Jaipur Literature Festival 2020: जेएलएफ के आयोजक के खिलाफ परिवाद पेश, छात्र बोले-नहीं लगाए देश विरोधी नारे

Complaint Against JLF Organizer. छात्रों ने बताया कि उन्होंने देश विरोधी नारे नहीं लगाए बल्कि सीएए के खिलाफ नारेबाजी की थी।

By Dhyanendra SinghEdited By: Publish:Sun, 26 Jan 2020 10:54 PM (IST) Updated:Mon, 27 Jan 2020 02:31 PM (IST)
Jaipur Literature Festival 2020: जेएलएफ के आयोजक के खिलाफ परिवाद पेश, छात्र बोले-नहीं लगाए देश विरोधी नारे
Jaipur Literature Festival 2020: जेएलएफ के आयोजक के खिलाफ परिवाद पेश, छात्र बोले-नहीं लगाए देश विरोधी नारे

जयपुर, जागरण संवाददाता साहित्य के महाकुंभ जयपुर लिटरेचर फेस्टिवल (जेएलएफ) के दौरान रविवार को इंकलाब जिंदाबाद' और 'आज हमको चाहिए आजादी' के नारे लगे। अचानक हुए इस घटनाक्रम से आयोजन स्थल पर हड़कंप मच गया। नारे लगाने वाले पांच छात्रों को हिरासत में लिया गया है। इन्होंने खुद को जेएनयू का छात्र बताया है जबकि पुलिस को इस बाबत इनके पास से कोई पहचान पत्र या अन्य प्रमाण पत्र नहीं मिले हैं। इस बीच, सोमवार को छात्रों ने जेएलएफ के आयोजक के खिलाफ परिवाद पेश कर कहा कि उन्होंने देश विरोधी नारे नहीं लगाए हैं।

जेएलएफ में यह घटना दोपहर में फ्रंट लॉन के बाहर हुई। वहां अचानक करीब आधा दर्जन से ज्यादा युवक आए और 'इंकलाब जिंदाबाद' व 'आज हमको चाहिए आजादी' के नारे लगाने लगे। हंगामे के दौरान युवकों ने सीएए और एनआरसी के विरोध में भी नारे लगाए। इससे वहां हड़कंप मच गया।

युवकों के नारे से श्रोता हुए नाराज

युवकों को नारेबाजी करते देखकर सुरक्षा गार्ड और पुलिसकर्मी दौड़कर वहां गए और उनको पकड़ लिया। युवकों की नारेबाजी से आए श्रोता नाराज हो गए और वे छात्रों को पीटने के लिए आगे बढ़े लेकिन इस बीच पुलिस ने स्थिति को संभाल लिया।

जयपुर पुलिस के डीसीपी साउथ योगेश दधीच ने बताया कि 5-5 युवक 4 ग्रुप में आए थे। एक ग्रुप के पकड़ में आने के बाद 3 अन्य ग्रुप भागने में सफल हो गए। अशोक नगर पुलिस थानाधिकारी मोहन मीणा ने बताया कि युवकों से पूछताछ की जा रही है। यह पता लगाया जा रहा है कि ये युवक क्यों और किस मकसद से जयपुर लिटरेचर फेस्टिवल में नारेबाजी करने आए थे।

जेएलएफ के आयोजक के खिलाफ परिवाद पेश, छात्र बोले-नहीं लगाए देश विरोधी नारे 

जयपुर लिटरेचर फेस्टिवल (जेएलएफ) के आयोजन स्थल डिग्गी पैलेस होटल में रविवार को सीएए के खिलाफ नारेबाजी करने वाले छात्रों ने अशोक नगर पुलिस थाने में जेएलएफ के आयोजक संजोय रॉय और अन्य के खिलाफ परिवाद पेश किया है। राहुल सहित अन्य की और से पेश परिवाद में सुरक्षा कर्मियों पर मारपीट कर, सोने के चेन छीनने का आरोप लगाया है। छात्रों ने सोमवार को दैनिक जागरण को बताया कि उन्होंने देश विरोधी नारे नहीं लगाए, बल्कि सीएए के खिलाफ नारेबाजी की थी। आयोजकों एवं पुलिस ने गलत जानकारी दी है कि हमने देश विरोधी नारे लगाए।

सीएम अशोक गहलोत ने किया था जेएलएफ का उद्घाटन

बता दें कि जयपुर लिटरेचर फेस्टिवल (JLF) 2020 की शुरुआत गुरुवार को जयपुर के डिग्गी पैलेस में हुई है। जेएलएफ का उद्धघान करते हुए राजस्थान के मुख्यमंत्री अशोक गहलोत ने कहा था कि यह ऐसा आयोजन है, जिसका हम साल भर का इंतजार करते हैं ताकि मन की बात कह सकें, लेकिन मन की बात के साथ काम की बात भी होनी चाहिए। इस मौके पर गहलोत ने राजस्थान के प्रसिद्ध लेखक विजयदान देथा की किताब बातां री फुलवारी के अंग्रेजी अनुवाद टाइमलैस टेल्स फ्राम मारवाड का लोकार्पण भी किया था। यह अनुवाद विषेश कोठारी ने किया है।

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