INS विक्रमादित्य व शक्ति पर हुई महिला अधिकारियों की तैनाती, नेवी के प्रवक्ता ने दी जानकारी

International Womens Day भारतीय नेवी के प्रवक्ता ने जानकारी दी कि हाल में ही चार महिला अधिकारियों को वॉरशिप पर तैनात किया गया है जिसमें से दो को INS विक्रमादित्य और दो को INS शक्ति पर तैनात किया गया है।

By Monika MinalEdited By: Publish:Mon, 08 Mar 2021 01:04 PM (IST) Updated:Mon, 08 Mar 2021 01:04 PM (IST)
INS विक्रमादित्य व शक्ति पर हुई महिला अधिकारियों की तैनाती, नेवी के प्रवक्ता ने दी जानकारी
वॉरशिप पर महिला अधिकारियों की हुई तैनाती

नई दिल्ली, एएनआइ। अंतरराष्ट्रीय महिला दिवस के मौके पर सोमवार, 8 मार्च को भारतीय नेवी के प्रवक्ता ने वॉरशिप पर महिला अफसरों के तैनात किए जाने की जानकारी दी। उन्होंने बताया, 'हाल में ही वॉरशिप पर नेवी की चार महिला अधिकारियों को तैनात किया गया है। इनमें से दो महिला अधिकारियों को एयरक्राफ्ट कैरियर आइएनएस विक्रमादित्य पर तैनात किया गया है वहीं दो को नेवी टैंकर शिप आइएनएस शक्ति पर भेजा गया है।'

 नेवी के एक वरिष्ठ अधिकारी के अनुसार महिला अधिकारियों की तैनाती से पहले वॉरशिप में जरूरी बदलाव किए गए। उल्लेखनीय है कि वर्ष 1997 में भी नेवी ने महिला अधिकारियों की वॉरशिप में तैनाती की थी लेकिन ऐसा दो साल तक ही संभव हुआ। इसके बाद अब पहली बार महिला अधिकारियों की वॉरशिप में तैनाती की गई है। कुछ वक्त पहले ही नेवी में दो महिला अधिकारी ऑब्जर्वर के तौर पर क्वॉलिफाइ हुई हैं। ये महिला अधिकारी वॉरशिप से भी ऑपरेट करेंगी। इन्हें नेवी के वॉरशिप पर क्रू के तौर पर तैनात किया जाएगा। ये महिला अधिकारी हेलिकॉप्टर में ऑब्जर्वर होंगी। ऑब्जर्वर एक कॉम्बेट रोल है। ऑब्जर्वर किसी भी मिशन को पूरा करने के लिए नेविगेशन सहित टेक्निकल जरूरतें पूरी करते हैं।

INS शक्ति पर तैनात होने वाली महिला अधिकारियों में से एक डॉक्टर हैं। उनका कहना है कि वॉरशिप पर तैनात कर डॉक्टर के तौर पर सेवा करने का मौका नेवी की ओर से मिला है। उन्होंने कहा, 'हम अपने पुरुष सहयोगियों के साथ कंधे से कंधा मिलाकर काम करते हैं। भारतीय नेवी ने कुछ साल पहले अलग से केबिन व शौचालयों का निर्माण का काम शुरू कर दिया था ताकि महिला अधिकारियों के लिए इसे तैयार किया जा सके।

हाल ही में नेवी ने लेफ्टिनेंट कमांडर कारबी गोगोई को मास्को स्थित  भारतीय दूतावास में सहायक नेवी अताशे (Attache)  के लिए नियुक्त किया है। इससे पहले  विंग कमांडर अंजलि सिंह विदेश में किसी भारतीय मिशन में तैनात होने वाली पहली महिला सैन्य राजनयिक बनी थीं। बता दें कि रक्षा अताशे देश के रक्षा हितों की रक्षा में एक महत्वपूर्ण भूमिका निभाते हैं। विदेशों में विभिन्न भारतीय दूतावासों में 100 से अधिक रक्षा अताशे तैनात हैं। गोगोई 2010 में सेवा में शामिल हुई थीं और उनके पति भी नौसेना के एक अधिकारी हैं।

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