यूरोपीय अंतरिक्ष एजेंसी को अपने नए स्पेस वेदर मिशन के लिए चाहिए नाम, क्या आप करेंगे मदद!
यूरोपीयन स्पेस एजेंसी आने वाले समय में अंतरिक्ष में एक खास मिशन भेजने वाली है। इसके लिए उसको एक नाम की तलाश है। लेकिन इस नाम का सुझाव केवल दुनिया के 36 देशों के नागरिक ही देस सकते हैं।
नई दिल्ली (ऑनलाइन डेस्क)। यूरोपीय स्पेस एजेंसी को अपने नए स्पेस वेदर मिशन के लिए एक नाम की तलाश है। इसके लिए उसने लोगों से राय मांगी है। हालांकि इसमें कुछ शर्त भी है। इनमें सबसे बड़ी शर्त है कि ये नाम केवल कुछ देशों के लोग ही दे सकते हैं। इसके अलावा ये नाम केवल तीन अक्षर का होना चाहिए। साथ ही ये किसी पूर्व मिशन से मिलता-जुलता भी नहीं होना चाहिए। न ही ऐसा होना चाहिए जिसको पहले इस्तेमाल किया जा चुका है। ये प्रॉपर नाउन भी नहीं होना चाहिए और इसको यूरोपीय भाषा में ही लिखा जाना चाहिए। इसमें कोई सिंबल भी नहीं होना चाहिए। नाम सुझाने वालों को यूरोपीय स्पेस एजेंसी के प्रमुख पेज पर जाना होगा और दिशा निर्देशों का पालन करना होगा। नाम का सुझाव देने के लिए 17 अक्टूबर अंतिम दिन है।
आपको पहले ही बता दें कि इस मिशन के लिए नए नाम के तौर पर केवल 36 देशों के नागरिक ही अपना सुझाव दे सकते हैं। इनमें एशिया का कोई देश शामिल नहीं है। अमेरिका, रूस और अर्जेंटीना के साथ इसमें अन्य देश यूरोप से ही हैं। इस मिशन के तहत छोड़े जाने वाले यान को फिलहाल लैंग्वेज कहा गया है। यूरोपीय स्पेस एजेंसी के मुताबिक ये मिशन अपने आप में बेहद खास होगा, जो आने वाले कुछ वर्षों में छोड़ा जाएगा। इस मिशन का मकसद सूरज के बारे में अधिक से अधिक जानकारी एकत्रित करना होगा। एजेंसी से मुताबिक ये मिशन स्पेस में एक बेहद खास जगह पर फ्लाइ करते हुए जानकारी एकत्रित करेगा और हमारे तारे का साइड व्यू भी लेगा।
एजेंसी के मुताबिक से खतरनाक सोलर एक्टिविटी के अलावा धरती के साथ घूमते हुए सोलर इवेंट की जानकारी एकत्रित करेगा। इससे मिलने वाले आंकड़ों का विश्लेषण किया जाएगा और कहा ये भी जा रहा है कि इसके जरिए समय रहते भविष्य में नेशनल, इंडस्ट्री और विभिन्न संगठनों को को किसी तरह की चेतावनी भी दी जा सकेगी। एजेंसी का यहां तक कहना है कि ये मिशन भविष्य में पावर ग्रिड में आने वाली समस्याओं के समाधान में भी सहायक होगा और इन्हें अधिक सुरक्षित बनाना संभव होगा।