके।
उल्लेखनीय है कि सोमवार को देश में कोरोना के एक दिन में 52,972 मामले सामने आए जबकि 751 लोगों की मौत हो गई। इसके साथ संक्रमण के कुल मामले 18 लाख के पार पहुंच गए हैं। हालांकि स्वस्थ होने वाले लोगों की संख्या भी 11.86 लाख से ऊपर हो गई है। भारतीय आयुर्विज्ञान अनुसंधान परिषद (आईसीएमआर) के मुताबिक, देश में कोरोना की जांच भी दो करोड़ का आंकड़ा पार गई है। देश में कोरोना संक्रमण के चलते मरने वालों की संख्या 38,135 हो गई है। देश में 5,79,357 लोग अब भी संक्रमण की चपेट में हैं।