Yes 4 Vaccine: विशेषज्ञों ने कहा कोरोना रोधी वैक्‍सीन को न करें नजर अंदाज, सबके लिए है आवश्‍यक

इंटरनल मेडिसिन के एमडी डॉक्टर अनंत पराशर ने वेबिनार में बोलते हुए कहा कि वर्तमान में जो भी वैक्‍सीन उपलब्‍ध है वह कोरोना वायरस के म्‍यूटेशन में प्रभावशाली है। जिन लोगों ने भी वैक्‍सीन की एक भी डोज ली उन्‍हें ज्‍यादा संक्रमण नहीं हुआ।

By Dhyanendra Singh ChauhanEdited By: Publish:Mon, 21 Jun 2021 09:36 PM (IST) Updated:Mon, 21 Jun 2021 09:36 PM (IST)
Yes 4 Vaccine: विशेषज्ञों ने कहा कोरोना रोधी वैक्‍सीन को न करें नजर अंदाज, सबके लिए है आवश्‍यक
विशेषज्ञों ने कहा, उम्‍मीद है कि वैक्‍सीन नए म्‍यूटेशन में भी होगी कारगार

कानपुर, जेएनएन। देश में कोरोना वायरस का प्रकोप भले ही कम हो रहा हो, लेकिन थोड़ी-सी भी असावधानी भारी पड़ सकती है। यदि किसी व्‍यक्ति को सांस लेने में दिक्‍कत आ रही हो या फिर ऑक्‍सीजन 90 से कम हो रहा हो तो ऐसे में अपने डॉक्‍टर के परामर्श से अस्‍पताल में भर्ती हो जाना चाहिए। इसके अलावा यदि किसी मरीज को डायबिटिज, किडनी या लिवर की गंभीर बीमारी है तो उसे अस्‍पताल में भर्ती होना जरूरी है, ताकि समय पर समुचित इलाज हो सके। यह कहना है जीएसवीएम मेडिकल कॉलेज की वाइस प्रिंसिपल व मेडिसिन विभाग की प्रमुख डॉक्टर ऋचा गिरि का। डॉक्‍टर गिरि ने कोरोना वैक्‍सीन के प्रति लोगों को जागरूक करने के लिए विश्‍वास न्‍यूज की ओर से सोमवार को कानपुर के लिए 'सच के साथी, वैक्‍सीन के लिए हां' अभियान के तहत एक खास वेबिनार में दर्शकों से रूबरू हो रही थीं।

वेबिनार में दर्शकों से रूबरू होते हुए विधान परिषद सदस्‍य अरुण पाठक ने बताया कि वैक्‍सीनेशन को लेकर कानपुर की जनता खासतौर से युवा बहुत उत्‍साहित है। कानपुर में बड़ी संख्‍या में लोग वैक्‍सीन लगवा रहे हैं। जहां तक लोगों में वैक्‍सीन को लेकर भ्रम है तो उन्‍हें समझना होगा कि वैक्‍सीन लगाकर ही खुद को बचाया जा सकता है। ऐसे लोगों को जागरूक करने की जरूरत है।

इंटरनल मेडिसिन के एमडी डॉक्टर अनंत पराशर ने वेबिनार में बोलते हुए कहा कि वर्तमान में जो भी वैक्‍सीन उपलब्‍ध है, वह कोरोना वायरस के म्‍यूटेशन में प्रभावशाली है। जिन लोगों ने भी वैक्‍सीन की एक भी डोज ली, उन्‍हें ज्‍यादा संक्रमण नहीं हुआ। उम्‍मीद है कि वैक्‍सीन नए म्‍यूटेशन में भी कारगार होगी।

समाजसेवकों ने वैक्सीन को लेकर दूर की गलतफहमी

कानपुर के संपादक जितेंद्र शुक्‍ला ने कहा कि शुरुआती दौर में वैक्‍सीन को लेकर धारणा थी कि इससे फायदा नहीं हो रहा है। खासतौर से कानुपर से सटे जिलों में ऐसी धारणा देखने को मिली, लेकिन समाजसेवकों से लेकर नेताओं ने इन धारणाओं को तोड़ने के लिए काफी काम किया, जिसके कारण लोगों के अंदर से वैक्‍सीन के भ्रम को दूर करने में मदद मिली है।

'सच के साथी, वैक्‍सीन के लिए हां' मीडिया साक्षरता कार्यक्रम के तहत कानपुर में सोमवार को दूसरी वेबिनार थी। वेबिनार में विश्वास न्यूज के सर्टिफाइड और प्रशिक्षित पत्रकारों के साथ वैक्‍सीन से जुड़े विशेषज्ञों ने वैक्‍सीनेशन को लेकर फैलाई जा रही भ्रांतियों और अफवाहों के प्रति लोगों को जागरूक किया। वेबिनार में वैक्‍सीन के बारे में विस्‍तार से बताते हुए फेक न्यूज की पहचान के तरीकों और इसके लिए ऑनलाइन उपलब्ध टूल्स के बारे में जानकारी दी गई।

आइएफसीएन वैक्सीन ग्रांट प्रोग्राम के तहत विश्‍वास न्‍यूज देश के 12 शहरों के लिए 'सच के साथी, वैक्‍सीन के लिए हां' ऑनलाइन कार्यक्रम आयोजित कर रहा है। कानपुर के बाद ऐसा ही वेबिनार वाराणसी, गोरखपुर, मेरठ, आगरा, पटना, मुजफ्फरपुर, रांची, जमशेदपुर, इंदौर और भोपाल के नागरिकों के लिए भी आयोजित किया जाएगा। यह कार्यक्रम 30 सितंबर तक चलेगा।

chat bot
आपका साथी