विशाखापत्तनम: चार तस्कर गिरफ्तार, ड्रग और कैश बरामद

smugglers held टास्क फोर्स को मिली जानकारी के आधार पर की गई छापेमारी में चार तस्करों को पकड़ा गया साथ ही ड्रग और कुछ कैश जब्त किए

By Monika MinalEdited By: Publish:Mon, 06 Jul 2020 09:38 AM (IST) Updated:Mon, 06 Jul 2020 09:38 AM (IST)
विशाखापत्तनम: चार तस्कर गिरफ्तार, ड्रग और कैश बरामद
विशाखापत्तनम: चार तस्कर गिरफ्तार, ड्रग और कैश बरामद

विशाखापत्तनम, एएनआइ। विशाखापत्तनम ( Visakhapatnam) पुलिस ने रविवार को एक घर पर छापेमारी की जिसके बाद चार ड्रग तस्करों को गिरफ्तार कर लिया गया। विशाखापत्तनम की स्पेशल टास्क फोर्स (Visakhapatnam Special Task Force Police) ने बताया कि इस छापेमारी के दौरान उन्होंने 9,500 रुपये भी जब्त किए हैं। दरअसल, टास्क फोर्स को इसके विश्वसनीय सूत्रों ने उक्त मकान में तस्करों के मौजूदगी की खबर दी थी जिसके बाद पुलिस ने वहां छापेमारी कर अपराधियों को गिरफ्तार कर लिया। संदिग्धों को फोर्थ टाउन पुलिस स्टेशन के सुपुर्द कर दिया गया है और इनके खिलाफ मामला दर्ज कराया गया है। यह जानकारी विशाखापत्तनम स्पेशल टास्क फोर्स पुलिस ने दी।

एक और गांजा स्मगलर

दूसरी ओर विशाखापत्तनम के पेटबशीराबाद पुलिस ने सोमवार को एक गांजा सप्लायर को गिरफ्तार किया है साथ ही 60 किलो गांजा को जब्त किया है। जिडीमेटला से लॉरी ड्राइवर 38 वर्षीय आरोपी मोहम्मद शिराजुद्दीन अपने मित्र मदन के साथ आंध्र प्रदेश के विशाखापत्तनम के अनाकापल्ले गया और वहां से कंसाइनमेंट उठा लिया। पोल्ट्री की दवा बताकर इसे ऑरेंज कलर के कार्गो कैरियर में लेकर आया। सप्लायर संजय इस सब में उन्हें निर्देश दे रहा था। अनाकापल्ले से दुलापल्ली तक मिनी वैन से कार्गो के पीछे-पीछे चला।

पिछले ही माह गांजा हुआ था जब्त

पिछले माह दिल्ली एनसीआर के जारचा कोतवाली क्षेत्र के ईस्टर्न पेरिफेरल एक्सप्रेस-वे पर 300 किलो गांजे के साथ तीन लोगों को पुलिस ने गिरफ्तार कर लिया था। गिरफ्तारी के बाद तीनों शख्स से पुलिस को अहम जानकारी मिली है। इसके अनुसार, गांजे की तस्करी में महिलाएं भी शामिल हैं। बता दें कि विशाखापत्तनम का गांजा तेज नशे वाला होता है। गांजे में अन्य पदार्थो को मिलाकर इसका वजन बढ़ाकर तस्कर अच्छी कमाई करते हैं। 

स्वास्थ्य मंत्रालय के अनुसार, आंध्र प्रदेश में कुल संक्रमित मामले 18 हजार 6 सौ 97 हैं जिनमें से सक्रिय मामले 10 हजार 43 हैं। वहीं 8 हजार 4 सौ 22 लोग इस महामारी से निजात पा चुके हैं। राज्य में इस बीमारी के कारण अब तक कुल 232 लोगों की मौत हो चुकी है।

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