हर्षवर्धन ने कहा- देश में नौ लाख कोरोना मरीज ऑक्सीजन सपोर्ट पर और 1.7 लाख वेंटिलेटर पर
कोरोना के कुल मामलों का 1.34 फीसद लोड आइसीयू पर था। मात्र 0.39 फीसद मरीजों को वेंटिलेटर पर रखने की जरूरत पड़ी। जबकि 3.70 फीसद मामलों में मरीज को ऑक्सीजन सपोर्ट पर रखना पड़ा। 902291 मरीजों को ऑक्सीजन सपोर्ट दिया गया।
जागरण ब्यूरो, नई दिल्ली। कोरोना संक्रमण की दूसरी लहर की चपेट में ग्रामीण इलाकों के आने के मद्देनजर छोटे और मझोले शहरों में स्वास्थ्य ढांचे को तत्काल तैयार करने की जरूरत है। कोरोना पर गठित मंत्रिमंडलीय समूह की बैठक में नेशनल सेंटर फॉर डिजीज कंट्रोल (एनसीडीसी) के निदेशक सुजीत कुमार सिंह ने इसके लिए आगाह किया। वहीं, केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्री हर्षवर्धन ने बताया कि देश के नौ लाख मरीज ऑक्सीजन सपोर्ट और 1.7 लाख मरीज वेंटिलेटर पर हैं।
एनसीडीसी निदेशक ने कोरोना पर गठित मंत्रिमंडलीय समूह को किया आगाह
मंत्रिमंडलीय समूह की बैठक में एनसीडीसी के निदेशक ने विदेशों के साथ-साथ भारत में कोरोना संक्रमण की मौजूदा स्थिति पर विस्तृत ब्योरा पेश किया। उन्होंने बताया कि किस तरह भारत में कोरोना की दूसरी लहर छोटे शहरों और ग्रामीण इलाकों को अपनी चपेट में ले रही है। ऐसे इलाकों में टे¨स्टग के साथ-साथ इलाज की सुविधाओं के अभाव के कारण स्थिति खराब हो सकती है। उन्होंने हालात से निपटने के लिए छोटे और मझोले शहरों में तत्काल टे¨स्टग की सुविधा बढ़ाने के साथ ही अस्पताल बनाने की जरूरत बताई।
आधारभूत संरचना का निर्माण
ध्यान देने की बात है कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने दो दिन पहले ही केंद्र सरकार के सभी विभागों को कोरोना के इलाज के लिए स्वास्थ्य ढांचे के निर्माण में राज्यों की मदद का निर्देश दिया था। नीति आयोग के सदस्य डॉ. वीके पॉल ने विस्तार से बताया कि कोरोना के खिलाफ लड़ाई में देश में किस तरह से आधारभूत संरचना का निर्माण किया जा रहा है।
हर्षवर्धन ने कहा, देश में नौ लाख मरीज आक्सीजन सपोर्ट और 1.7 लाख वेंटिलेटर पर
बैठक में हर्षवर्धन ने बताया कि मौजूदा समय में 3.70 फीसद यानी 9,02,291 मरीज आक्सीजन सपोर्ट, 0.39 फीसद यानी 1,70,841 लाख मरीज वेंटिलेटर और 1.34 फीसद यानी 4,88,861 मरीज आइसीयू में हैं।
दूसरी डोज जरूर लेने की अपील
हर्षवर्धन ने मंत्रिमंडल समूह को देश में चल रहे टीकाकरण अभियान की भी जानकारी दी। उन्होंने लोगों से कोरोना से पूरी तरह बचाव के लिए वैक्सीन की दूसरी डोज जरूर लेने की अपील की। साथ ही राज्यों से केंद्र से मिलने वाले 70 फीसद वैक्सीन का इस्तेमाल दूसरे डोज देने में करने को कहा।
आक्सीजन का दैनिक उत्पादन बढ़कर 9,400 टन हुआ
बैठक में आक्सीजन समेत अन्य जरूरी दवाओं की उपलब्धता और सप्लाई पर भी चर्चा हुई और संबंधित मंत्रालयों को इसके लिए सभी उचित कदम उठाने की सलाह दी गई। सड़क, परिवहन और राजमार्ग मंत्रालय में सचिव गिरिधर अरमाने ने मंत्रिमंडलीय समूह को बताया कि आक्सीजन की बढ़ती मांग को पूरा करने के लिए घरेलू स्तर पर आक्सीजन का अधिकतम उत्पादन करने की कोशिश की जा रही है। लिक्विड मेडिकल आक्सीजन (एलएमओ) का दैनिक उत्पादन बढ़कर 9,400 टन हो गया है।
बैठक में कौन-कौन हुए शामिल
वीडियो कांफ्रेंसिंग के जरिये हुई बैठक में विदेश मंत्री एस. जयशंकर, नागरिक उड्डयन मंत्री हरदीप सिंह पुरी, रसायन और उर्वरक राज्यमंत्री मनसुख मांडविया, गृह राज्यमंत्री नित्यानंद राय, स्वास्थ्य राज्यमंत्री अश्विनी चौबे भी मौजूद रहे।