चार और भारतीय कंपनियों के टीका उत्पादन शुरू करने की उम्मीद: स्‍वास्‍थ्‍य मंत्री

स्वास्थ्य एवं परिवार कल्याण मंत्री मनसुख मांडविया ने कहा कि आने वाले दिनों में बायोलॉजिकल ई और नोवाटिस के टीके भी उपलब्ध होंगे वहीं जायडस कैडिला को जल्दी ही एक विशेषज्ञ समिति से आपात उपयोग की अनुमति मिल जाएगी। स्पूतनिक टीका का उत्पादन शुरू हो गया है।

By Arun Kumar SinghEdited By: Publish:Tue, 03 Aug 2021 07:22 PM (IST) Updated:Tue, 03 Aug 2021 07:22 PM (IST)
चार और भारतीय कंपनियों के टीका उत्पादन शुरू करने की उम्मीद: स्‍वास्‍थ्‍य मंत्री
चार और भारतीय कंपनियों द्वारा उत्पादन बढ़ाने के साथ आने वाले दिनों में इसमें और तेजी आएगी

 नई दिल्ली, प्रेट्र। स्वास्थ्य एवं परिवार कल्याण मंत्री मनसुख मांडविया ने मंगलवार को कहा कि चार और भारतीय कंपनियों के अक्टूबर-नवंबर तक कोविड रोधी टीकों का उत्पादन शुरू करने की उम्मीद है, जिससे टीकाकरण अभियान में तेजी आएगी। उन्होंने यह बताया कि रेमडेसिविर उत्पादन क्षमता अप्रैल माह के मध्य तक 38.8 लाख शीशी प्रति माह थी जो जून से बढ़ कर 122.49 लाख शीशी प्रति माह हो गई। राज्यसभा में प्रश्नकाल के दौरान पूरक सवालों के जवाब में मांडविया ने कहा कि भारत में अब तक टीकों की 47 करोड़ डोज दी गई हैं और केंद्र सरकार पूरे देश के जल्द से जल्द टीकाकरण का प्रयास कर रही है।

कोविशील्ड और कोवैक्‍सीन की उत्पादन क्षमता बढ़ने की उम्मीद

उन्होंने कहा कि कोरोना रोधी वैक्सीन कोविशील्ड की 12 करोड़ और कोवैक्सीन की 5.8 करोड़ डोज प्रति माह उत्पाद होने का अनुमान लगाया गया है। उन्होंने कहा कि निजी अस्पतालों द्वारा उपयोग नहीं की गई सात से नौ फीसद डोज का भी सरकारी टीकाकरण केंद्रों में उपयोग किया जा रहा है। सदन में हंगामा और नारेबाजी के बीच ही मंडाविया ने कहा, 'टीकाकरण अभियान सुचारू रूप से चल रहा है.. चार और भारतीय कंपनियों द्वारा उत्पादन बढ़ाने के साथ आने वाले दिनों में इसमें और तेजी आएगी।'

उन्होंने कहा कि आने वाले दिनों में बायोलॉजिकल ई और नोवाटिस के टीके भी बाजार में उपलब्ध होंगे, वहीं जायडस कैडिला को जल्दी ही एक विशेषज्ञ समिति से आपात उपयोग की अनुमति मिल जाएगी। स्पूतनिक टीका भी उपलब्ध है और इसका उत्पादन शुरू हो गया है।

62.54 फीसद रजिस्ट्रेशन आन-साइट

मांडविया ने कहा कि कोरोना टीकाकरण के लिए 62.54 फीसद रजिस्ट्रेशन आन-साइट किया गया है, जबकि वाक-इन मोड में 77 फीसद टीके लगाए गए हैं। आन साइट का मतलब है कि टीका केंद्र पर ही लोगों का रजिस्ट्रेशन किया जाता है और वाक-इन मोड से मतलब है कि बिना पहले से रजिस्ट्रेशन के लोगों ने टीका केंद्र जाकर वैक्सीन लगवाई। उन्होंने कहा कि बिना फोटो पहचान पत्र वाले 4.35 लाख से ज्यादा लोगों को भी विशेष अभियान चलाकर अभी तक टीके लगाए गए हैं।

रेमडेसिविर की कोई कमी नहीं

मांडविया ने एक प्रश्न के लिखित जवाब में राज्यसभा को यह भी बताया कि किसी भी राज्य या केंद्र शासित प्रदेश में एंटीवायरल दवा रेमडेसिविर की कमी नहीं है। दूसरी लहर के दौरान अप्रैल और मई 2021 में रेमडेसिविर इंजेक्शन की मांग अचानक बढ़ गई और बाजार में इसकी किल्लत हो गई।

रेमडेसिविर की उत्पादन क्षमता भी बढ़कर जून में 122.49 लाख शीशी प्रति माह हुई

रेमडेसिविर का उत्पादन बढ़ाने के लिए लाइसेंसधारी निर्माताओं के 40 नए उत्पादन स्थलों को शीघ्रता से मंजूरी दी गई। इस समय देश में हर महीने रेमडेसिविर की उत्पादन क्षमता बढ़कर 122.49 लाख शीशी हो गई। कोविड वैक्सीन मिक्सिंग की सिफारिश नहीं स्वास्थ्य राज्यमंत्री भारती प्रवीण पवार ने सदन को बताया कि कोरोना रोधी वैक्सीन की मिक्सिंग की सिफारिश नहीं की गई है। मिक्सिंग से मतलब एक ही व्यक्ति को पहली डोज किसी और कंपनी की और दूसरी डोज किसी और कंपनी की वैक्सीन लगाने से है।

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