Onion Prices: किचन से जुड़ी अच्छी खबर, थमने लगीं प्याज की कीमतें
महाराष्ट्र के लासलगांव स्थित एशिया के सबसे बड़े प्याज बाजार में भाव पांच रुपये घटकर 51 रुपये प्रति किलो तक के स्तर पर आ गया। देशभर में प्याज की कीमतों में आई तेज उछाल को काबू में लाने के लिए केंद्र को शुक्रवार को आवश्यक वस्तु अधिनियम लागू करना पड़ा।
नई दिल्ली, प्रेट्र। प्याज की कीमतों में आई तेजी सरकार की कार्रवाई के बाद घटने लगी है। आंकड़ों के मुताबिक बीते शनिवार को बड़े शहरों में प्याज के थोक भाव में 10 रुपये प्रति किलो तक की कमी दर्ज की गई। शुक्रवार को चेन्नई में एक किलो प्याज की कीमत जहां 76 रुपये थी, वहीं अगले दिन यह 66 रुपये रह गई। मुंबई, बेंगलुरु और भोपाल में भी प्याज की कीमतें घटी हैं।
महाराष्ट्र के लासलगांव स्थित एशिया के सबसे बड़े प्याज बाजार में भाव पांच रुपये घटकर 51 रुपये प्रति किलो तक के स्तर पर आ गया। देशभर में प्याज की कीमतों में आई तेज उछाल को काबू में लाने के लिए केंद्र सरकार को शुक्रवार को आवश्यक वस्तु अधिनियम लागू करना पड़ा। जमाखोरी खत्म करने के लिए सरकार ने प्याज के भंडारण की सीमा भी तय कर दी।
इसके तहत खुदरा विक्रेताओं की सीमा दो टन व थोक विक्रेताओं के पास की सीमा 25 टन रखी गई है। इससे अधिक के भंडारण पर कड़ी कानूनी कार्रवाई का प्रावधान है। ये महत्वपूर्ण फैसले 31 दिसंबर तक लागू होंगे। कानून के लागू होते ही मंडियों में प्याज के आवक में अच्छा-खासा इजाफा हुआ है।
पानीपत के आढ़ती प्रेम कुमार ने बताया कि 15 लाख टन प्याज का निर्यात होने व महाराष्ट्र में बारिश से फसल खराब होने के कारण प्याज की कमी चल रही है। प्याज का भाव 80 रुपये किलो तक पहुंच गया है। अब धीरे-धीरे कीमतें थमने लगी हैं।