रेमडेसिविर के आयात पर नहीं लगेगा शुल्क, मरीजों को सस्ते दाम पर होगा उपलब्ध

केंद्र सरकार ने रेमडेसिविर पर लगे आयात शुल्क को खत्म कर दिया है जिससे मरीजों को यह दवा कम दाम पर उपलब्ध हो सकेगी। कई कंपनियां रेमडेसिविर के उत्पादन में जुट गई हैं और अगले 15 दिनों में इसका उत्पादन दोगुना हो जाएगा।

By Manish PandeyEdited By: Publish:Wed, 21 Apr 2021 08:32 AM (IST) Updated:Wed, 21 Apr 2021 08:32 AM (IST)
रेमडेसिविर के आयात पर नहीं लगेगा शुल्क, मरीजों को सस्ते दाम पर होगा उपलब्ध
कोराना मरीजों को सस्ते दाम पर दवा उपलब्ध कराने के लिए सरकार ने लिया फैसला।

नई दिल्ली, जागरण ब्यूरो। कोरोना के इलाज में सबसे कारगर दवा रेमडेसिविर की लागत कम करने और मरीजों को सस्ते दाम पर इस दवा को उपलब्ध कराने के लिए सरकार ने इसके आयात को शुल्क मुक्त कर दिया है। कई कंपनियां रेमडेसिविर के उत्पादन में जुट गई हैं और अगले 15 दिनों में इसका उत्पादन दोगुना हो जाएगा। आगामी अक्टूबर महीने तक सरकार का यह आदेश मान्य होगा।

वाणिज्य एवं उद्योग मंत्रालय की तरफ से दी गई सूचना के मुताबिक रेमडेसिविर से जुड़े कच्चे माल या एक्टिव फार्मास्युटिकल्स इनगे्रडिएंट्स (एपीआइ), रेमडेसिविर के उत्पादन में इस्तेमाल होने वाले खास किस्म के कच्चे माल बेटासाइक्लोडेक्सट्रीन और रेमडेसिविर इंजेक्शन के आयात पर अब कोई शुल्क नहीं लगेगा।

इस फैसले का फायदा यह होगा कि रेमडेसिविर की उत्पादन लागत कम हो जाएगी, जिससे मरीजों को यह दवा कम दाम पर उपलब्ध हो सकेगी। रेमडेसिविर की आपूर्ति फिलहाल मांग के मुकाबले कम है, जिस कारण कई राज्यों में इस दवा की कालाबाजारी हो रही है। सरकार ने रेमडेसिविर के निर्यात पर भी रोक लगा दी है, ताकि देश के कोरोना मरीजों को कोई दिक्कत नहीं हो। 

उधर, देश में संक्रमण के बढ़ते मामलों की वजह से कोरोना के इलाज में काम आने वाली रेमडेसिविर दवा की मांग तेज हो गई है। इसकी वजह से कई राज्यों में इसकी कालाबाजारी करने वालों पर शिकंजा कसा जा रहा है। केंद्र सरकार ने भी राज्य सरकारों से कहा है कि वे रेमडेसिविर दवा की कालाबाजारी और जमाखोरी करने वालों के खिलाफ सख्त से सख्त कार्रवाई करें।

chat bot
आपका साथी