देश भर के विश्वविद्यालयों औऱ कालेजों में पहले वर्ष के छात्रों की एक नवंबर से लगेगी क्लास

विश्वविद्यालय अनुदान आयोग (यूजीसी) ने इसे लेकर नया एकेडमिक कैलेंडर जारी किया है। सभी विश्वविद्यालयों से पहले वर्ष की प्रवेश प्रक्रिया को 31 अक्टूबर तक पूरा करने के भी निर्देश दिए है। पहले वर्ष में प्रवेश लेने वाले छात्रों की परीक्षा भी मार्च 2021 में दूसरे हफ्ते में होगी।

By Vinay TiwariEdited By: Publish:Tue, 22 Sep 2020 06:18 PM (IST) Updated:Tue, 22 Sep 2020 06:18 PM (IST)
देश भर के विश्वविद्यालयों औऱ कालेजों में पहले वर्ष के छात्रों की एक नवंबर से लगेगी क्लास
पूरे देश के कॉलेजों में एक नवंबर से क्लासें शुरू हो जाएंगी। फाइल फोटो

जागरण ब्यूरो, नई दिल्ली। देश भर के विश्वविद्यालयों औऱ कालेजों में अंडर-ग्रेजुएट और पोस्ट- ग्रेजुएट की पहले वर्ष की पढ़ाई अब एक नवंबर से शुरु हो जाएगी। विश्वविद्यालय अनुदान आयोग (यूजीसी) ने इसे लेकर नया एकेडमिक कैलेंडर जारी किया है। साथ ही सभी विश्वविद्यालयों से पहले वर्ष की प्रवेश प्रक्रिया को 31 अक्टूबर तक पूरा करने के भी निर्देश दिए है। इसके साथ ही पहले वर्ष में प्रवेश लेने वाले छात्रों की पहली परीक्षा भी मार्च 2021 में दूसरे हफ्ते में होगी।

कोरोना संक्रमण के चलते मार्च से ही बंद पडे विश्वविद्यालयों में शैक्षणिक गतिविधियों को शुरु करने को लेकर यूजीसी ने प्रोफेसर आर सी कुहाड की अगुवाई में एक उच्च स्तरीय कमेटी गठित की थी। जिसकी सिफारिश के बाद यह फैसला लिया गया है। यूजीसी ने इससे पहले इसी कमेटी के सुझावों के आधार पर अंतिम वर्ष की परीक्षाओं को लेकर भी निर्देश जारी किए थे। जिसमें सभी विश्वविद्यालयों को 30 सितंबर तक अंतिम वर्ष की परीक्षाएं कराना जरूरी था।

हालांकि इसे लेकर कई राज्यों के साथ खूब विवाद हुआ, बाद में सुप्रीम कोर्ट के आदेश के बाद मामला सुलझा। जिसमें सुप्रीम कोर्ट ने सभी विश्वविद्यालयों के लिए अंतिम वर्ष की परीक्षाओं को जरूरी बताया था। साथ ही कहा था कि इसके बगैर किसी को भी प्रमोट नहीं किया जा सकता है।

इस बीच नई गाइडलाइन में यूजीसी ने सभी विश्वविद्यालयों से 18 नवंबर 2020 हर हाल में रिजल्ट घोषित करने को कहा है। ताकि समय से पढ़ाई शुरु हो सके। हालांकि ज्यादातर विवि ने अक्टूबर में ही रिजल्ट जारी करने की तैयारी की है। यूजीसी ने इसके साथ ही सभी विश्वविद्यालयों से शैक्षणिक सत्र-2020-21 और 2021-22 में हफ्ते में छह दिन पढ़ाने का सुझाव दिया है। साथ ही इस दौरान कम से कम छुट्टियां करने के भी निर्देश दिए है।

वहीं यदि कोई छात्र 30 नवंबर तक अपने प्रवेश को रद्द कराकर रिफंड लेना चाहता है, तो उसे पहले तो बगैर राशि को काटे हुए पूरी फीस लौटाई जाए। यदि कुछ राशि काटनी जरूरी हो, तो वह भी अधिकतम एक हजार से अधिक नही होनी चाहिए।

यूजीसी ने इसके साथ ही अपने दिशा-निर्देशों में सभी विवि और कालेजों के लिए गृह मंत्रालय और स्वास्थ्य मंत्रालय की ओर से जारी एडवाइजरी और प्रोटोकाल का पालन करना जरूरी बताया है। साथ ही सभी विवि और कालेजों से आनलाइन पढ़ाई से जुड़े इंफ्रास्ट्रक्चर को तैयार करने पर भी जोर दिया है, ताकि आनलाइन पढ़ाई से जुड़ी गतिविधियों को आगे भी जारी रखा जा सके।

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