सोना तस्करी केस में ईडी के अफसरों के खिलाफ एफआइआर खारिज, केरल सरकार को हाईकोर्ट से बड़ा झटका

अदालत ने प्राथमिकी खारिज कर दीं और प्रवर्तन निदेशालय के अधिकारियों द्वारा सुबूत से छेड़छाड़ करने की उनकी शिकायतों पर कहा कि पुलिस को विशेष पीएमएलए अदालत से संपर्क करना चाहिए जो सोना तस्करी मामले में धन के लेन-देन से संबंधित मामलों पर विचार करती है।

By Dhyanendra Singh ChauhanEdited By: Publish:Fri, 16 Apr 2021 07:14 PM (IST) Updated:Fri, 16 Apr 2021 07:14 PM (IST)
सोना तस्करी केस में ईडी के अफसरों के खिलाफ एफआइआर खारिज, केरल सरकार को हाईकोर्ट से बड़ा झटका
केरल हाई कोर्ट ने प्राथमिकी खारिज कर दीं

कोच्चि, आइएएनएस। सोना तस्करी मामले में केरल सरकार को हाईकोर्ट से बड़ा झटका लगा है। केरल हाईकोर्ट ने शुक्रवार को पिनराई विजयन की राज्य सरकार को झटका देते हुए राज्य पुलिस द्वारा प्रवर्तन निदेशालय के अधिकारियों के खिलाफ दर्ज दो प्राथमिकी खारिज कर दीं। राज्य पुलिस ने प्रवर्तन निदेशालय (ED) के अधिकारियों पर सोना तस्करी मामले में मुख्यमंत्री पिनराई विजयन के खिलाफ बयान देने के लिए मुख्य आरोपितों पर दबाव डालने का आरोप लगाते हुए ये प्राथमिकी दर्ज की थी।

अदालत ने प्राथमिकी खारिज कर दीं और प्रवर्तन निदेशालय के अधिकारियों द्वारा सुबूत से छेड़छाड़ करने की उनकी शिकायतों पर कहा कि पुलिस को विशेष पीएमएलए अदालत से संपर्क करना चाहिए जो सोना तस्करी मामले में धन के लेन-देन से संबंधित मामलों पर विचार करती है। अदालत ने जांच अधिकारियों को पीएमएलए अदालत में एक बंद लिफाफे में सभी सूचनाएं देने का निर्देश दिया।

न्यायमूर्ति वीजी अरुण ने ईडी कोच्चि जोन के उपनिदेशक पी.राधाकृष्णन द्वारा दायर दो अर्जियों पर सुनवाई के दौरान यह आदेश दिया। याचिकाओं में अपराध शाखा द्वारा दर्ज दो प्राथमिकियों को चुनौती दी गयी थी। अपराध शाखा ने सोना तस्करी के मामले में आरोपित स्वप्ना सुरेश के कथित ऑडियो क्लिप के आधार पर यह प्राथमिकी दर्ज की थी जिसमें आरोपित को मामले में मुख्यमंत्री को घसीटने के लिए दबाव डाला जा रहा था। तस्करी मामले में स्वप्ना के सह-आरोपित संदीप नायर द्वारा कथित रूप से लिखे पत्र में ऐसा ही आरोप लगाया गया था।

स्वप्ना यहां संयुक्त अरब अमीरात के वाणिज्य दूतावास की पूर्व कर्मचारी हैं और राजनयिकों के सामान में 14.82 करोड़ रुपये मूल्य का 30 किलोग्राम सोना तस्करी करने के मामले में मुख्य आरोपित हैं। मामले में ईडी के अलावा सीमा शुल्क विभाग और राष्ट्रीय जांच एजेंसी भी जांच कर रही है।

पिछले साल जुलाई में सामने आया था सोना तस्करी का मामला

सोने की तस्करी का यह मामला पिछले साल जुलाई में सामने आया था। तिरुवनंतपुरम अंतरराष्ट्रीय हवाई अड्डे से सीमा शुल्क अधिकारियों ने भारी मात्रा में सोना बरामद किया था। यह सोना यूएई के वाणिज्य दूतावास के लिए आए बैगों में भरा हुआ था। हवाई अड्डे के सूत्रों ने बताया कि सोना शौचालयों में इस्तेमाल होने वाले उपकरणों से भरे बैग में रखा हुआ था। तस्करी के आरोप में संयुक्त अरब अमीरात (यूएई) के वाणिज्य दूतावास के एक पूर्व कर्मचारी को हिरासत में लिया गया है। पूर्व कर्मचारी को हिरासत में लेने के बाद जांच के लिए कोच्चि ले जाया गया है। आरोपित को जब यह पता चला कि उसके सामान की जांच होगी तो उसने सीमा शुल्क अधिकारियों को धमकी भी थी। इस बीच जय हिंद टेलीविजन चैनल ने एक रिपोर्ट में दावा किया है कि मुख्यमंत्री कायार्लय के एक शीर्ष अधिकारी ने कथित रूप से हवाई अड्डे पर यूएई के वाणिज्य दूतावास के पूर्व कर्मचारी की मदद करने की कोशिश की थी।

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