गडकरी ने कहा- महंगाई पर काबू पाने के लिए सीमेंट, स्टील के सस्ते विकल्पों पर हो अनुसंधान

केंद्रीय मंत्री नितिन गडकरी ने महंगे सीमेंट और स्टील के सस्ते विकल्प तलाशने की जरूरत पर जोर दिया है। एक कार्यक्रम में एमएसएमई मंत्री ने कहा सस्ते विकल्प से ही इन दोनों उत्पादों की महंगाई पर काबू पाया जा सकेगा।

By Bhupendra SinghEdited By: Publish:Mon, 25 Jan 2021 07:29 PM (IST) Updated:Mon, 25 Jan 2021 07:29 PM (IST)
गडकरी ने कहा- महंगाई पर काबू पाने के लिए सीमेंट, स्टील के सस्ते विकल्पों पर हो अनुसंधान
महंगाई पर काबू पाने में यह तरीका होगा मददगार।

नई दिल्ली, प्रेट्र। केंद्रीय मंत्री नितिन गडकरी ने महंगे सीमेंट और स्टील के सस्ते विकल्प तलाशने की जरूरत पर जोर दिया है। एक कार्यक्रम में एमएसएमई मंत्री ने कहा सस्ते विकल्प से ही इन दोनों उत्पादों की महंगाई पर काबू पाया जा सकेगा। सड़क परिवहन तथा राजमार्ग मंत्रालय का भी कार्यभार संभालने वाले नितिन गडकरी ने बताया कि उन्होंने भारतीय प्रौद्योगिकी संस्थानों (आइआइटी) के लोगों से सीमेंट और इस्पात के विकल्पों पर शोध करने के लिए कहा है।

गडकरी ने कहा- इस्पात का सस्ता विकल्प उपलब्ध होगा तो दाम घटेंगे

गडकरी का कहना था कि पिछले छह महीनों के दौरान इस्पात की कीमतों में 65 प्रतिशत तक की बढ़ोतरी हो गई है। ऐसे में अगर इनका सस्ता विकल्प उपलब्ध होगा तो दाम घटेंगे। दीनदयाल उपाध्याय विज्ञान ग्राम संकुल योजना के तहत तैयार उत्पाद लांच करते हुए गडकरी ने सोयाबीन केक का उदाहरण दिया। उन्होंने कहा कि अगर इस उत्पाद का उपयोग मांस के विकल्प के रूप में किया जाए तो कुपोषण में बड़ी कमी लाई जा सकती है। देश में बहुत से लोग मांसाहार का उपयोग कर रहे हैं, जिससे एक हद तक मानसिकता भी प्रभावित होती है। हालांकि उन्होंने यह भी कहा कि उनका यह बयान मांसाहार के विरोध में नहीं है।

गडकरी ने कहा- ग्रामोद्योग को सशक्त बनाकर लाखों लोगों को मिलेगा रोजगार

गडकरी के मुताबिक ग्रामोद्योग को सशक्त बनाकर लाखों लोगों को रोजगार मुहैया कराया जा सकता है। ग्रामोद्योग क्षेत्र में सालाना पांच लाख करोड़ रुपये का कारोबार हो सकता है। मार्केटिंग और निर्यात के नए विकल्पों की तलाश कर एमएसएमई सेक्टर की भागीदारी अगले पांच वर्षो में 40 प्रतिशत तक पहुंचाई जा सकती है, जो अभी 30 प्रतिशत है।

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