छत्तीसगढ़ में कोरोना मृतकों की बढ़ती संख्या के चलते नगर निगम ने दिया अंतिम संस्कार का सरकारी ठेका

कोरोना से मौत की बढ़ती संख्या ने रायपुर नगर निगम को अंतिम संस्कार का सरकारी ठेका जारी करने को बाध्य कर दिया है। छत्तीसगढ़ की राजधानी में प्रतिदिन 50 से अधिक लोगों की कोरोना के कारण मौत हो रही है।

By Bhupendra SinghEdited By: Publish:Sat, 17 Apr 2021 07:54 PM (IST) Updated:Sat, 17 Apr 2021 07:54 PM (IST)
छत्तीसगढ़ में कोरोना मृतकों की बढ़ती संख्या के चलते नगर निगम ने दिया अंतिम संस्कार का सरकारी ठेका
50 शवों के अंतिम संस्कार के लिए हुआ 2.11 लाख रुपये में करार।

श्रीशंकर शुक्ला, रायपुर। कोरोना से मौत की बढ़ती संख्या ने रायपुर नगर निगम को अंतिम संस्कार का सरकारी ठेका जारी करने को बाध्य कर दिया है। छत्तीसगढ़ की राजधानी में प्रतिदिन 50 से अधिक लोगों की कोरोना के कारण मौत हो रही है। कोरोना प्रोटोकाल का पालन करते हुए अंतिम संस्कार भी ब़़डी चुनौती है।

कोरोना महामारी ने रिश्तेदारों से छीन लिया मुखाग्नि का हक 

रिश्तेदारों से मुखाग्नि का हक छिन गया है। अधिकांश सरकारी विभाग कर्मचारियों की कमी से जूझ रहे हैं। इसकी वजह से कोरोना मृृतकों का अंतिम संस्कार समय से नहीं हो पा रहा। पीड़ित रिश्तेदारों की नाराजगी के बीच सरकारी ठेका जारी किया गया है। दस जोन में बंटे रायपुर नगर निगम के जोन पांच में 2.11 लाख रुपये में 50 शवों के अंतिम संस्कार का करार हुआ है।

अंतिम संस्कार के लिए पीपीई किट, लकड़ी समेत सभी जरूरी सामग्री उपलब्ध कराई जा रही

निगम की ओर से संस्कार के लिए पीपीई किट और लकड़ी सहित सभी आवश्यक सामग्री भी उपलब्ध कराई जा रही है। वहीं जोन दो का ठेका सोमवार तक हो जाने की उम्मीद है। आपातकालिक स्थिति को देखते हुए सभी जोन में अलग-अलग ठेके दिए जाएंगे।

छत्तीसगढ़ में कोरोना संक्रमण से प्रतिदिन 140 से 150 लोगों की मौत चिंता का कारण

प्रदेश में कोरोना संक्रमण से प्रतिदिन 140 से 150 लोगों की मौत के कारण चिंताजनक स्थिति बनी हुई है। दो प्रकार के ठेके दिए जा रहे रायपुर के जोन-पांच के कमिश्नर चंदन शर्मा ने बताया कि सरयूबांधा श्मशान घाट पर शवों को जलाने के लिए दो महीने का टेंडर जारी किया गया है। यहां रोजाना आठ से दस शवों का अंतिम संस्कार किया जा रहा है।

दो प्रकार के टेंडर: एक ठेका शव जलाने का, दूसरा शव जलाने की सामग्री का

जोन-दो के कमिश्नर विनय मिश्रा ने बताया कि शव को जलाने के लिए सोमवार तक दो प्रकार के टेंडर दिए जाएंगे। एक ठेका शव जलाने का होगा और दूसरा शव जलाने की सामग्री जैसे लकड़ी, पीपीई किट और राल (अग्नि तेज करने वाली सामग्री) आदि का होगा। पहले अनुबंध पर कर्मचारी रखे गए थे देवेन्द्र नगर मुक्तिधाम में प्रतिदिन औसतन दस शवों का अंतिम संस्कार किया जा रहा है।

अभी तक अनुबंधित कर्मचारी ही श्मशान घाटों पर अंतिम संस्कार कर रहे थे

ठेका जारी होने से पहले निगम की ओर से श्मशान घाटों पर अनुबंधित कर्मचारी तैनात किए गए थे। उन्हें 15 हजार रुपये प्रति माह की दर से भुगतान किया जा रहा था। कोरोना के मामले में प्रत्येक शव पर एक हजार रुपये अतिरिक्त भुगतान किया जा रहा था।

शवों का अंतिम संस्कार कराना प्राथमिकता

हमारी प्राथमिकता शवों का अंतिम संस्कार कराना है, रही बात टेंडर की तो जोन कमिश्नर अपने-अपने स्तर पर देख रहे हैं- पुलक भट्टाचार्य, अपर आयुक्त रायपुर नगर निगम।

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