प्रवर्तन निदेशालय ने यूनिटेक समूह से जुड़ी 197 करोड़ रुपये की संपत्ति अटैच की

प्रवर्तन निदेशालय ने एक बयान में दावा किया कि यूनिटेक समूह ने अपराध के जरिये अर्जित 325 करोड़ रुपये का धन कार्नोस्टी ग्रुप में लगाया और बदले में कार्नोस्टी ग्रुप ने इस धन से कई अचल संपत्तियों की खरीदारी की।

By Dhyanendra Singh ChauhanEdited By: Publish:Sat, 03 Apr 2021 10:12 PM (IST) Updated:Sat, 03 Apr 2021 10:12 PM (IST)
प्रवर्तन निदेशालय ने यूनिटेक समूह से जुड़ी 197 करोड़ रुपये की संपत्ति अटैच की
मनी लांड्रिंग रोकथाम कानून के तहत प्रवर्तन निदेशालय ने की कार्रवाई

नई दिल्ली, प्रेट्र। प्रवर्तन निदेशालय (ईडी) ने रियल एस्टेट कंपनी यूनिटेक समूह के खिलाफ मनी लांड्रिंग के एक मामले में 197 करोड़ रुपये से ज्यादा की संपत्ति अटैच की है। एजेंसी ने शनिवार को बताया कि मनी लांड्रिंग रोकथाम कानून (पीएमएलए) के तहत सिक्किम (गंगटोक) और केरल (अलप्पुझा) में एक-एक रिजॉर्ट समेत कुल 10 संपत्तियां अटैच की गई हैं।

ईडी ने कहा, इन अचल संपत्तियों का मूल्य 197.34 करोड़ रुपये है और कार्नोस्टी ग्रुप की विभिन्न कंपनियों के पास इन संपत्तियों का मालिकाना हक है। ईडी ने एक बयान में दावा किया कि यूनिटेक समूह ने अपराध के जरिये अर्जित 325 करोड़ रुपये का धन कार्नोस्टी ग्रुप में लगाया और बदले में कार्नोस्टी ग्रुप ने इस धन से कई अचल संपत्तियों की खरीदारी की।

कुछ दिन पहले भी एजेंसी ने यूनिटेक समूह की 152.48 करोड़ रुपये की संपत्ति अटैच की थी। यूनिटेक समूह और इसके प्रवर्तकों के खिलाफ पीएमएलए के तहत एक आपराधिक मामला दर्ज किया गया था। आरोप लगे थे कि यूनिटेक के मालिकों संजय चंद्रा और अजय चंद्रा ने 2,000 करोड़ रुपये से ज्यादा धन अवैध तौर पर साइप्रस और कैमन आइलैंड भेजे थे।

हाल में एजेंसी ने मामले में जांच के तहत दिल्ली-एनसीआर और मुंबई में 35 परिसरों पर छापेमारी की थी। कंपनी और प्रवर्तकों के खिलाफ दिल्ली पुलिस की आर्थिक अपराध शाखा द्वारा दर्ज कई प्राथमिकियों का अध्ययन करने के बाद पीएमएलए का मामला दर्ज किया गया था।

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