56 सी-295 विमान की खरीद के लिए सरकार की Airbus के साथ डील, लगभग 20 हजार करोड़ का हुआ अनुबंध

आईएएफ के लिए 56 सी-295 परिवहन विमान की खरीद के लिए रक्षा मंत्रालय और एयरबस रक्षा अंतरिक्ष स्पेन के बीच अनुबंध पर हस्ताक्षर किए गए। लंबे समय से लंबित डील को कैबिनेट कमेटी आन सिक्योरिटी ने दो हफ्ते पहले मंजूरी दे दी थी।

By Nitin AroraEdited By: Publish:Fri, 24 Sep 2021 12:16 PM (IST) Updated:Fri, 24 Sep 2021 12:29 PM (IST)
56 सी-295 विमान की खरीद के लिए सरकार की Airbus के साथ डील, लगभग 20 हजार करोड़ का हुआ अनुबंध
56 सी-295 विमान की खरीद के लिए सरकार की Airbus के साथ डील, लगभग 20 हजार करोड़ का हुआ अनुबंध

नई दिल्ली, पीटीआइ। रक्षा मंत्रालय ने शुक्रवार को एयरबस डिफेंस एंड स्पेस आफ स्पेन के साथ 56 सी-295 परिवहन विमान खरीदने के लिए लगभग 20,000 करोड़ रुपये का अनुबंध किया, जो भारतीय वायु सेना के एवरो -748 विमानों की जगह लेगा। लंबे समय से लंबित डील को कैबिनेट कमेटी आन सिक्योरिटी ने दो हफ्ते पहले मंजूरी दे दी थी।

आईएएफ के लिए 56 सी-295 परिवहन विमान की खरीद के लिए रक्षा मंत्रालय और एयरबस रक्षा अंतरिक्ष, स्पेन के बीच अनुबंध पर हस्ताक्षर किए गए।'

सौदे के तहत, अनुबंध पर हस्ताक्षर करने के 48 महीनों के भीतर एयरबस डिफेंस एंड स्पेस द्वारा 16 विमान दे दिए जाएंगे, जो उड़ान भरने की स्थिति में होंगे। अधिकारियों ने कहा कि शेष 40 विमानों का निर्माण अनुबंध पर हस्ताक्षर करने के 10 साल के भीतर एयरबस डिफेंस एंड स्पेस और टाटा एडवांस्ड सिस्टम्स लिमिटेड (टीएएसएल) के एक संघ द्वारा भारत में किया जाएगा।

C-295 MW विमान 5-10 टन क्षमता का परिवहन विमान है। यह अपनी तरह की पहली परियोजना है जिसमें एक निजी कंपनी द्वारा भारत में एक सैन्य विमान का निर्माण किया जाएगा। सुरक्षा मामलों की कैबिनेट कमेटी की ओर से खरीद को मंजूरी मिलने के बाद मंत्रालय ने 8 सितंबर को कहा था, 'सभी 56 विमानों को स्वदेशी इलेक्ट्रानिक वारफेयर सूट के साथ लगाया जाएगा।'

एवरो रिप्लेसमेंट प्रोग्राम के तहत मंजूरी करीब नौ साल पहले दी गई थी। बता दें कि भारत में बड़ी संख्या में डिटेल पार्ट्स, सब-असेंबली और एयरोस्ट्रक्चर के प्रमुख कंपोनेंट असेंबलियों का निर्माण किया जाना है। मंत्रालय ने कहा था कि डिलीवरी पूरी होने से पहले भारत में सी-295 मेगावाट विमान की सर्विसिंग सुविधा स्थापित करने की योजना है।

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