हनीट्रैप में इंजीनियर, तीन आइएएस अफसरों व पूर्व मंत्री को जाल में फंसा कर किया ब्‍लैकमेल

इंदौर में अपनी खूबसूरती और बातों के जाल में फंसाकर इन लड़कियों ने कई मंत्री और कई बड़े आईएएस अफसर की क्लिप बना ली थी।

By Arun Kumar SinghEdited By: Publish:Fri, 20 Sep 2019 12:11 AM (IST) Updated:Fri, 20 Sep 2019 08:53 PM (IST)
हनीट्रैप में इंजीनियर, तीन आइएएस अफसरों व पूर्व मंत्री को जाल में फंसा कर किया ब्‍लैकमेल
हनीट्रैप में इंजीनियर, तीन आइएएस अफसरों व पूर्व मंत्री को जाल में फंसा कर किया ब्‍लैकमेल

राज्‍य ब्‍यूरो, इंदौर। मध्य प्रदेश के भोपाल और इंदौर से हनीट्रैप के मामले में गिरफ्तार महिलाओं ने कई राजफाश किए हैं। इन महिलाओं को इंदौर नगर निगम के इंजीनियर को फंसाकर तीन करोड़ रुपये की मांग करने के मामले में गिरफ्तार किया गया था। इंदौर में पुलिस पूछताछ में महिलाओं ने पूर्व मंत्री सहित तीन वरिष्ठ आइएएस अधिकारियों को भी इसी तरह शिकार बनाने की बात कुबूली है।

पांच महिलाओं को पकड़ा

एसएसपी रुचि वर्धन मिश्र के अनुसार, आरती पत्नी पंकज दयाल (29), मोनिका पुत्री लाल यादव (18), श्वेता पत्नी विजय जैन (39), श्वेता पत्नी स्वप्निल जैन (48), बरखा पत्नी अमित सोनी भटनागर (34) और ओमप्रकाश पुत्र रामहर्ष कोरी को पकड़ा गया है। आरोपित महिलाएं इंदौर नगर निगम के इंजीनियर हरभजन सिंह (60) से तीन करोड़ की मांग कर ब्लैकमेल कर रही थीं। गिरोह की मास्टर माइंड मूलत: सागर की रहने वाली श्वेता जैन है। उसका भोपाल में कारखाना है और पति प्रॉपर्टी ब्रोकर है। श्वेता एनजीओ का संचालन भी करती है। इसी कारण उसकी अधिकारियों और नेताओं से नजदीकी है।

48 साल की श्‍वेता स्‍वप्निल जैन के बारे में अभी पुलिस टीम और ज्‍यादा जानकारी जुटा रही है। बताया जाता है कि ये गिरोह की सबसे आकर्षक और सुंदर दिखने वाली महिला है। वैसे तो वह मूल रूप से राजस्‍थान की रहने वाली है, भोपाल की पॉश कॉलोनी में एक पूर्व मंत्री के मकान रह रही है। जानकारी के अनुसार श्‍वेता को महंगी पार्टियों में जाने का शौक है और कई बार इनको बड़े नेताओं और रसूखदारों की पार्टी में भी देखा गया है।   

पूर्व मंत्री और तीन आइएएस को जाल में फंसाया

सूत्रों के अनुसार, श्वेता ने एक विवादित पूर्व मंत्री और तीन वरिष्ठ आइएएस अधिकारियों को भी जाल में फंसा लिया था। एक आइएएस का वीडियो वायरल हो गया, जबकि दो ने मामला दबा दिया। हनीट्रैप आइएएस अधिकारी फिलहाल बड़े पदों पर हैं। बताया जाता है कि श्वेता ने भोपाल के एक होटल में बैठक की और 20 करोड़ रुपये की मांग की। मंत्री ने रुपये देने से इन्कार कर दिया और कानूनी दबाव बनाया तो वह पति के साथ विदेश भाग गई। एनजीओ संचालिका सरकारी विभागों में सेंध लगाकर लाखों रुपये का अनुदान और ठेके लेती थी। पुलिस ने लैपटॉप, मोबाइल, डिवाइस, कारें और 14 लाख रुपये नकद जब्त किए हैं।

 खुफिया कैमरे व मोबाइल से बनाया वीडियो

एसपी (पूर्वी) मो. युसूफ कुरैशी के अनुसार, इंजीनियर हरभजनसिंह के साथ आरोपित आरती दयाल ने इंदौर के विजयनगर क्षेत्र एक होटल में आपत्तिजनक वीडियो बनाया था। श्वेता ने साजिश के तहत आरती और हरभजन सिंह को मिलवाया और दोनों ने एक-दूसरे के मोबाइल नंबर लिए।

दोनों वाट्सएप पर चैटिंग करने लगे। घनिष्ठता बढ़ने पर दोनों ने होटल में मिलना तय किया। आरती दो घंटे पहले होटल पहुंच गई और बिना सिम वाले मोबाइल की वीडियो रिकॉर्डिग चालू कर छुपा दिया। कुछ दिनों बाद आरती ने हरभजन को वाट्सएप पर वीडियो भेजा और तीन करोड़ रुपये मांगे। उसने वीडियो तुरंत डिलीट भी कर दिया और वाट्सएप कॉल कर कहा कि यह वायरल भी हो सकता है।

रुपये लेने बुलाया और पुलिस को खबर कर दी

हरभजन और आरती की भोपाल में बैठक हुई। हरभजन ने वसूली की रकम कम करने को कहा। मंगलवार को उसने आरती को 50 लाख रुपये की पहली किस्त लेने के लिए इंदौर बुलाया और पुलिस को खबर कर दी। आरती गिरोह की सदस्य मोनिका और ड्राइवर ओमप्रकाश के साथ जैसे ही सत्यसाई चौराहे पर पहुंची, क्राइम ब्रांच ने सभी को पकड़ लिया। आरती ने बताया कि पर्दे के पीछे श्वेता जैन और बरखा सोनी का हाथ है। इनकी निशानदेही पर बुधवार रात भोपाल में कार्रवाई की गई। बुधवार रात को ही इंदौर पुलिस को इन्हें सौंप दिया गया था।

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