फ्लेक्स फ्यूल इंजन पर जल्द होगा फैसला, जानें किसानों को कैसे मिलेगा फायदा
सरकार फ्लेक्स फ्यूल इंजन पर आठ से 10 दिन में फैसला कर लेगी। कंपनियों के लिए वाहन में ऐसे इंजन देना अनिवार्य करने की तैयारी है। इस कदम से किसानों को फायदा होगा और अर्थव्यवस्था को गति मिलेगी।
नई दिल्ली, प्रेट्र। सरकार फ्लेक्स फ्यूल इंजन पर आठ से 10 दिन में फैसला कर लेगी। कंपनियों के लिए वाहन में ऐसे इंजन देना अनिवार्य करने की तैयारी है। इस कदम से किसानों को फायदा होगा और अर्थव्यवस्था को गति मिलेगी। सड़क परिवहन एवं राजमार्ग मंत्री नितिन गडकरी ने वर्चुअल माध्यम से रोटरी डिस्टि्रक्ट कांफ्रेंस को संबोधित करते हुए यह बात कही।
फ्लेक्स फ्यूल इंजन में पेट्रोल और एथनाल दोनों का प्रयोग किया जा सकता है। केंद्रीय मंत्री ने कहा, 'मैं परिवहन मंत्री हूं और उद्योग के लिए आदेश जारी करने जा रहा हूं। गाड़ियों में केवल पेट्रोल से चलने वाला इंजन नहीं होगा, बल्कि फ्लेक्स फ्यूल इंजन होगा। लोग अपनी इच्छा से 100 फीसद पेट्रोलियम ईधन या 100 फीसद एथनाल का इस्तेमाल कर सकेंगे।' पेट्रोल की कीमतें कुछ राज्यों में 100 रुपये प्रति लीटर के ऊपर पहुंच गई हैं, जबकि एथनाल 60 से 62 रुपये प्रति लीटर पर उपलब्ध है। गडकरी ने कहा कि ब्राजील, कनाडा और अमेरिका में गाडि़यों में ऐसे इंजन उपलब्ध कराए जा रहे हैं, जिनमें 100 फीसद बायो-एथनाल प्रयोग किया जा सकता है।
हाल ही में सरकार ने पेट्रोल में 20 फीसद एथनाल मिलाने का लक्ष्य भी 2025 तक ही पूरा कर लेने की बात कही है। पहले यह लक्ष्य 2030 के लिए तय किया गया था। गडकरी ने कहा कि 2014 में पेट्रोल में एक से डेढ़ फीसद एथनाल मिलाया जाता था, जो आज 8.5 फीसद पर पहुंच गया है। उस समय 38 करोड़ लीटर एथनाल खरीदा जाता था, जो आज 320 करोड़ लीटर पर पहुंच गया है। उन्होंने कहा कि हमारे यहां फसलों के न्यूनतम समर्थन मूल्य अंतरराष्ट्रीय और घरेलू बाजार की कीमतों से ज्यादा हैं, जिससे बहुत सा अनाज सरप्लस रह जाता है। इस अनाज से एथनाल बनाया जा सकेगा।