भोपाल समेत पांच ट्रिपल आइटी को राष्ट्रीय महत्व के संस्थान का दर्जा, राज्यसभा से मिली मंजूरी
भोपाल सूरत सहित देश के पांच ट्रिपल आइटी को भी राष्ट्रीय महत्व के संस्थान का दर्जा देने वाले विधेयक को राज्यसभा से भी मंजूरी मिल गई है। इसके साथ ही अब ये पांच ट्रिपल आइटी भी बाकी के ट्रिपल आइटी की तहत डिग्रियां और नए कोर्स शुरू कर सकेंगे।
नई दिल्ली, जेएनएन। उच्च शिक्षा की गुणवत्ता को बेहतर बनाने सहित सूचना एवं प्रौद्योगिकी से जुड़े अध्ययन को बढ़ावा देने में जुटी सरकार को मंगलवार को एक बड़ी सफलता मिली है। भोपाल, सूरत सहित देश के पांच ट्रिपल आइटी को भी राष्ट्रीय महत्व के संस्थान का दर्जा देने वाले विधेयक को राज्यसभा से भी मंजूरी मिल गई है। लोकसभा यह विधेयक पिछले ही सत्र में पारित हो चुका था। इसके साथ ही अब ये पांच ट्रिपल आइटी भी बाकी के ट्रिपल आइटी की तहत डिग्रियां और नए कोर्स शुरू कर सकेंगे।
राज्यसभा में वैसे तो केंद्रीय शिक्षा मंत्री रमेश पोखरियाल निशंक ने इस विधेयक को सोमवार को ही पेश कर दिया था, लेकिन हंगामे के चलते इस पर चर्चा नहीं हो सकी थी। मंगलवार को इस पर चर्चा शुरू हुई। इस दौरान विधेयक पर केंद्रीय शिक्षा मंत्री निशंक ने कहा कि इस संशोधन से यह पांचों संस्थानों भी किसी विश्वविद्यालय या राष्ट्रीय महत्व के संस्थान की तरह बीटेक, एमटेक और पीएचडी की डिग्री जारी कर सकेंगे। यह विधेयक इन संस्थानों को देश में सूचना प्रौद्योगिकी के क्षेत्र में अनुसंधान का एक मजबूत आधार विकसित करने में सक्षम बनाएंगे। साथ ही पर्याप्त संख्या में छात्रों को आकर्षित भी कर सकेंगे। हालांकि मंगलवार को भी विधेयक पर चर्चा से पहले विपक्ष बायकाट कर गया था। इस बीच चर्चा में अलग-अलग दलों से करीब आधा दर्जन सदस्यों ने हिस्सा लिया।
गौरतलब है कि देश में मौजूदा समय में कुल 20 ट्रिपल आइटी हैं । इनमें 15 को राष्ट्रीय महत्व के संस्थान का दर्जा प्राप्त है, जबकि पांच संस्थानों को अभी तक यह दर्जा हासिल नहीं था। जो अब राष्ट्रपति की मंजूरी के मिलते ही इन्हें भी मिल जाएगा। इन पांचों संस्थानों में से भागलपुर, भोपाल और सूरत स्थित ट्रिपल आईटी का संचालन 2017-18 से किया जा रहा है, जबकि अगरतला स्थित ट्रिपल-आईटी का संचालन वर्ष 2018-19 से और रायचूर (कर्नाटक) स्थित संस्थान का संचालन 2019-20 से शुरु हुआ है।