मध्य प्रदेश में 29 जून से 31 जुलाई के बीच आयोजित होंगी स्नातक, स्नातकोत्तर की परीक्षाएं

मध्य प्रदेश में विश्वविद्यालयों की स्नातक स्नातकोत्तर और अन्य पाठ्यक्रमों के लिए अंतिम वर्ष या सेमेस्टर की परीक्षाएं 29 जून से 31 जुलाई के बीच आयोजित की जाएंगी।

By Krishna Bihari SinghEdited By: Publish:Mon, 25 May 2020 06:47 PM (IST) Updated:Mon, 25 May 2020 07:08 PM (IST)
मध्य प्रदेश में 29 जून से 31 जुलाई के बीच आयोजित होंगी स्नातक, स्नातकोत्तर की परीक्षाएं
मध्य प्रदेश में 29 जून से 31 जुलाई के बीच आयोजित होंगी स्नातक, स्नातकोत्तर की परीक्षाएं

भोपाल, पीटीआइ। मध्य प्रदेश (Madhya Pradesh) में सभी विश्वविद्यालयों की स्नातक, स्नातकोत्तर और अन्य पाठ्यक्रमों के लिए अंतिम वर्ष या सेमेस्टर की परीक्षाएं 29 जून से 31 जुलाई के बीच आयोजित की जाएंगी। बाकी परीक्षाएं कोरोना संक्रमण पर लगाम लगने के बाद आयोजित की जाएंगी। यही नहीं रिपोर्टों के मुताबिक, किसी भी कक्षा में छात्रों को जनरल प्रमोशन नहीं दिया जाएगा। मध्‍य प्रदेश सरकार ने सोमवार को इसकी घोषणा की। मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने यहां राजभवन में राज्यपाल लालजी टंडन और उच्च शिक्षा विभाग के वरिष्ठ अधिकारियों के साथ बैठक में यह फैसला लिया। 

जारी प्रेस विज्ञप्ति के मुताबिक, सरकारी और निजी दोनों तरह के विश्‍वविद्यालयों एवं संस्‍थानों के फाइनल ईयर/सेमेस्टर की परीक्षाएं 29 जून से 31 जुलाई के बीच आयोजित की जाएंगी। हालांकि मुख्‍यमंत्री शिवराज सिंह चौहान और राज्‍यपाल के बीच हुई मुलाकात के साथ ही राज्‍य में मंत्रिमंडल विस्‍तार को लेकर भी अटकलें तेज हो गईं। मालूम हो कि टीम शिवराज में अभी केवल पांच मंत्री ही हैं। प्रदेश में सत्ता पलट के बाद मुख्यमंत्री चौहान ने 23 मार्च को शपथ ग्रहण की थी। बाद में 29 दिन तक अकेले काम करने के बाद 21 अप्रैल को उनकी टीम में पांच मंत्रियों को शपथ दिलाई गई थी।  

गौरतलब है कि मुख्‍यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने सोमवार को सुबह अधिकारियों के साथ राज्यपाल लालजी टंडन से मिलने पहुंचे थे। इसी दौरान यह फैसला लिया गया कि मध्य प्रदेश में यूनिवर्सिटी और कॉलेजों में किसी भी कक्षा में जनरल प्रमोशन नहीं दिया जाएगा। कोरोना संक्रमण को रोकने के लिए लगाए गए लॉकडाउन को लेकर सभी परीक्षाओं को आगे बढ़ा दिया गया था। बताया जाता है कि परीक्षाओं के दौरान शारीरिक दूरी के साथ अन्य नियमों का पालन भी कराया जाएगा। बता दें कि केंद्रीय मानव संसाधन विकास मंत्री रमेश पोखरियाल निशंक ने भी सोमवार को घोषणा की कि सीबीएसई 10वीं और 12वीं की बची हुई बोर्ड परीक्षाओं का आयोजन देश में पूर्व में निर्धारित 3,000 केंद्रों की बजाए 15,000 केंद्रों होगा।

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