स्वास्थ्य मंत्रालय ने टीकाकरण के पेश किए आंकड़े, 18 से 44 आयुवर्ग के लाभार्थी सबसे ज्यादा

मंत्रालय के मुताबिक लाभार्थियों में सबसे ज्यादा 18-44 आयुवर्ग के 10.28 करोड़ लोगों को टीके की पहली डोज दी गई है जबकि 29.28 लाख लोगों को दूसरी डोज लगाई जा चुकी हैं। 45-60 आयुवर्ग के 9.12 करोड़ लोगों को पहली डोज लगाई गई है।

By Dhyanendra Singh ChauhanEdited By: Publish:Tue, 06 Jul 2021 05:04 PM (IST) Updated:Tue, 06 Jul 2021 08:20 PM (IST)
स्वास्थ्य मंत्रालय ने टीकाकरण के पेश किए आंकड़े, 18 से 44 आयुवर्ग के लाभार्थी सबसे ज्यादा
देश में तेजी से किया जा रहा है टीकाकरण

नई दिल्ली, एजेंसियां। केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्रालय ने बताया कि देश में अभी भी कुछ​ जिले ऐसे हैं, जहां कोरोना के मामलों का पॉजिटिविटी रेट 10 फीसद से ज्यादा है। मुख्यत: अरुणाचल प्रदेश, राजस्थान, मणिपुर, केरल, मेघालय, त्रिपुरा, सिक्किम, ओडिशा, नागालैंड में पॉजिटिविटी रेट ज्यादा है। कुछ जिलों में अधिक संक्रमण देखा जाए तो हमें ये मानकर चलना पड़ेगा कि कुछ इलाकों में अभी भी कोरोना दूसरी लहर है। मंत्रालय ने कहा कि दूसरी लहर के दौरान देश में कोरोना के नए मामलों में गिरावट दर्ज की जा रही है। औसत दैनिक नए मामले 1 से 7 मई के बीच 3,89,803से घटकर 3 से 6 जुलाई के बीच 40,420 मामले हो गए हैं।

देश में 21 जून से शुरू हुए कोरोना टीकाकरण महाभियान के 15 दिन में ही 7.75 करोड़ टीके लगाए गए हैं। महाभियान में रोजाना औसतन 50 लाख से अधिक डोज लगाई जा रही हैं। केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्रालय ने बताया कि मंगलवार सुबह सात बजे तक कोरोना रोधी वैक्सीन की कुल 35.75 करोड़ डोज लगाई जा चुकी हैं। 20 दिन को यानी महाभियान शुरू होने से ठीक पहले तक 28 करोड़ डोज लगाई गई थीं। पिछले 24 घंटे में 45.82 लाख से ज्यादा डोज दी गई हैं।

मंत्रालय के मुताबिक लाभार्थियों में सबसे ज्यादा 18-44 आयुवर्ग के 10.28 करोड़ लोगों को टीके की पहली डोज दी गई है, जबकि 29.28 लाख लोगों को दूसरी डोज लगाई जा चुकी हैं। 45-60 आयुवर्ग के 9.12 करोड़ लोगों को पहली और 1.99 करोड़ लोगों को दूसरी डोज भी लगाई दी गई है।

वहीं, 60 साल से अधिक उम्र के 6.92 करोड़ लोगों को पहली और 2.64 करोड़ लोगों को दूसरी डोज लगाई गई है। इसी तरह एक करोड़ से ज्यादा स्वास्थ्यकर्मियों को पहली और 73.30 लाख को दूसरी एवं 1.76 करोड़ फ्रंटलाइन वर्कर्स पहली और 97.12 लाख को दूसरी डोज भी अब तक दी जा चुकी है।

कोरोना के टीके की पहली खुराक

हेल्थकेयर वर्कर्स- 87.5%

फ्रंटलाइन वर्कर्स- 90.9%

45 वर्ष से अधिक- 46.2%

आयु 18-44 वर्ष- 17.2%

कोरोना के टीके की दूसरी खुराक

हेल्थकेयर वर्कर्स- 79.7%

फ्रंटलाइन वर्कर्स- 89.4%

45 वर्ष से अधिक- 56.8%

टीकाकरण में अमेरिका से आगे है भारत

स्वास्थ्य मंत्रालय के अनुसार भारत में 171 दिनों में कुल 35.75 करोड़ खुराकें दी गईं, जबकि संयुक्त राज्य अमेरिका में 204 दिनों में 33.06 करोड़ खुराक और यूनाइटेड किंगडम में 210 दिनों में 7.89 करोड़ खुराक दी गईं हैं।

कोवैक्सिन के बूस्टर पर आइसीएमआर के डीजी डॉक्टर बलराम भार्गव ने बताया कि यह अभी शोध का विषय है। बूस्टर की प्रभावकारिता अभी तक ज्ञात नहीं है।

बता दें कि ब्रिटेन सरकार वैक्सीन की दोनों खुराक ले चुकी आबादी को सितंबर से बूस्टर टीका लगाने की तैयारी कर रही है, ताकि सर्दियां आने से पहले कोरोना वायरस के नए वैरिएंट के खिलाफ सुरक्षा बरकरार रखी जा सके। वहीं, रूस ने अपने नागरिकों को स्पूतनिक V और स्पूतनिक लाइट टीके की बूस्टर खुराक देना शुरू कर दिया है।

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