फाउंडेशन के सीईओ सुजमैन ने कहा- कोरोना वैक्सीन का बड़ा हिस्सा भारत में तैयार होगा

किसी भी तरह की वैक्सीन के उत्पादन के क्षेत्र में भारत दुनिया में अग्रणी है। इसमें निजी क्षेत्र की मजबूत भागीदारी है। अगले साल तक कुछ वैक्सीन आ जाएगी और इनमें से एक बहुत बड़े हिस्से का उत्पादन भारत में होगा।

By Bhupendra SinghEdited By: Publish:Wed, 21 Oct 2020 06:24 PM (IST) Updated:Wed, 21 Oct 2020 06:24 PM (IST)
फाउंडेशन के सीईओ सुजमैन ने कहा- कोरोना वैक्सीन का बड़ा हिस्सा भारत में तैयार होगा
सीईओ ने वैक्सीन के समान वितरण की जरूरत पर बल दिया।

नई दिल्ली, प्रेट्र। किसी भी तरह की वैक्सीन के उत्पादन के क्षेत्र में भारत दुनिया में अग्रणी है। इसमें निजी क्षेत्र की मजबूत भागीदारी है। इस मद्देनजर बिल और मेलिंडा गेट्स फाउंडेशन के मुख्य कार्यकारी अधिकारी (सीईओ) मार्क सुजमैन ने उम्मीद जताई है कि कोरोना वैक्सीन का बहुत बड़ा हिस्सा भी भारत में तैयार किया जाएगा।

सुजमैन ने कहा- अगले साल तक कुछ वैक्सीन आने की उम्मीद

पीटीआइ को दिए साक्षात्कार में सुजमैन ने कहा कि भारत के पास जो कुछ भी संसाधन है, उससे वो कोरोना के खिलाफ जंग में जो कुछ भी कर सकता है कर रहा है। हमें उम्मीद है कि अगले साल तक कुछ वैक्सीन आ जाएगी और इनमें से एक बहुत बड़े हिस्से का उत्पादन भारत में होगा। महामारी के अगले चरण में हमें अब इसी क्षेत्र पर ध्यान केंद्रित करना होगा।

सुजमैन ने कहा- सभी देशों के बीच कोरोना वैक्सीन का समान वितरण जरूरी

उन्होंने दुनिया के सभी देशों के बीच कोरोना वैक्सीन के समान वितरण के महत्व को भी रेखांकित किया। सुजमैन ने कहा कि यह सुनिश्चित करना बहुत जरूरी है कि विकसित देशों के साथ ही हर विकासशील देश और गरीब देशों को भी समान रूप से वैक्सीन मिले।

सुजमैन ने कहा- मेरा फाउंडेशन कोरोना के खिलाफ जंग में कई मोर्चो पर काम कर रहा 

सुजमैन ने कहा कि उनका फाउंडेशन कोरोना के खिलाफ जंग में कई मोर्चो पर काम कर रहा है। वैक्सीन की खोज में विभिन्न संगठनों और संस्थानों के साथ ही उत्पादन में सहयोग किया जा रहा है। जांच कार्यों में तेजी लाने के लिए भी मदद दी जा रही है। कोवैक्स अभियान के तहत भारत समेत दुनिया के विभिन्न देशों के साथ वैक्सीन खरीदने और उसके वितरण पर काम किया जा रहा है।

सीईओ ने कहा- कई दवा कंपनियों को वैक्सीन उत्पादन के लिए फाउंडेशन मदद भी कर रहा

उन्होंने यह भी बताया कि भारत में सीरम इंस्टीट्यूट समेत दुनिया के कई दवा कंपनियों को वैक्सीन उत्पादन के लिए फाउंडेशन की तरफ से सीधी मदद भी प्रदान की जा रही है।

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