सरकार ने सरोगेसी विधेयक प्रवर समिति को भेजा, अगले सत्र में आएगी रिपोर्ट
सभापति एम. वेंकैया नायडू ने समिति को यह भी निर्देश दिया कि वह अपनी रिपोर्ट के साथ इस बात का ब्योरा संलग्न करे कि समिति के किस किस सदस्य ने इसकी कितनी बैठकों में भाग लिया।
नई दिल्ली, प्रेट्र। विपक्ष की मांग मानते हुए सरकार ने किराए की कोख से संबंधित सरोगेसी विनियमन विधेयक प्रवर समिति के पास भेजने का प्रस्ताव रखा जिसे सदन ने गुरुवार को ध्वनिमत से स्वीकार कर लिया। स्वास्थ्य एवं परिवार कल्याण मंत्री डा. हर्षवर्धन ने संसद के ऊपरी सदन में इस विधेयक को प्रवर समिति के पास भेजने का प्रस्ताव रखा। प्रवर समिति इस विधेयक पर अपनी रिपोर्ट संसद के अगले सत्र के अंतिम सप्ताह के अंतिम दिन सदन के पटल पर पेश करेगी।
उच्च सदन ने जब इस विधेयक को प्रवर समिति में भेजने के प्रस्ताव को ध्वनिमत से पारित करने की अनुमति दे दी तो सभापति एम. वेंकैया नायडू ने समिति को यह भी निर्देश दिया कि वह अपनी रिपोर्ट के साथ इस बात का ब्योरा संलग्न करे कि समिति के किस किस सदस्य ने इसकी कितनी बैठकों में भाग लिया।
सदन में सदस्यों ने विधेयक के प्रावधानों पर खुलकर चर्चा की। सदस्यों ने कई प्रावधानों में मौजूद विसंगतियों की ओर सरकार का ध्यान दिलाया था। प्रस्तावित कानून को मजबूती देने के मकसद से सरोगेसी के लिए इच्छुक दंपती की पांच साल के वैवाहिक जीवन की शर्त की अवधि को कम करने और 'निकट रिश्तेदार' वाले प्रावधान को स्पष्ट रूप से परिभाषित करने का सुझाव दिया।