IAF चीफ भदौरिया ने कहा- पूर्वी लद्दाख में न शांति है, न युद्ध की स्थिति, लेकिन सेना हर परिस्थिति के लिए तैयार

उत्तरी सीमाएं यानी चीन भूटान और नेपाल की सीमाएं। भदौरिया ने एक बयान में भारत की उत्तरी सीमाओं पर बात करते हुए वहां की स्थिति को असहज बताया। उन्होंने भारत की ताकत पर बात करते हुए राफेल को एक बड़ा साथी बताया।

By Nitin AroraEdited By: Publish:Tue, 29 Sep 2020 11:56 AM (IST) Updated:Tue, 29 Sep 2020 03:19 PM (IST)
IAF चीफ भदौरिया ने कहा- पूर्वी लद्दाख में न शांति है, न युद्ध की स्थिति, लेकिन सेना हर परिस्थिति के लिए तैयार
चीन के साथ लगती सीमाएं के बारे में जानकारी देते आरकेएस भदौरिया।

नई दिल्ली, एएनआइ। भारतीय वायुसेना प्रमुख एयर चीफ मार्शल आरकेएस भदौरिया ने मंगलवार को एक बयान में भारत की उत्तरी सीमाओं पर बात करते हुए वहां की स्थिति को असहज बताया। उत्तरी सीमाएं यानी चीन, भूटान, और नेपाल की सीमाएं है। भदौरिया ने कहा कि हमारे उत्तरी सीमाओं के साथ वर्तमान सुरक्षा परिदृश्य एक असहज स्थिति में है। उन्होंने एलएसी पर चीन के साथ लंबे समय से चल रहे गतिरोध पर कहा कि हमारी उत्तरी सीमा पर मौजूदा सुरक्षा हालात असहज है, जहां 'न युद्ध न शांति' की स्थिति है।

चीन के साथ न युद्ध और न शांति : भदौरिया

एक सम्मेलन में अपने संबोधन के दौरान एयर चीफ मार्शल भदौरिया ने कहा कि वायुसेना ने नए बनते-बिगड़ते हालात पर तेजी से प्रतिक्रिया दी है और वह क्षेत्र में किसी भी 'दुस्साहस' का जवाब देने के लिए पूरी तरह तैयार है। वायुसेना प्रमुख ने कहा, 'हमारी उत्तरी सीमा पर मौजूदा सुरक्षा परिदृश्य असहज, न युद्ध न शांति की स्थिति है। जैसा कि आप जानते हैं हमारे सुरक्षा बल किसी भी चुनौती से निपटने के लिए पूरी तरह तैयार हैं।

राफेल, अपाचे, चिनूक ने बढ़ाई ताकत

एयर चीफ ने कहा कि पूर्व में हासिल किए गए सी-17 ग्लोबमास्टर, चिनूक और अपाचे हेलिकॉप्टरों के साथ हाल में वायुसेना में शामिल राफेल लड़ाकू विमानों ने वायुसेना की सामरिक और रणनीतिक क्षमता में पर्याप्त बढ़ोतरी की है। भारतीय एरोस्पेस इंडस्ट्री से जुड़े एक सम्मेलन के दौरान अपने संबोधन में उन्होंने कहा कि भविष्य में होने वाले किसी भी संघर्ष में वायुशक्ति हमारी जीत में अहम कारक रहेगी। इसलिए यह जरूरी है कि वायुसेना अपने दुश्मनों के खिलाफ तकनीक बढ़त हासिल करे और उसे बरकरार रखे।'

सेना किसी भी स्थिति के लिए तैयार

उन्होंने कहा कि हमारी रक्षा सेनाएं किसी भी स्थिति के लिए तैयार हैं। IAF किसी भी दुस्साहस का मुकाबला करने के तैयार रहता है। उन्होंने आगे कहा कि भविष्य के किसी भी संघर्ष में हमारी जीत में वायु शक्ति एक महत्वपूर्ण भूमिका निभाएगी। भदौरिया बोले- चिनूक, अपाचे और अन्य विमान बेड़े के साथ राफेल जेट्स का जुड़ना भारतीय वायुसेना को पर्याप्त सामरिक क्षमता प्रदान करेगा।

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