छत्तीसगढ़ सरकार ने सौर ऊर्जा से स्वास्थ्य केंद्रों को जोड़ा, विश्व स्वास्थ्य संगठन ने की सराहना
मंत्री सिंहदेव ने कहा कि छत्तीसगढ़ के आदिवासी ग्रामीण क्षेत्रों में विशेष रूप से अस्पताल में निरंतर सेवा के लिए सौर ऊर्जा संयंत्र बहुत उपयोगी है। सौर ऊर्जा संयंत्र बिजली की आपूर्ति जारी रखने के लिए उपयोगी है और इसका कोई हानिकारक उत्सर्जन नहीं है।
रायपुर, जेएनएन। छत्तीसगढ़ के सरकारी अस्पतालों में सौर ऊर्जा के इस्तेमाल को अंतरराष्ट्रीय स्तर पर सराहना मिली है। इसकी प्रशंसा डब्ल्यूएचओ (विश्व स्वास्थ्य संगठन) ने भी की। स्वास्थ्य मंत्री टीएस सिंहदेव ने 11वीं एरिना असेंबली में वेबिनार में प्रदेश के अस्पतालों में किए उपायों की जानकारी दी।
छोटी इकाइयों तक पहुंचने का रखा गया लक्ष्य
सिंहदेव ने कहा कि प्रदेश के छह हजार 111 स्वास्थ्य इकाइयों में से एक हजार 276 सौर ऊर्जा के माध्यम से संचालित की जाती हैं। राज्य ने 28 जिलों में से 24 जिलों को सौर ऊर्जा से जोड़कर हमनें लक्ष्य प्राप्त किया है। हमने छोटी इकाइयों तक पहुंचने का लक्ष्य तय किया है। सरकार अभी राज्य एजेंसी क्रेडा के माध्यम से अपनी छोटी सी शुरआत में 3988.9 किलोवाट सौर ऊर्जा में योगदान दे रही है।
सौर ऊर्जा संयंत्र बिजली का नहीं है कोई हानिकारक उत्सर्जन
सिंहदेव ने कहा कि छत्तीसगढ़ के आदिवासी ग्रामीण क्षेत्रों में विशेष रूप से अस्पताल में निरंतर सेवा के लिए सौर ऊर्जा संयंत्र बहुत उपयोगी है। सौर ऊर्जा संयंत्र बिजली की आपूर्ति जारी रखने के लिए उपयोगी है और इसका कोई हानिकारक उत्सर्जन नहीं है। इस दिशा में 1190 सोलर प्लांट पहले से स्थापित हैं और 56 नए प्रस्तावित हैं।
वेबिनार में विश्व स्वास्थ्य संगठन के अधिकारी हुए शामिल
वेबिनार में आयुक्त एचई अमनी अबू जिद अफ्रीकी संघ, आयोग, स्वास्थ्य और पर्यावरण मंत्री मोलाविन जोसेफ एंटीगुआ और बारबुडा, ऊर्जा मंत्री डॉ. इस्माइल ओइद्रोगो, बुर्किना फासो प्राकृतिक संसाधन मंत्री सीमस ओरिगन, कनाडा, ऊर्जा और पेट्रोलियम मंत्री चार्ल्स केटर, स्वास्थ्य मंत्री अब्दुल रहमान बिन मोहम्मद अल ओवैस संयुक्त अरब अमीरात, समन्वयक मार्क कैरेटो, यूएसएआईडी पावर अफ्रीका ग्लोबल डायरेक्टर, एनर्जी एंड एक्स्ट्रेक्टिव इंडस्ट्रीज और रीजनल डायरेक्टर इन्फ्रास्ट्रक्चर, अफ्रीका पर्यावरण, जलवायु परिवर्तन और स्वास्थ्य विभाग के निदेशक रिकार्डो पुलिति, डॉ मारिया नीरा और डब्ल्यूएचओ (विश्व स्वास्थ्य संगठन) के अधिकारी शामिल हुए। सभी ने छत्तीसगढ़ में किए जा रहे उपायों की सराहना की।