एमपी सरकार ने हाईकोर्ट में कहा- कोरोना से निपटने के लिए पर्याप्त उपलब्ध हैं आक्सीजन व रेमडेसिविर इंजेक्शन

सरकार की तरफ से मौजूदा कोविड-19 के संकट से निपटने के लिए महाधिवक्ता पुरुषेंद्र कौरव ने मप्र हाईकोर्ट न्यायाधीशों को बताया कि मध्यप्रदेश के सभी शहरों में जरूरत के अनुसार निरंतर आक्सीजन की आपूर्ति की जा रही है।

By Bhupendra SinghEdited By: Publish:Fri, 16 Apr 2021 10:22 PM (IST) Updated:Fri, 16 Apr 2021 10:22 PM (IST)
एमपी सरकार ने हाईकोर्ट में कहा- कोरोना से निपटने के लिए पर्याप्त उपलब्ध हैं आक्सीजन व रेमडेसिविर इंजेक्शन
1400 मीट्रिक टन आक्सीजन, 15 हजार रेमडेसिविर इंजेक्शन उपलब्ध।

जबलपुर, राज्य ब्यूरो। मध्यप्रदेश सरकार की तरफ से मौजूदा कोविड-19 के संकट से निपटने के लिए महाधिवक्ता पुरुषेंद्र कौरव ने मप्र हाईकोर्ट न्यायाधीशों को वस्तुस्थिति से अवगत कराया है। विस्तृत कार्ययोजना पेश करते हुए महाधिवक्ता ने बताया कि मध्यप्रदेश के सभी शहरों में जरूरत के अनुसार निरंतर आक्सीजन की आपूर्ति की जा रही है।

1400 मीट्रिक टन आक्सीजन, 15 हजार रेमडेसिविर इंजेक्शन उपलब्ध

11 से 14 अप्रैल के बीच प्रदेश में 1400 मीट्रिक टन आक्सीजन की आपूर्ति सुनिश्चित की गई। रेमडेसिविर इंजेक्शन इस अवधि में 36 हजार आए। अकेले 15 अप्रैल को 15 हजार रेमडेसिविर इंजेक्शन उपलब्ध कराए गए। सरकार की तरफ से कोरोना संकट से निपटने के लिए हर संभव प्रयास करने का भरोसा दिया गया।

हाईकोर्ट जनहित याचिका पर 19 अप्रैल को सुनाएगी फैसला

मुख्य न्यायाधीश और न्यायमूर्ति अतुल श्रीधरन सहित डबल बैंच ने जनहित याचिका पर सुनवाई की। इस संबंध में कोर्ट 19 अप्रैल को अपना फैसला सुनाएगी। इस दौरान राष्ट्रीय स्वास्थ्य मिशन की एमडी छवि भारद्वाज भी सुनवाई के दौरान वीडियो कांफ्रेंसिंग के माध्यम से उपस्थित थीं।

कोरोना संक्रमण से हो रही मौतों पर पशुपालन मंत्री का बेतुका बयान

कोरोना संक्रमण से हो रही मौतों को लेकर मध्यप्रदेश के पशुपालन व सामाजिक कल्याण मंत्री प्रेम सिंह पटेल ने बेतुका बयान दिया है। उन्होंने कहा कि 'जिनकी उम्र हो जाती है, उन्हें मरना भी पड़ता है'। यह बयान उन्होंने प्रदेश के बड़वानी जिले के सेंधवा में पत्रकारों द्वारा कोरोना से मृत्यु दर बढ़ने संबंधी सवाल किए जाने पर बुधवार को दिया। इस बयान को चौतरफा निंदा हुई। मामले को तूल पकड़ता देख मंत्री ने वीडियो जारी कर सफाई दी है।

मंत्री ने कहा था- मौतों के आंकड़े छुपाए नहीं जा रहे हैं

मंत्री ने मीडिया से बातचीत में कहा था कि लोग भी मौत के कारण को छुपा रहे हैं, जैसे किसी की मौत होती है तो चुपचाप अंतिम संस्कार के लिए ले जाते हैं। ऐसे में सरकार कैसे आंकड़ा बताएगी। जो मर रहा है, उसकी लिखा-पढ़ी की जा रही है, कोई आंकड़े छुपाए नहीं जा रहे हैं। हम क्यों छुपाएंगे, बताओ? कुछ डॉक्टर डर के कारण इलाज नहीं करते हैं, तो क्या उसको मारें?

पूर्व गृहमंत्री बोले- मंत्री का बेतुका बयान

कांग्रेस नेता और कमल नाथ सरकार में मंत्री रहे बाला बच्चन ने पटेल के बयान को संवेदनहीन बताते हुए गंभीर आरोप लगाए। उन्होंने कहा कि मंत्री का यह जवाब सत्ता के गुरूर में डूबा हुआ है। कोरोना से मौतें हो रही हैं, नौजवान काल के गाल में समा रहे हैं। ऐसे में मंत्रीजी का यह बयान आहत करने वाला है।

chat bot
आपका साथी