हेलीकाप्टर हादसे में सिर्फ ग्रुप कैप्टन वरुण सिंह ही बचे, 2020 में किया गया शौर्य चक्र से सम्मानित
Group Captain Varun Singh तमिलनाडु के कुन्नूर में बुधवार सुबह हेलीकाप्टर हादसे में सीडीएस जनरल बिपिन रावत पत्नी मधुलिका रावत समेत 11 अफसरों के शहीद हो गए जबकि ग्रुप कैप्टन वरुण सिंह का सैन्य अस्पताल वेलिंगटन में इलाज चल रहा है।
नई दिल्ली, एएनआइ। तमिलनाडु के कुन्नूर में बुधवार सुबह हेलीकाप्टर हादसे में सीडीएस जनरल बिपिन रावत, पत्नी मधुलिका रावत समेत 11 अफसरों के शहीद हो गए, जबकि ग्रुप कैप्टन वरुण सिंह का सैन्य अस्पताल, वेलिंगटन में इलाज चल रहा है। हेलीकाप्टर में कुल 14 लोग सवार थे। उनमें से सिर्फ ग्रुप कैप्टन वरुण सिंह ही बचे हैं। बाकी अन्य 13 लोगों की मौत हो गई। देश के लोग उनके सकुशल होने की कामना कर रहे हैं। ग्रुप कैप्टन वरुण सिंह के बारे में जानकारी देते हुए भारतीय वायुसेना ने बताया कि सैन्य हेलीकाप्टर दुर्घटना में घायल हुए भारतीय वायु सेना के ग्रुप कैप्टन वरुण सिंह को इस साल के स्वतंत्रता दिवस पर 2020 में एक हवाई आपातकाल के दौरान अपने एलसीए तेजस लड़ाकू विमान को बचाने के लिए शौर्य चक्र से सम्मानित किया गया था। उन्होंने कौशल का प्रदर्शन करते हुए तेजस लड़ाकू को सुरक्षित लैंड कराया था। बुधवार को Mi सीरीज का जो हेलीकाप्टर दुर्घटनाग्रस्त हुआ, उसने सुलुर (Sulur) आर्मी बेस से उड़ान भरी थी। उड़ान भरने के कुछ ही देर बाद यह तमिलनाडु के नीलगिरि जिले में दुर्घटनाग्रस्त हो गय। भारतीय वायुसेना ने ट्विटर पर इस बात की पुष्टि की थी कि चीफ ऑफ डिफेंस स्टाफ इस हेलीकॉप्टर में थे।
प्रत्यक्षदर्शियों का बयान
हेलीकाप्टर हादसे के बाद स्थानीय लोग सबसे पहले दुर्घटनास्थल पर सवार लोगों को बचाने के प्रयास में पहुंचे। प्रत्यक्षदर्शियों ने कहा कि विमान पेड़ से टकराया था। आग लगने से पहले तीन लोग हेलीकॉप्टर से कूदे थे। हादसे के एक चश्मदीद कृष्णास्वामी ने बताया कि मैंने पहली बार एक तेज आवाज सुनी। जब मैं यह देखने के लिए बाहर आया कि क्या हुआ था, तो मैंने देखा कि हेलीकाप्टर एक पेड़ से टकरा गया था। एक बहुत बड़ा आग का गोला था और फिर यह दूसरे पेड़ से टकरा गया। मैंने दो-तीन लोगों को हेलिकाप्टर से कूदते हुए देखा। वे पूरी तरह जल गए थे और हेलीकाप्टर से गिरने लगे।
घायलों की मदद
उन्होंने आगे कहा कि मैंने इलाके के और लोगों को बुलाया और हमने हेलीकाप्टर हादसे में घायल लोगों की मदद करने की कोशिश की। हमने कंबलों और पानी से विमान में आग बुझाने की कोशिश की। हम घायलों को स्ट्रैचर से सड़क तक ला रहे थे, इसके बाद दमकल विभाग और अन्य आपातकालीन सेवाओं को सूचित किया गया।