वायुसेना प्रमुख की चीन को दो-टूक, सीमा पर हिमाकत करने वालों को देंगे मुंहतोड़ जवाब, राफेल की खरीद पर कही यह बात

पूर्वी लद्दाख में एलएसी पर चीन के साथ जारी गतिरोध के मसले पर वायुसेना प्रमुख आरकेएस भदौरिया ने शनिवार को जोधपुर एसरबेस से बड़ी चेतावनी दी। उन्‍होंने कहा कि एलएसी पर यदि उन्‍होंने यदि कोई भी उकसावे वाली कार्रवाई की तो हम भी चुप नहीं बैठेंगे।

By Krishna Bihari SinghEdited By: Publish:Sat, 23 Jan 2021 04:44 PM (IST) Updated:Sun, 24 Jan 2021 01:00 AM (IST)
वायुसेना प्रमुख की चीन को दो-टूक, सीमा पर हिमाकत करने वालों को देंगे मुंहतोड़ जवाब, राफेल की खरीद पर कही यह बात
पूर्वी लद्दाख में एलएसी पर गतिरोध के मसले पर वायुसेना प्रमुख आरकेएस भदौरिया ने बड़ी चेतावनी दी है।

जोधपुर, एजेंसियां/जेएनएन। पूर्वी लद्दाख में एलएसी पर चीन के साथ जारी गतिरोध के मसले पर वायुसेना प्रमुख आरकेएस भदौरिया ने शनिवार को जोधपुर एसरबेस से बड़ी चेतावनी दी। उन्‍होंने कहा कि एलएसी पर यदि उन्‍होंने यदि कोई भी उकसावे वाली कार्रवाई की तो हम भी चुप नहीं बैठेंगे। भारतीय वायुसेना दुश्‍मन को उसकी हिमाकत का मुंहतोड़ जवाब देगी। राफेल लड़ाकू विमानों की आगे भी खरीद होगी या नहीं इस मसले पर भी वायुसेना प्रमुख ने बड़ा संकेत दिया। उन्‍होंने कहा कि 114 मल्टीरोल लड़ाकू विमानों की खरीद की हमारी परियोजना का राफेल एक गंभीर दावेदार है। 

आयोजित किए जा रहे राफेल ट्रेनिंग बैच 

एयर चीफ मार्शल भदौरिया ने कहा कि भारत को अभी तक आठ राफेल लड़ाकू विमान मिल चुके हैं जबकि तीन राफेल जल्‍‍‍द आने हैं। अगले महीनों में भी राफेल विमानों के आने का सिलसिला जारी रहेगा। भारतीय पायलटों के लिए राफेल ट्रेनिंग बैच भी आयोजित किए जा रहे हैं। इसके तहत तीन बैच फ्रांस में आयोजित हो रहे हैं वहीं कुछ भारत में आयोजित हो रहे हैं। उम्‍मीद है कि अगले साल तक राफेल टास्क पूरा हो जाएगा। 

5th जनरेशन विमानों पर हो रहा काम

एयर चीफ मार्शल आरकेएस भदौरिया (IAF Chief Air Chief Marshal RKS Bhadauria) ने आगे कहा कि भारतीय वायु सेना किसी भी चुनौती से निपटने के लिए पूरी तरह तैयार है। हमने उन्नत मल्टीरोल लड़ाकू विमानों की परियोजना के तहत DRDO के साथ पांचवीं पीढ़ी के लड़ाकू विमानों के निर्माण के कार्यक्रम की शुरुआत की है। इस परियोजना में सभी अत्‍याधुनिक तकनीकों को शामिल करना शामिल है। हम इसमें छठी पीढ़ी के लड़ाकू विमानों की क्षमताओं को भी जोड़ना चाहते हैं। हालांकि पहले हमारा फोकस पांचवीं पीढ़ी के उन्‍नत लड़ाकू विमानों पर ही है।  

अत्‍याधुनिक तकनीक पर जोर

वायुसेना प्रमुख ने कहा कि वायुसेना हथियारों और सेंसर्स के निर्माण में अत्‍याधुनिक तकनीक पर जोर दे रही है जिसके परिणाम बेहतर आ रहे हैं। फ्रांस और भारत के बीच हो रहे संयुक्‍त युद्धाभ्‍यास 'एक्सरसाइज डेजर्ट नाईट 21' के परिणाम बहुत सकारात्मक और अच्छे रहे हैं। अत्‍या‍धुनिक विमानों के साथ एक नए स्तर पर प्रोफेशनल म्यूचल अंडरस्टैंडिंग से दोनों देशों के पायलटों को सीखने का बड़ा मिला है।  

भारत और फ्रांस हर वक्‍त रहे हैं साथ 

वहीं भारत में फ्रांसीसी राजदूत इमैनुएल लेनिन (French Ambassador to India Emmanuel Lenain) ने कहा कि भारत और फ्रांस हर वक्‍त एक दूसरे के साथ रहे हैं। भारत ने जब पोखरण में परमाणु परीक्षण करने का फैसला किया था तब फ्रांस ही वह मुल्‍क था जिसने भारतीय सामरिक स्वायत्तता को समझने की हिमायत की थी। 

एक्सरसाइज डेजर्ट नाईट 21 जारी 

उल्‍लेखनीय है कि भारत और फ्रांस की वायु सेनाएं राफेल जेट विमानों के साथ जोधपुर में पांच दिवसीय संयुक्‍त युद्धाभ्यास कर रही हैं। इस दौरान दोनों देशों के विमानों ने कई जटिल हवाई तकनीकों का प्रदर्शन किया है। बीते दिनों प्रमुख रक्षा अध्यक्ष यानी सीडीएस जनरल बिपिन रावत ने भी फ्रांसीसी वायु सेना के फीनिक्स एयरबस ए330 में उड़ान भरी थी और 'एक्सरसाइज डेजर्ट नाईट 21' के अभ्यास का जायजा लिया था। इस युद्धाभ्‍यास में राफेल के अलावा भारतीय वायु सेना के सुखोई और मिराज 2000 युद्धक विमान भी शामिल हैं।

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