कोरोना से स्वास्थ्य व्यवस्था बुरी तरह प्रभावित, सरकार ने चिकित्सा आपूर्तियों की खरीद से जुड़े नियमों में दी ढील
भारत में कोरोना के बढ़ते कहर से स्वास्थ्य व्यवस्था के बुरी तरह प्रभावित होने के साथ ही सरकार ने विभागों के लिए चिकित्सा आपूर्तियों की खरीद से जुड़े नियमों में ढील दी है। निविदा देने से जुड़े नियमों में ढील दी गई।
नई दिल्ली, प्रेट्र। भारत में कोरोना के बढ़ते कहर से स्वास्थ्य व्यवस्था के बुरी तरह प्रभावित होने के साथ ही सरकार ने विभागों के लिए चिकित्सा आपूर्तियों की खरीद से जुड़े नियमों में ढील दी है। इनमें एक ही सामान अलग-अलग दरों पर खरीदने की मंजूरी शामिल है।
200 करोड़ से कम के सौदों के लिए वैश्विक निविदाएं जारी करने की मिली मंजूरी
व्यय विभाग ने निविदा देने से जुड़े नियमों में ढील देते हुए 200 करोड़ रुपये से कम के सौदों के लिए भी वैश्विक निविदाएं जारी करने की मंजूरी दी।
कोरोना मामलों में आई तेजी से स्वास्थ्य क्षेत्र में पैदा हुई आपात स्थिति
वित्त मंत्रालय के तहत आने वाले व्यय विभाग ने 24 अप्रैल को कोरोना महामारी के लिए राहत अभियानों से जुड़े विशेष निर्देश जारी किए थे। कहा था कि देश में कोरोना मामलों में आई अभूतपूर्व तेजी से स्वास्थ्य क्षेत्र में पैदा हुई आपात स्थिति को देखते हुए कुछ सामान की ज्यादा तादाद में तत्काल खरीद जरूरी है। हो सकता है कि यह किसी एक आपूर्तिकर्ता के पास उपलब्ध न हो या एक ही समय पर उपलब्ध न हो जब उनकी जरूरत हो।
कोरोना से 108 सीआरपीएफ कर्मियों की मौत, केंद्रीय बलों में सबसे ज्यादा
कोरोना पैकेज की खबर। नई दिल्ली, प्रेट्र : केंद्रीय गृह मंत्रालय के तहत आने वाले केंद्रीय बलों में कोरोना वायरस महामारी से सबसे ज्यादा 108 मौत केंद्रीय रिजर्व पुलिस बल (सीआरपीएफ) के कर्मियों की हुई है। सोमवार को अद्यतन आंकड़ों में यह जानकारी दी गई।
सात बलों में उपचाराधीन कर्मियों की संख्या 9,464
केंद्र के तहत आने वाले सीआरपीएफ, सीमा सुरक्षा बल, केंद्रीय औद्योगिक सुरक्षा बल, भारत-तिब्बत सीमा पुलिस, सशस्त्र सीमा बल, राष्ट्रीय सुरक्षा गार्ड और राष्ट्रीय आपदा मोचन बल के अब तक कुल 271 जवान महामारी से अपनी जान गंवा चुके हैं।ये बल देश में सुरक्षा, सीमा निगरानी, राहत और बचाव अभियान से जुड़े हैं। आंकड़ों के मुताबिक इनमें एक दिन में संक्रमण के 763 नए मामले दर्ज किए गए जिन्हें मिलाकर बल में संक्रमितों की कुल संख्या अब बढ़कर 71,295 हो गई है। इन सात बलों में उपचाराधीन कर्मियों की संख्या 9,464 है, जबकि 61,560 कर्मी बीमारी से ठीक हो चुके हैं।