जानें लद्दाख के नजदीक तिब्‍बत में कहां है चीन का एयरबेस, भविष्‍य के लिए ये जानना भी जरूरी

अक्‍साई चिन से कुछ दूर स्थित है चीन का एयरबेस। ये एयरबेस हाईवे और एक्‍सप्रेस वे से कनेक्‍टेड है और यहां से समूचे इलाके पर नजर भी रखी जा सकती है।

By Kamal VermaEdited By: Publish:Wed, 08 Jul 2020 04:47 PM (IST) Updated:Wed, 08 Jul 2020 04:47 PM (IST)
जानें लद्दाख के नजदीक तिब्‍बत में कहां है चीन का एयरबेस, भविष्‍य के लिए ये जानना भी जरूरी
जानें लद्दाख के नजदीक तिब्‍बत में कहां है चीन का एयरबेस, भविष्‍य के लिए ये जानना भी जरूरी

नई दिल्‍ली (ऑनलाइन डेस्‍क)। लद्दाख में गलवल वैली में चीन के साथ बना विवाद भले ही अब ठंडा पड़ता दिखाई दे रहा है लेकिन भारत सीमा पर पूरी सतर्कता बरत रहा है। चीन के खतरे और उसके दुस्‍साहस की वजह से भारत पहले ही सीमा की सुरक्षा को लेकर काफी कुछ तैयारियां कर चुका है। इनमें सीमा पर मिसाइलों की तैनाती भी शामिल है। इसके अलावा भारत ने अत्‍याधुनिक इजरायली बम समेत अन्‍य मिसाइलें और साजो सामान की खरीद को भी हरी झंडी दे दी है। इन सभी के पीछे एक मात्र वजह भारतीय सीमा की रक्षा करना और दोबारा चीन को अपनी सीमा में दाखिल होने से रोकना है। भारतीय वायुसेना के लड़ाकू विमान जिनमें मिराज-2000, मिग-29 और सुखोई 30 शामिल हैं लगातार उड़ान भरकर चीन पर नजर बनाए हुए हैं।

जानकार पहले ही इस बात का अंदेशा जता चुके हैं कि चीन पर विश्‍वास करना सही नहीं होगा क्‍योंकि उसकी नियत हमेशा से ही दूसरे देशों के भूभाग पर लगी हुई है। ऐसे में कड़ी चौकसी बरतनी जरूरी है। जेएनयू के प्रोफेसर बीआर दीपक, जेएनयू की ही अलका आचार्य, मेजर जनरल जीडी बख्‍शी और तिब्‍बत से निर्वासित होकर भारत में जीवन यापन कर रहे वहां की संसद के पूर्व उप सभापति येशी फुनसोक भी मानते हैं कि चीन किसी भी नियमों का पालन नहीं करता है और वो धोखा देने में माहिर है। ऐसे में कूटनीति और ठोस रणनीतिक कदम उठाकर उसको मात दी जा सकती है।

आपको बता दें कि 61 वर्ष पहले तिब्‍बत को हथियाने वाले चीन ने इस पूरे क्षेत्र में कब्‍जे के बाद यहां पर बड़ी संख्‍या में अपने सैन्‍य ठिकाने बनाए है। भारत की घेराबंदी करने के मकसद से चीन ने भारत से लगती करीब 4 हजार किमी लंबी सीमा रेखा के नजदीक में न सिर्फ सैन्‍य ठिकाने बनाए हैं बल्कि एयरफोर्स बेस भी बनाए हैं। ऐसा ही एक एयरबेस तिब्‍बत में शिनजियांग प्रांत के होतन इलाके में भी है।

होतन इलाके में स्थित चीन की वायुसेना का ऐयरबेस भारतीय सीमा से तो काफी दूरी पर स्थित है लेकिन ये अक्‍साई चिन से नजदीक पड़ता है। ये एयरबेस के अलावा एक कर्मर्शियल एयरपोर्ट भी है। समुद्र तल से करीब 4600 फीट की ऊंचाई पर बने इस एयरबेस से जरूरत के वक्‍त चीन अपनी वायुसेना की मदद ले सकता है। ये एयरपोर्ट टोलफ्री एक्‍सप्रेस वे के समीप है जो आगे जाकर चीन के नेशनल जी-315 से मिल जाता है। हाईवे के समीप होने के चलते भी ये काफी अहम है। इस एयरपोर्ट के जरिए चीन इस समूचे इलाके पर नजर रखता है। सेटेलाइट इमेज के जरिए इस एयरबेस के रणनीतिक महत्‍व को भी समझा जा सकता है।

आपको यहां पर ये भी बता दें कि दैनिक जागरण ने हाल के दिनों में जितने भी जानकारों से चीन के मसले पर बातचीत की उन सभी की राय में चीन भारत की ताकत को बखूबी जानता है, इसलिए वो युद्ध जैसी स्थिति नहीं आने देगा। लेकिन इसके बावजूद आपको इसकी जानकारी भी होनी जरूरी है कि आखिर भारत के कितने नजदीक चीन ने ऐसे एयरबेस बनाए हैं।

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